करोड़ों रुपये के कीमत की चरस के साथ एक तस्कर गिरफ्तार
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बहराइच। भारत नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र में चरस, स्मैक के अन्य नशीले पदार्थों की तस्करी चरम पर है। तस्कर लगातार पकड़े जा रहे हैं फिर भी तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रही है। इसी क्रम में पुलिस व एसएसबी की संयुक्त टीम ने भारत नेपाल सीमा पर एक तस्कर को 7 किलो 300 ग्राम चरस सहित रविवार की शाम लगभग 5:45 बजे गिरफ्तार किया है। बरामद चरस की अन्तर्राष्ट्रीय कीमत तीन करोड़ रुपए बतायी जा रही है।
उक्त जानकारी देते हुए प्रभारी निरीक्षक श्रीधर पाठक ने बताया कि एसआई कृष्ण कुमार सिंह, हे. का.विजय शंकर सिंह, का.अंकुर यादव, का.सत्यव्रत चौरसिया के साथ 42वी वाहिनी रुपईडीहा बीओपी के एएसआई जयंत कुमार दास, हे. का. मोनुज गोगोई, जगदीश सिंह, विजय गोस्वामी व एन वाई कुंडालू बार्डर के पिलर संख्या 621/15 के पास लगभग 2 सौ मीटर पचपकरी गांव जाने वाले कच्चे रास्ते पर गस्त कर रहे थे।
तभी एक व्यक्ति नेपाल की ओर से एक पिट्ठू बैग लादे तेजी से नेपाल की ओर से आता दिखाई दिया। इस दल ने रोककर इसकी तलाशी ली। बैग में उक्त चरस बरामद हुई। थाने लाकर इसे तौला गया तो यह 7 किलो 3 सौ ग्राम चरस लगभग अंतर्राष्ट्रीय मूल्य 3 करोड़ रुपये आंकी गयी है।
अभियुक्त की पहचान रक्षाराम पुत्र सुरजलाल निवासी भटपुरवा दा0 निधिनगर संकल्पा थाना रुपईडीहा के रूप में हुई है। युवक के विरुद्ध एनडीपीएस की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया।
यह बार्डर मादकपदार्थों का हब बन चुका है। नेपाल से अफीम व चरस तथा भारतीय क्षेत्र से स्मैक व नशीली दवाईयां नेपाल में तस्करी हो रही है।
यदा कदा एसएसबी व स्थानीय पुलिस मात्र कैरियर्स को पकड़ कर व कानूनी कार्यवाही कर अपना कर्तव्य निभाती रहती है। कभी पुलिस कभी एसएसबी कैरियर्स को पकड़ती है। दोनो सुरक्षा बल इस बरामदगी में शामिल हो जाते हैं। बरामदगी की खबर वायरल कर दी जाती है। मीडिया इसी वायरल को प्रकाशित करता रहता है।
पकड़े गए कैरियर्स को मीडिया के सामने कभी नही लाया जाता। न ही कोई सुरक्षा बल कैरियर्स से पूछता है कि ये मादकपदार्थ कहाँ से लाये हो और किसने दिया है। इसके पूर्व स्थानीय सुरक्षा बलों के हेड मीडिया कर्मियों को बुलाते थे। मीडिया कर्मी कैरियर्स से पूछताछ करते थे। तब खुलासा होता था कि इन कैरियर्स का प्रयोग कौन कर रहा है।
इस इंडो नेपाल बार्डर पर थोक स्मैक का कारोबार करने वाले ऐश कर रहे हैं। इस अंतर्राष्ट्रीय रुपईडीहा नगर पंचायत में एसएसबी की गुप्तचर शाखा, पुलिस, प्रांतीय व केंद्रीय जांच एजेंसियों के अधिकारी व कर्मचारी तैनात हैं। परंतु आज तक कोई बड़ा मादकपदार्थों का कारोबारी नही पकड़ा गया। अब तो महिलाओं व बच्चो तक से मादकपदार्थों की तस्करी कराई जा रही है।
आने को स्वयंसेवी संस्थाएं भी नशे के संबंध में कार्यशालाएं आयोजित करती रहती हैं। नशा उन्मूलन के संबंध में बताया भी जाता है। परंतु जबतक रुपईडीहा नगर के मोहल्लों में सूत्र नही बनाये जाएंगे तबतक यह कारोबार बंद नही होगा।