अनियमित भुगतान के मामले में 45 ग्राम पंचायतों की जांच हुई पूरी
1 min readअमेठी I जिले में अबतक अनियमित भुगतान मामले में 45 ग्राम पंचायतों की जांच हो चुकी है, सभी 45 ग्राम पंचायतों में तैनात 25 सचिव अबतक की जांच में दोषी पाए गए हैं। शेष ग्राम पंचायतों की जांच कच्छप गति से चल रही है। लेकिन फांसी देने की तैयारी मात्र दो सचिव व तीन ग्राम प्रधानों के लिए चल रही है।
शुकुल बाजार ब्लाक की ग्राम पंचायतों में तैनात सचिव सूरज पटेल पूर्व जांच में भी दोषी पाए गए हैं I नोटिस के बाद भी अनियमित भुगतान कर रहें हैं जो सुधरने का नाम नहीं ले रहें हैं, इनकी अनियमित भुगतान कार्य प्रणाली का दंश इनके तैनाती ग्राम प्रधानों को झेलना पड़ सकता है। सूरज पटेल ब्लाक शुकुल बाजार में कहते नजर आते हैं कि मेरा कोई अधिकारी कुछ नहीं कर सकता ऐसे नोटिस हमने बहुत देखी है हम ऊंची पहुंच वाले व्यक्ति हैं।
जिले से लेकर ब्लाक तक के अधिकारियों में ही नहीं हमारा लखनऊ तक पकड़ है। अनियमित भुगतान या यूं कहें भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही जांच भी भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ रही है। अमेठी जिले के अधिकारी इन दिनों जांच के नाम पर दोनों हाथ व दोनों पैरों से धन बटोरने में लगे हुए हैं तभी तो इक्काताजपुर मामले में अंतिम जांच आख्या व अंतिम स्पष्टीकरण के बाद भी मामले में अंतिम निर्णय नहीं लिया जा रहा है।
अमेठी जिले में भ्रष्टाचार की जड़ इतनी गहराई तक है कि यहां शिकायतकर्ता को उत्पीड़न का शिकार होना पड़ता है। वैसे इक्काताजपुर मौजूदा प्रधान प्रतिनिधि सुरजीत यादव का कहना है कि उनको ओबीसी जाति का होने के नाते पंचायत चुनाव जीतने के शुरूआती दिनों से ही उत्पीड़न का शिकार होना पड़ रहा है। लेकिन कोई भी उत्पीड़न करने वाला अधिकारी व कर्मचारी संविधान से ऊपर तो कतई नहीं हो सकता है।