मुख्यमंत्री का आदेश हुआ बेअसर, गरीबों का गिराया आशियाना
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बाराबंकी। जहाँ एक ओर सरकार भूमिहीन,आवास हीन गरीबों को चिंहित कर उन्हे रहने के लिए भूमि और पक्की छत मुहैय्या करा रही है और इस विषय में प्रदेश के मुखिया ने कई मंचों से घोषणाएं भी की है। लेकिन हकीकत बिल्कुल इसके विपरीत है। शासन प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी तथा ग्राम प्रधान ही भूमि हीन तथा आवास हीन गरीबों को रहने हेतु भूमि देने के बजाय उनकी झुग्गी और झोपड़ियां उजाड़ने पर लगे हैं। बता दे की ताजा मामला जनपद बाराबंकी में विकास खंड बंकी के अंतर्गत ग्राम पंचायत जहांगीराबाद में अजीम नगर मसुरिया का है जहाँ भूमि हीन और आवास हीन गरीब परिवार झुग्गी झोपड़ियां बनाकर ग्राम समाज की भूमि किसी प्रकार जीवन यापन कर रहे थे।ग्रामीणों का आरोप है ग्राम प्रधान राजेश गुप्ता द्वारा बिना बताये और बिना कोई लीगल नोटिस दिये ही उनकी झुग्गी और झोपड़ियों पर ट्रैक्टर चलवा कर गिरवा दिया गया।वहीं उसी गाटा संख्या पर अन्य लोगों के पक्के मकान बने हुए हैं जिन पर कोई कार्यवाही नहीं की गयी।वहीं इस संबंध में मौके पर पहुंचे लेखपाल और कानूनगो ने गरीबों को अपना आशियाना हटाने हेतु एक हफ्ते का समय देने की बात कही गयी और साथ ही भूमि हीन गरीबों की जाँच करवाने की बात कही।वहीं इस संबंध में ग्राम प्रधान ने बताया की उक्त भूमि पर झुग्गी झोपड़ी बनाकर रहने वाले लोगों को नोटिस दी गयी है।