HEALTH NEWS: फाइलेरिया प्रभावित अंगों की देखभाल के लिए प्रदान की गयी एमएमडीपी किट
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REPORT BY SATISH SHUKLA
AMETHI NEWS I
स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में स्वयंसेवी संस्था सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफॉर) के सहयोग से शुक्रवार को जामाें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पर फाइलेरिया मरीजों का रुग्णता प्रबंधन एवं दिव्यांगता उपचार (एमएमडीपी) के लिए प्रशिक्षित किया गया । इस मौके पर 16 फाइलेरिया मरीजों को एमएमडीपी किट भी प्रदान की गयी ।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक डा. शैलेश कुमार गुप्ता ने कहा कि फाइलेरिया प्रभावित अंगों की देखभाल के लिए एमएमडीपी किट दी गई है। किट में टब, मग, तौलिया और साबुन आदि शामिल हैं । फाइलेरिया मरीजों को प्रभावित अंगों की देखभाल करने में इस किट का उपयोग करने की सलाह दी गयी है । इसके साथ ही नियमित व्यायाम करने और प्रभावित अंगों की साफ- सफाई करने के बारे में भी बताया गया । मरीजों से कहा गया कि बहुत अधिक देर तक पैर लटकाकर नहीं रहना है इससे पैरों में सूजन बढ़ सकती है |
डा. गुप्ता ने कहा कि फाइलेरिया लाइलाज बीमारी है | इसलिए सही व नियमित देखभाल से ही इसको गंभीर होने से रोका जा सकता है ।वहीं ऐसे लोग जो इस बीमारी से प्रभावित नहीं है उन्हें इससे बचाव के लिए साल में एक बार फाइलेरियारोधी दवा का सेवन अवश्य करना चाहिए |
इसके लिए जनपद में सर्वजन दवा सेवन अभियान 10 फरवरी से शुरू होने जा रहा है |जिसके तहत आइवरमेक्टिन, डाईइथाइल कार्बामजीन और एल्बेंडाजोल (आईडीए ) खिलाई जाएगी |
यह दवा आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर अपने सामने लोगों को दवा सेवन कराएंगी । इसलिए स्वयं भी फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन करें एवं अपने घर और आस-पास के लोगों को दवा का सेवन करने के लिए प्रेरित करें । उन्होंने बताया साल में एक बार और लगातार पांच साल तक दवा खाने से इस बीमारी से बचा जा सकता है ।
एक साल से कम आयु के छोटे बच्चों, गर्भवती और अतिगंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को इस दवा का सेवन नहीं करना है । एक से दो साल की आयु के बच्चों को पेट से कीड़े निकालने की दवा एल्बेंडाजोल खिलाई जाएगी । किसी को भी दवा का सेवन खाली पेट नहीं करना है ।
फाइलेरिया मरीज कर रहे उन्मूलन में सहयोग
सीफॉर के प्रतिनिधि ने बताया कि जनपद के आस – पास के जिले जैसे लखनऊ ,कानपुर , बलिया में संस्था ने स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से फाइलेरिया रोगी नेटवर्क सपोर्ट ग्रुप बनाकर उन्हें फाइलेरिया प्रभावित अंगों की देखभाल और व्यायाम करने का प्रशिक्षण दिया गया है । सपोर्ट ग्रुप के सदस्यों ने न सिर्फ इसे अपनाया बल्कि दूसरे मरीजों को ग्रुप से जोड़कर उन्हें भी प्रशिक्षित कर रहे हैं ।
नियमित रूप से प्रभावित अंगों की देखभाल से सूजन में भी काफी आराम मिला है | इसके साथ ही इन जिलों में फाइलेरिया रोगी नेटवर्क के सदस्यों ने सर्वजन दवा सेवन अभियान में स्वयं दवा का सेवन कर ही आस-पास के लोगों को भी दवा का सेवन कराने के लिए प्रेरित किया । नेटवर्क के सदस्यों ने आशा कार्यकर्ताओं का भी सहयोग किया ।
इस कार्यक्रम में बीएचडबल्यू राहुल सिंह, ब्लॉक की सभी सीएचओ चार आशा और 16 फाइलेरिया रोगियों ने प्रतिभाग किया।