अरे रे बाबा ना बाबा……
1 min read

कभी करियो किसी से ना प्यार
कभी देना ना किसी को दिल यार
ये प्यार करे बर्बाद
अरे रे बाबा ना बाबा
मेरे बालम है उस पार
कभी होती नहीं मुलाकात
फिर कैसे करूं इजहार
अरे रे बाबा ना बाबा
वो तो देते नहीं हैं भाव
ऊपर से हैं नखरे हजार
मैं तो बैठ गयी थक हार
अरे रे बाबा ना बाबा
ज्यादा होती उनसे बात
पर हो जाती है तकरार
इस प्यार में सौ जंजाल
अरे रे बाबा ना बाबा
अभी खाने दो उनको भाव
कभी अपना लगेगा दाव
पाई पाई का करेंगे हिसाब
अरे रे बाबा ना बाबा
इस प्यार का ये ही हिसाब
कोई जीत जाए कोई हार
अब हमने ही मान ली हार
अरे रे बाबा ना बाबा
इस हार में भी अपनी जीत
बस ख़ुश रहे मेरा मन मीत
मैंने तो अपनी निभाई प्रीत
अरे रे बाबा ना बाबा
कभी करियो किसी से ना प्यार
कभी देना ना किसी को दिल यार
ये प्यार करे बर्बाद
अरे रे बाबा ना बाबा
–-सुमन मोहिनी (नई दिल्ली)