12 सितंबर से पूरी तरह से बन्द हो जाएगी ईंट की बिक्री
1 min readअयोध्या।
जिले में 12 सिंतबर से ईंट की बिक्री पूरी तरह से बंद हो जाएगी। इसका असर अयोध्या ही नहीं अपितु आस-पास के कई जनपदों के 50 हजार लोगों पर पड़ने वाला है। घर बना रहे लोगों के सपनों पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा। यह फैसला ईट निर्माता समिति ने लिया है। ईंट भट्ठा मालिकों की समस्याओं को लेकर सरकार को चेतावनी दी कि समस्याओं का निदान न हुआ तो अगले सत्र में ईंट निर्माण नही किया जाएगा। उप्र ईंट निर्माता समिति के अध्यक्ष अतुल कुमार सिंह ने कहा कि लाल ईंटों की बिक्री पर जीएसटी कर की दर में बेतहाशा वृद्धि , कोयले के मूल्यों में रोज़ाना हो रही बढ़ोतरी,ईट मिट्टी की निकासी में प्रशासन की ओर से किया जा रहा उत्पीडन एवं जिग-जैग विधि में ईट भट्ठों को परिवर्तन के लिए पर्याप्त समय न दिए जाने के कारण वर्ष 2022-23 में देशभर के समस्त ईट भट्ठों में ईट उत्पादन का कार्य ठप रहेगा। अध्यक्ष अतुल कुमार सिंह ने कहा कि देशभर के समस्त ईट भट्ठा व्यवसाई आगामी वर्ष में एवं जब तक हमारी मांगों को मान लिया नहीं जाता तब तक हड़ताल पर रहेंगे। इस क्रम में देश के समस्त ईट भट्ठा व्यवसायी 12 सितम्बर से 17 सितम्बर तक ईंटों की बिक्री बन्द करके सरकार की ओर से ईंट भट्ठों पर किए जा रहे सौतेले व्यवहार का विरोध प्रकट करेंगे । सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है तो आगामी वर्ष में ईटों का उत्पादन कार्य पूरी तरह से ठप कर देंगे। इस अवसर पर ज़िला महामंत्री सत्यप्रकाश सिंह, प्रदेश सहमंत्री संजय सावलानी ने कहा कि ईंट उत्पादन बंद होने से बड़े पैमाने पर लोग बेरोजगार हों जाएंगे। समिति की बैठक में नारायण दास, प्रेम नारायन शुक्ला,प्रेम प्रकाश शर्मा,मुन्ना सिंह,जगदीश सिंह,कारु सिंह,पंकज राय,सुनील तिवारी,सुरेश कुमार ,कुलदीप सिंह, योगेश केवलानी, चन्द्रभान मौर्या, संजय श्रीवास्तव,संजय सिंह,मनोज गुप्ता आदि थे।