पीडब्ल्यूडी की जमीन से हटा अतिक्रमण, अतिक्रमणकारियों ने काटा बवाल, 19 को पुलिस ने भेजा जेल
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अमेठी I
जगदीशपुर सत्थिन मार्ग के लखनीपुर चौराहे के पास जिस जमीन के लिए परीदीन अपने परिजनों के साथ मुख्यमंत्री आवास पर बीते 31 मई को आत्मदाह का प्रयास किया था। वह प्रशासन द्वारा पीडब्ल्यूडी की जमीन बताई जा रही है ।जिस पर परीदीन सहित अन्य दलित परिवारों ने अवैध कब्जा कर रखा था ।
सोमवार को हाईकोर्ट के निर्देश पर अतिक्रमणकारियों पर प्रशासन का बुलडोजर चला। एसडीएम सविता यादव व तहसीलदार संगीता पांडे नायब तहसीलदार बलवीर सिंह लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता आरके गुप्ता ने भारी पुलिस बल के साथ थाना क्षेत्र के लखनीपुर के पास पीडब्लूडी अतिक्रमित जमीन को खाली कराया गया।
इसके पूर्व अतिक्रमणकारियों को कई बार पीडब्लूडी द्वारा सरकारी जमीन पर अतिक्रमण हटाने को लेकर नोटिस भेजा गया था। लेकिन झोपड़ी बना कर पीडब्ल्यूडी की जमीन अतिक्रमण करने वाले लोग अपनी निजी जमीन होने का दावा कर रहे थे। क्योंकि इसी जमीन से सटी पीछे अतिक्रमणकारियों की जमीन है ।
पीडब्लूडी की जमीन को अतिक्रमणमुक्त कराने के लिए सोमवार को जेसीबी मशीन लेकर पहुंची एसडीएम सविता यादव व सीओ गौरव सिंह से अतिक्रमणकारियों में बहस शुरू हो गई। पुलिस बल के समझाने के बाद वे लोग शांत हुए। इस दौरान सैकड़ो की संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई है। मौके पर कई थाना पुलिस सहित महिला पुलिस व पीएससी बल के जवान मौजूद थे।
इस संबंध में एसडीएम सविता यादव ने बताया कि लोगों को कई बार नोटिस भेजा गया था। लेकिन उन्होंने पीडब्ल्यूडी की जमीन को खाली नही किया। जिसके बाद पुलिस बल व पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों के सहयोग से अतिक्रमण को हटाया गया।जमीन खाली कराने की कार्रवाई हाई कोर्ट के आदेश के अनुपालन में हुई है।
यह है पूरा मामला
मामला जिला मार्ग 80 जगदीशपुर के लखनीपुर चौराहे की पीडब्ल्यूडी की जमीन गाटा संख्या 301 से जुड़ा हुआ है।
सड़क किनारे स्थित इस जमीन के पीछे दलित परिवार का खेत है ।प्रशासन का कहना है कि परीदीन सहित अन्य दलित परिवार ने पीडब्ल्यूडी की जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा था ।वही अधिवक्ता संजय उपाध्याय की जमीन सड़क के दूसरी साइड है। संजय द्वारा पीडब्ल्यूडी की जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराए जाने के लिए हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की थी ।जिसमें न्यायालय द्वारा जमीन को कब्जा मुक्त कराए जाने का आदेश दिया गया था।
दबाव बनाने हेतु सीएम आवास के सामने किया था आत्मदाह का प्रयास
तहसील प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए परिदीन ने परिवार के कुछ लोगों के साथ 31 मई को मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर आत्मदाह का प्रयास किया था। बताते हैं कि परीदीन अपने परिवार के साथ तीन बार मुख्यमंत्री आवास के पास आत्मदाह का प्रयास कर चुका है।
12 थाने की बुलानी पड़ी फोर्स
इस संबंध में सीओ गौरव सिंह ने बताया कि घटना में कोई अप्रिय घटना व शांति व्यवस्था कायम करने के लिए अमेठी जनपद के जामो, अमेठी, पीपरपुर, मुसाफिरखाना, जगदीशपुर, मोहनगंज, शिवरतनगंज, जायस,इन्हौना, महिला थाना, एक कंपनी पीएससी एंबुलेंस फायर सर्विस बुलाया गया था। साथ ही उन्होंने बताया कमरौली पुलिस को मुख्यमंत्री आवास लखनऊ भी भेजा गया था।
लोक निर्माण विभाग ने अतिक्रमणकारियो के विरुद्ध दर्ज कराया केस।
लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता आरके गुप्ता ने बताया कि विभाग की जमीन काफी प्रयास के बावजूद भी खाली न करने पर हाईकोर्ट के अनुपालन के क्रम में छोटेलल हरिराम मृतक सरजू प्रसाद अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराया गया है।
19 अतिक्रमण आरोपित को पुलिस ने भेजा जेल
थाना अध्यक्ष तरुण पटेल ने बताया कि लखनीपुर के पीडब्ल्यूडी की जमीन पर 19 अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेज दिया है इसमें महिला व पुरुष शामिल है।
रोते बिलखते परिजन
इस संबंध में परी दीन ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि उनके साथ पक्षपात किया जा रहा है 2009 से वह अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं परंतु उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है आज उनका आशियाना उधर रहा है इसको लेकर परिजनों में रो रो कर बुरा हाल है।
रिपोर्ट-बृजेश यादव (अमेठी)