अमेठी में संजय गांधी अस्पताल पर सड़क से लेकर कोर्ट तक घमासान जारी
1 min readLOK REPORTER।
AMETHI NEWS ।
जिले के संजय गांधी अस्पताल मुंशीगंज को लेकर सड़क से लेकर कोर्ट तक घमासान जारी है । जहां एक तरफ केंद्रीय मंत्री एवं सांसद स्मृति ईरानी अस्पताल के लाइसेंस निलंबन को सही ठहरा रही है।वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस सहित अन्य दल इस कार्यवाही पर आलोचना और विरोध कर रहे हैं ।
कांग्रेस के पूर्व एमएलसी दीपक सिंह द्वारा अमेठी बचाओ संघर्ष समिति के तत्वावधान में सीएमओ कार्यालय के सामने लगातार तीसरे दिन भी सत्याग्रह जारी रखा है। जिसे समाजवादी पार्टी आम आदमी पार्टी सहित विभिन्न संगठन समर्थन कर रहे हैं और सत्याग्रह में शामिल हो रहे हैं ।
इतना ही नहीं अस्पताल की कर्मचारियों द्वारा लाइसेंस निलंबन के कारण अस्पताल के सामने अपना सत्याग्रह शुरू कर दिया है तूने इस बात का डर सता रहा है कि कहीं उन्हें अपनी रोजी-रोटी से हाथ ना धोना पड़े ।
अस्पताल के कर्मचारियों के लिए एक बुरी खबर आज आयी है। अस्पताल के प्रबंधन ने हाई कोर्ट में निलंबन पर रोक लगाने की अर्जी दी, जिसे आज हाईकोर्ट में खारिज कर दिया ।अब दो दिन बाद पुनः सुनवाई होगी ।
मंगलवार को लखनऊ में प्रेस से वार्ता करते हुए अमेठी सांसद स्मृति ईरानी ने कहा था कि गांधी परिवार को अस्पताल की नहीं अपने मुनाफे की चिंता है । जिस पर अस्पताल के प्रबंधन ने जवाब देते हुए कहा कि सालाना डेढ़ करोड़ से अधिक का नुकसान अस्पताल से होने के बावजूद भी गांधी परिवार क्षेत्रीय लोगों की स्वास्थ्य सेवा कर रहा है ।
इस मामले जुड़ी मंगलवार को एक खबर आई कि मुसाफिरखाना कोतवाली क्षेत्र में पूरे पहलवान गांव में अस्पताल के निलंबन से नाराज ग्रामीणों द्वारा स्मृति इरानी का पुतला फूंका गया । जिस पर स्थानीय कोतवाली पुलिस ने कार्यवाही करते हुए 18 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
बुधवार को अमेठी बचाओ संघर्ष समिति की अगुवाई कर रहे कांग्रेस के पूर्व विधानपरिषद सदस्य दीपक सिंह के नेतृत्व में आज सत्याग्रह के तीसरे दिन भी कांग्रेस के साथ सपा, बसपा, आम आदमी और किसान यूनियन ने अपना समर्थन जारी रखा ।
कांग्रेस नेता दीपक सिंह ने कहा कि विकास की विनाशकारी सांसद से अब अमेठी की जनता ऊब चुकी है ।इसलिए सांसद अमेठी के आम लोगों ,पत्रकारों ,स्थापित बड़े संस्थानों के साथ अब जीवन दायीअस्पताल को बन्द करा दिया ।
अमेठी ही नही वरन आसपास जिलों के आमजनमानस में बड़ा आक्रोश है । सत्याग्रह में अमेठी सुल्तानपुर प्रतापगढ़ रायबरेली की जनता भी सत्याग्रह में शामिल होने को उत्साहित है । सत्याग्रह में रायबरेली कांग्रेस जिला अध्यक्ष पंकज तिवारी, शहर अध्यक्ष धीरज श्रीवास्तव, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष मो इलियास, दर्जनों साथियों के साथ, एवं सुल्तानपुर के जिला अध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा भी अपने साथियो के साथ शामिल हुए ।
सपा सहित अन्य दल भी सत्याग्रह में हुए शामिल
कांग्रेस के सत्याग्रह के समर्थन में अन्य राजनीतिक दल व संगठन भी आगे आए । अपने पदाधिकारियों के साथ आम आदमी पार्टी के शिव प्रसाद कश्यप,सपा प्रत्याशी मो0 नईम स्थानीय कांग्रेस नेताओं में पूर्व जिला अध्यक्ष योगेंद्र मिश्र, धर्मेंद्र शुक्ला,कुलवंत, अनुराग सिंह,राम प्रसाद गुप्त,राम नरायण कन्नौजिया, सहित सैकड़ो महिलाएं भी शामिल रही I
घाटे में चल रहा संजय गांधी अस्पताल दे रहा लोगों को कम पैसे में स्वास्थ्य सुविधा – अरविंद श्रीवास्तव
