जिसकी लाठी उसकी भैंस_____
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गाजीपुर। जनपद के विधान सभा मुहम्मदाबाद में विद्युत वितरण उपखण्ड द्वितीय पावर हाउस पर 10 एम बी का ट्रांसफार्मर जलने के कारण विगत 48 घंटे से नागरिकों को पेयजल आपूर्ति व विद्युत आपूर्ति बंद होने का दंश झेलना पड़ रहा है।
स्थिति की गंभीरता यह है कि विद्युत विभाग द्वारा ट्रांसफार्मर जलने से क्षेत्र को कई भागों में बांट दिया गया। विभाग ने यह तय किया कि प्रत्येक आवंटित क्षेत्र को 2-2 घंटे विद्युत आपूर्ति की जाएगी। विद्युत विभाग का यह निर्णय काबिले तारीफ है। लेकिन क्षेत्र के नागरिकों ने ऐसी स्थिति में भी “जिसकी लाठी उसकी भैंस” के कहावत को चरितार्थ कर दिया।
क्षेत्र के नागरिक विद्युत उपकेंद्र पर भी धाक जमाकर अपने क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति बहाल करवा रहे हैं। प्रशासन इस ओर पूर्ण रूप से चुप्पी साधे हैं। दूसरी ओर विद्युत आपूर्ति बंद होने से जलापूर्ति भी बंद है। नगरपालिका द्वारा लगाए गए हैंडपंप से गंदा पानी आ रहा है जो पीने योग्य नही है।आए दिन ट्रांसफार्मर का जलना आम बात हो गई है। विद्युत विभाग ओवर लोड का रोना रो रहा है।
सवाल यह है कि आखिर ओवर लोड क्यों हो रहा है? कहीं न कहीं विद्युत विभाग के अधिकारियों की लापरवाही है। लापरवाही यह है कि क्षेत्र में ऐसा कोई वार्ड नहीं है जिसमें एक तिहाई कटिया कनेक्शन न हो । कटिया कनेक्शन इतना अधिक है कि विद्युत तार एक ओर को लटक गया है।
निश्चित तौर पर यह प्रशासन की कमजोर व्यवस्था का परिणाम है। वर्तमान समय में नागरिकों में आक्रोश व्याप्त है। इधर विभाग के एसडीओ या जेई मात्र कठपुतली हैं। इनमें इतनी भी हिम्मत नहीं है कि कटिया कनेक्शन के विरुद्ध कार्रवाई करें। प्रशासन उपरोक्त स्थिति को जब चाहे निरीक्षण कर सत्यता को देख सकता है।
जहां तक पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था है तो विद्युत आपूर्ति बंद होने पर भी पेयजल आपूर्ति बहाल हो सकती है लेकिन पेयजल आपूर्ति के लिए आपातकाल के लिए लगाया गया जनरेटर मात्र सो पीस है।उसे चलाया नहीं जाता। आखिरकार उसे क्यों लगाया गया है?
अफसोस है कि तमाम प्रशासनिक अधिकारी आखिर चुप क्यों हैं? कहां गए वो नेता जो विकास का वक्तव्य देते हैं? जो भी हो इस उमस भरी गर्मी में विद्युत व पेयजल आपूर्ति बाधित होने के कारण नागरिकों की स्थिति बद से बद्तर हो गई है।
रिपोर्ट- प्रदीप कुमार पाण्डेय ( गाजीपुर, यूपी)