राष्ट्रीय चेतना परिवार के स्थापना समारोह की प्रथम वर्षगाँठ पर आयोजित हुए विभिन्न कार्यक्रम
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बेंगलुरू I
राष्ट्रीय चेतना परिवार के तत्वाधान रविवार को प्रथम वर्षगाँठ मनाई गई| इस अवसर दो सत्रों में कार्यक्रम का आयोजन किया गया| प्रथम सत्र में सम्मान समारोह एवं पुस्तक लोकार्पण का आयोजन हुआ| द्वितीय सत्र में अभिव्यक्ति काव्य मंच द्वारा काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया| कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन से हुआ| डॉ. मंजू गुप्ता जी ने अपनी सुमधुर आवाज़ में माँ सरस्वती की वंदना की|
राष्ट्रीय चेतना परिवार के संस्थापक डॉ. अरविन्द कुमार गुप्ता जी द्वारा विशिष्ट अतिथियों एवं आमंत्रित अतिथियों के स्वागत एवं अभिनंदन द्वारा कार्यक्रम की शुरुआत हुई| इसके बाद कु. सात्विका चौधरी एवं अन्य बालिकाओं ने भरत नाट्यम द्वारा माँ की वंदना की| कार्यक्रम की रूपरेखा के बाद राष्ट्रीय चेतना परिवार के अध्यक्ष जगदीश गोविल जी ने प्रोजेक्टर के माध्यम से हिंदी भाषा में तथा डॉ. मलकप्पा अलियास महेश जी ने कन्नड़ में सभी को राष्ट्रीय चेतना परिवार के उद्देश्यों और कार्यों की जानकारी दी|
प्रथम सत्र के इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जगदीश गोविल जी ने की और इस सत्र में श्री विष्णु देव गिरि, डॉ. ए. हनुमैया, डॉ. जी.एस सरोजा, शांति कर्मछेती, डॉ. किरण सिंह, श्री ज्ञानचंद मर्मज्ञ जी की गरिमामयी उपस्थिति रही| मंच द्वारा सभी का स्वागत एवं सम्मान किया गया| शिक्षक सम्मान के अंतर्गत डॉ. प्रभा शंकर प्रेमी, डॉ. इसपाक अली, डॉ. जयश्री अयंगार जी को सम्मानित किया गया| इसके अलावा हिंदी विषय में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को स्मृति चिह्न, प्रमाण पत्र एवं नकद धनराशि द्वारा पुरस्कृत किया गया|
इसके अलावा नवोदित रचनाकार सम्मान, वरिष्ठ रचनाकार सम्मान, महिला सशक्तिकरण सम्मान एवं कार्यकारिणी सदस्यों को भी मंच द्वारा सम्मानित किया गया| इसके बाद पुस्तक लोकार्पण समारोह के अंतर्गत डॉ.(मा.) अरविन्द कुमार गुप्ता जी की पुस्तक ‘मेरे अंतर्मन की अभिव्यक्ति’ एवं डॉ. मंजु गुप्ता ‘लता’ जी की पुस्तक ‘ज़िंदगी के रंग’ का लोकार्पण हुआ|
इस दोनों पुस्तकों की विषयवस्तु की जानकारी कृष्ण कुमार शर्मा और स्वीटी सिंघल ने दी| मुख्य अतिथि उद्बोधन और कु. सात्विका चौधरी एवं मेधा चौधरी द्वारा महिषासुर मर्दिनी की सुंदर प्रस्तुति के साथ प्रथम सत्र की समाप्ति की घोषणा की गई| भोजन के उपरांत दूसरे सत्र का आरंभ हुआ जिसकी अध्यक्षता डॉ. मैथिली पी. राव जी ने की|
इस सत्र में ज्ञानचंद मर्मज्ञ, डॉ. इंदु झुनझुनवाला, डॉ. आदित्य शुक्ल, डॉ. किरण सिंह, नन्द सारस्वत, रचना उनियाल जी की गरिमामयी उपस्थिति रही| आमंत्रित कवियों एवं अतिथियों ने अपने काव्य पाठ द्वारा समां बाँध दिया| सभी कवियों को स्मृति चिह्न देकर उनका आभार व्यक्त किया गया|
