आय वृद्धि का उत्तम साधन है बकरी पालन
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नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या से संचालित कृषि विज्ञान केंद्र कठौरा द्वारा 16 से 17 दिसंबर के बीच बकरी पालन द्वारा आय संवर्धन संवर्धन विषयक दो दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना अंतर्गत आयोजित इस प्रशिक्षण के प्रथम दिन कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए मुख्य अतिथि कृषि विज्ञान केंद्र सीतापुर के सेवानिवृत्त वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ सुरेश सिंह ने बताया कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था में कृषि के साथ-साथ पशुधन का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है।
जो किसान कृषि के साथ बकरी पालन करते हैं उनको काफी अच्छा आर्थिक लाभ होता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कृषि विज्ञान केंद्र बाराबंकी के अध्यक्ष डॉ शैलेश सिंह ने बकरी को गरीबों की गाय बताया और कहा कि बकरी पालन से कोई भी किसान बकरी बेचकर तुरंत धन अर्जन कर सकता है जोकि अन्य कृषि आधारित व्यवसाय में संभव नहीं है। प्रशिक्षण समन्वयक एवं केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ सुरेंद्र सिंह ने उपस्थित किसानों को बकरियों की उत्तम नस्ल जैसे बरबरी, सिरोही, जमुनापारी आदि के बारे में बताया तथा उनके पोषण एवं स्वास्थ्य पर विस्तार से चर्चा किया । केंद्र के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ आरके आनंद ने चारा प्रबंधन एवं चारे के लिए वानिकी वृक्षों की उपयोगिता के बारे में बताया। कार्यक्रम के दूसरे दिन शनिवार को केंद्र के वैज्ञानिक डॉ ओ पी सिंह ने ठंड से बकरियों को बचाने हेतु सुझाव देते हुए बताया कि बकरियों को बोरे से ढक के रखें तथा फर्श पर बिछावन के लिए धान के पुआल का प्रयोग करें। केंद्र के वैज्ञानिक डॉ देवेश पाठक , डॉ सत्येंद्र कुमार सिंह एवं डॉ भास्कर प्रताप सिंह ने भी किसानों को जानकारी दिया। प्रशिक्षण में रामेश्वर, दिनेश, सिराज अहमद, अकरम, गिरधारी लाल, प्रेमा, सावित्री संतोष कुमारी सहित 50 कृषकों ने प्रतिभाग किया I