संजय गांधी अस्पताल का लाइसेंस निरस्त होने एवं सभी सेवाओं पर प्रतिबंध लगने के बाद संचालन ठप हो गया है। आलम यह है कि हम सभी करीब 500 से अधिक कर्मचारी बेरोजगार एवं भुखमरी के कगार पर आ गए हैं। भाजपा सरकार और स्थानीय सांसद व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी जनता की समस्या सुलझाने के बजाय राजनीति करने में जुटी हैं।
स्वास्थ्य सेवाओं पर राजनीति करने की वजह सुविधा और बढ़ाई जानी चाहिए ना की उसे बंद किया जाना चाहिए। आज सांसद और भाजपा की इशारे पर अस्पताल को बंद कर जनता एवं मरीज के साथ विश्वास घात किया गया है यह हम लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम लोगों का सत्याग्रह अनवरत जारी रहेगा।
राजनीतिक विद्वेष भावना के चलते 24 घंटे के भीतर ही संजय गांधी अस्पताल का लाइसेंस निरस्त कर सभी सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिए गए। जिसके चलते अस्पताल में तैनात करीब 450 सौ कर्मचारी बेरोजगार हो गए हैं तो वहीं प्रतिदिन आने वाले मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो वही बाजार में सैकड़ो दुकानदारों की रोजी-रोटी पर भी संकट आ गया है।
इसी को लेकर कर्मचारी संघ एवं अस्पताल का पूरा स्टाफ सत्याग्रह आंदोलन करने को बाध्य हुआ है। पीड़ित परिवार के साथ हम लोगों की पूरी संवेदना है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के इशारे पर ट्रस्ट की अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी को बदनाम करने के लिए यह सब शासन व प्रशासन पर दबाव बना कर कराया गया है।
मांगे पूरी होने तक हम लोगों का प्रदर्शन जारी रहेगा। अस्पताल के वरिष्ठ कर्मचारी अरविंद श्रीवास्तव ने बताया कि हमारी सांसद कह रही हैं कि गांधी परिवार अपना नुकसान देख रहा है। जबकि यह अस्पताल डेढ़ करोड़ प्रतिवर्ष के घाटे में रहकर भी लोगों को लखनऊ जैसी उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करा रहा है।
हम लोग यहां 35 वर्षों से कार्यरत हैं लाखों गंभीर से गंभीर मरीज यहां से ठीक होकर गए हैं। इस तरह का आरोप प्रत्यारोप रूप लगाने के बजाय क्षेत्र की जनता की समस्याओं और मरीज को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं संसद को उपलब्ध करानी चाहिए।
संजय गांधी अस्पताल के ऑपरेशन मैनेजर मनो कर्णिका मिश्रा ने कहा कि शासन और प्रशासन की ओर से जल्दबाजी में की गई कार्रवाई न्यायोचित नहीं है। अस्पताल प्रशासन का पक्ष लेने के बाद ही इस पर कार्यवाही व निर्णय लेना चाहिए था।
कर्मचारी संघ के अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि अगर संजय गांधी अस्पताल का लाइसेंस बहस नहीं किया जाता तो हम लोग अपनी अंतिम सांस तक आर पार की लड़ाई लड़ेंगे।इसके लिए उन्हें कुछ भी करना पड़ेगा उनका संघ तैयार है।
दूसरे दिन सत्याग्रह स्थल पर कर्मचारियों ने उग्र रूप से नारेबाजी करते हुए लाइसेंस बहाली एवं संचालन की आवाज बुलंद की। हालांकि इन सब के बीच सड़कों से आने जाने वाले राहगीर बेरोजगार हुए कर्मचारी की मनो दशा को देखकर इस कार्रवाई के विरोध में कोसते नजर आए।
इस मौके पर संजय सिंह अरविंद श्रीवास्तव चंद्रभान पांडेय विनोद कुमारी सिंह विपिन श्रीवास्तव बृजेश कुमार सिंह सीमा यादव अवधेश तिवारी सूरज शुक्ला शिवांशु मंजू नायर शिव प्रकाश साधना कामाख्या गुड्डी देवी ममता समेत कर्मचारी संघ पैरामेडिकल स्टाफ नर्सिंग स्टाफ समेत कॉन्ट्रैक्ट वर्कर मौजूद रहे ।