डॉ. मैथिली पी.राव जी ने अध्यक्षीय भाषण में सभी कवियों की भूरि-भूरि प्रशंसा की| अभिव्यक्ति काव्य मंच की उपाध्यक्ष श्रीमती अनिता तोमर एवं कु. सात्विका चौधरी द्वारा वन्देमातरम की सुंदर प्रस्तुति के साथ कार्यक्रम के समापन की घोषणा की गई। दोनों सत्रों का संचालन क्रमश: अनिता तोमर, रीता सिंह, स्वीटी सिंघल और विवेकी सिंह ने किया था|
प्रथम वार्षिकोत्सव के इस आयोजन में सभी कार्यकारिणी सदस्यों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया जिसके फलस्वरूप कार्यक्रम अत्यन्त सुन्दर और सुव्यवस्थित रहा और सभी अथितियों द्वारा कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा की गई|
बेंगलुरु कर्नाटका में राष्ट्रीय चेतना परिवार के वार्षिकोत्सव पर रीता सिंह हुई सम्मानित
राष्ट्रीय चेतना परिवार के तत्वाधान रविवार को प्रथम वर्षगाँठ जैन यूनिवर्सिटी में मनाई गई| प्रथम सत्र में सम्मान समारोह एवं पुस्तक लोकार्पण का आयोजन हुआ| कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन से हुआ| डॉ. मंजू गुप्ता जी ने अपनी सुमधुर आवाज़ में माँ सरस्वती की वंदना की| राष्ट्रीय चेतना परिवार के संस्थापक डॉ.अरविन्द कुमार गुप्ता जी द्वारा विशिष्ट अतिथियों एवं आमंत्रित अतिथियों के स्वागत एवं अभिनंदन द्वारा कार्यक्रम की शुरुआत हुई|
इसके बाद कु. सात्विका चौधरी एवं अन्य बालिकाओं ने भरत नाट्यम द्वारा माँ की वंदना की| कार्यक्रम की रूपरेखा के बाद राष्ट्रीय चेतना परिवार के अध्यक्ष जगदीश गोविल जी ने प्रोजेक्टर के माध्यम से हिंदी भाषा में तथा डॉ. मलकप्पा अलियास महेश जी ने कन्नड़ में सभी को राष्ट्रीय चेतना परिवार के उद्देश्यों और कार्यों की जानकारी दी| प्रथम सत्र के इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जगदीश गोविल जी ने की और इस सत्र में विष्णु देव गिरि, डॉ. ए. हनुमैया, डॉ. जी.एस सरोजा, शांति कर्मछेती, डॉ. किरण सिंह,ज्ञान चंद मर्मज्ञ जी की गरिमामयी उपस्थिति रही|
मंच द्वारा सभी का स्वागत एवं सम्मान किया गया| इसके अलावा हिंदी विषय में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को स्मृति चिह्न, प्रमाण पत्र एवं नकद धनराशि द्वारा पुरस्कृत किया गया| इसके अलावा नवोदित रचनाकार सम्मान, वरिष्ठ रचनाकार सम्मान, महिला सशक्तिकरण सम्मान एवं कार्यकारिणी सदस्यों को भी मंच द्वारा सम्मानित किया गया|
इसके बाद पुस्तक लोकार्पण समारोह के अंतर्गत डॉ.(मा.) अरविन्द कुमार गुप्ता जी की पुस्तक ‘मेरे अंतर्मन की अभिव्यक्ति’ एवं डॉ. मंजु गुप्ता ‘लता’ जी की पुस्तक ‘ज़िंदगी के रंग’ का लोकार्पण हुआ | कार्यक्रम का संचालन अनिता तोमर व रीता सिंह ने किया | समारोह में रीता सिंह को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया | रीता सिंह जिया साहित्य मंच बेंगलुरु की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं | बताते चलें कि रीता सिंह एक कुशल मंच संचालक हैं |