तीन माह से दर-दर भटक रहा दलित, नहीं मिल रहा गायब पत्नी का सुराग
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अमेठी।
करीब तीन माह बीतने को है लेकिन दलित व्यक्ति को उसकी पत्नी का कोई सुराग नहीं मिल रहा है पुलिस भी हाथ पर हाथ धरे बैठी है पीड़ित का परिवार परेशान है उसकी पत्नी को जमीन खा गई आसमान कुछ पता नहीं चल रहा है पुलिस के पास पहुंचता है कोशिश सिर्फ यही रटा रटाया जवाब मिलता है कि खोज की जा रही है I अब दलित मोहनलाल की सुनने वाला कोई नही निकला। योगी आदित्यनाथ की पुलिस खामोश बैठी है। दलित की पत्नी रेखा लापता है। गुमशुदगी दर्ज करने के बाद पुलिस उदासीन हो चली है I लेकिन जिले के जनप्रतिनिधि सब के सब अपनी दिनचर्या मे ब्यस्त है। ऐसे मे दलित मोहनलाल को लापता पत्नी रेखा कैसे मिल पायेगी।
दलित बिबाहिता रेखा पत्नी हीरालाल आदर्श बिकास कालोनी रायपुर फुलवाली से लापता हुई। बिबाहिता ने मायके सुल्तानपुर जिले के लखनपुर बताकर 27 नवम्बर 2022 को गई। उसके बाद शाम को फोन मिलाने पर बन्द मिला। जब गाँव लखनपुर जानकारी की गई। तो पता चला कि नही आयी। पता चला कि कोई उसे भगा ले गया। पीडित हीरालाल ने जानकारी दी है कि मेरी पत्नी रेखा ने महानगर मुंबई के 28 नवम्बर 2022 को 8000 रूपये और 04 दिसम्बर 2022 को 5000 रूपये पत्नी के बचत खाते से रूपये निकले गये।
मोबाइल फोन पर संदेश लिख कर आया है। पुलिस मामले की अनदेखी करने की शिकायत है। 31दिसम्बर 2022 को गुमशुदगी थाना कोतवाली अमेठी मे दर्ज की गई है। पीड़ित दलित हीरालाल पुत्र मोहन लाल ने अमेठी सांसद,विधायक से मांग किया कि मेरी पत्नी मुम्बई मे है। शासन प्रशासन से तत्काल कार्यवाही की मांग किए है। सरकार पत्नी की बरामदगी करवाये।
मामले में पुलिस का कहना है—
पुलिस उप निरीक्षक प्रमोद कुमार का कहना है कि मामले की गुमशुदगी दर्ज है। पीड़ित की पत्नी ने पायल,अंगूठी,मंगल सूत्र आदि जेवरात अपने साथ ले गई। पति को अशंका जताई है कि सुल्तानपुर के दीपक उर्फ काजू मजदूरी अमेठी शहर मे करता था, वही भगा ले गया। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच पुलिस कर रही है। यदि खबर मिल रही है तो पुलिस कार्यवाही कर बरामद करने का प्रयास करेगी।