गुस्से में कितने मासूम वो लगते है______
1 min readरूठे दिलबर को मनाना,
खूब आता है हमें |
दिल उनका बहलाना,
खूब आता है हमें |
खफा गर वो, हो भी जाते है तो,
ज्यादा देर नाराज नहीं रहते,
अपनी बातों से उनको, अपना बनाना,
खूब आता है हमें |
मेरी जान हैं वो,
रूठकर जायेंगे भी तो कहाँ,
अपनी जान का ख़याल रखना,
खूब आता है हमें |
गुस्से में कितने मासूम वो लगते है,
अब कैसे बयां करें हम,
इस कर उनको पैहम गुस्सा दिलाना,
खूब भाता है हमें |