छह माह में उखड़ने लगी करोड़ों की लागत की बनी पीएमजीएसवाई की सड़क
1 min readरायबरेली I
तू डाल डाल मैं पात पात की कहावत को देश में फैले भ्रष्टाचार के महारथियों ने चरितार्थ करके दिखा दिया है I सरकार चाहे जितना जतन करती है कि भ्रष्टाचार विकास कार्यों में ना होने पाए, लेकिन ये भ्रष्टाचारी एक कदम सरकार के प्रयासों को धता बताते हुए आगे निकल जा रहे हैं I देश में योजनाओं के लिए खर्च किए जा रहे बजट में कार्यों को करने के लिए जो भी धन आवंटित होता है, उसमें भ्रष्टाचारियों द्वारा अपनी स्कीम पहले फिट कर ली जाती है I
बानगी के तौर पर पीएमजीएसवाई से ग्रामीण क्षेत्रों में बन रही सड़कों में बड़े घोटाले देखने को मिल रहे हैं I इसमें कार्यदाई संस्था के अलावा विभागीय अधिकारियों की भी पूरी तरह से भागीदारी से इनकार नहीं किया जा सकता है I अक्सर ही सड़के जल्द ही टूटने और उखड़ने लगती हैं I जबकि सड़कों के इसके रखरखाव के लिए 5 वर्ष का समय भी दिया जाता है I फिर भी सड़कों के बने हुए में भ्रष्टाचारियों का खेल हो ही जाता है और मानक विहीन सड़कें तैयार होती हैं I जिसमें विभाग और कार्य दायी संस्था दोनों ही बराबर के जिम्मेदार माने जाते हैं I
लेकिन कार्यवाही ना के बराबर ही होती है I यूपी के रायबरेली जिले के सलोन क्षेत्र में प्रधान मंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत करोड़ों रुपए की लागत से पूरे बरियार से जौदहा को जाने वाला लगभग 6 किलोमीटर संपर्क मार्ग बनते ही टूट कर गिट्टियां जगह-जगह उखड़ गई हैं। जबकि इस सड़क को अभी 6 महीने भी पूरे नहीं हुए हैं बने हुए। विकासखंड सलोन क्षेत्र के कमालगंज से धरई जाने वाले मार्ग से जुड़े पूरे बरियार से जौदहा जाने वाला लगभग 6 किलोमीटर पिच मार्ग 389.30 लाख की लागत से ग्रामीण अभियंत्रण विभाग द्वारा लगभग 4 माह पूर्व बनाया गया था। जो कि बनने के बाद से ही आर सी सी सड़क की गिट्टिया उखड़ने शुरू हो गई है ।
वही डामरीकरण सड़क पर भी गिट्टी निकलकर जगह-जगह गड्ढे बनने शुरू हो गए हैं वही पटरी पर मिट्टी न डालने से दुर्घटना होने का खतरा बना है । रतासो गांव के ग्रामीणों ने घटिया बनाई गई सड़क पर उंगली उठाते हुए उच्चाधिकारियों से शिकायत की है।