कोल्ड चेंज प्वाइंट पर वैक्सीन के स्टॉक की मात्रा का रहता है भंडारण
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अमेठी। जनपद में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गौरीगंज के कोल्ड चेन रूम का राज्य स्तरीय दो सदस्यीय टीम द्वारा मूल्यांकन किया गया। टीम के निरीक्षक डॉ सैय्यद बिलाल हसन एवं गौरव दीक्षित ने कोल्ड चेन रूम में नियमित टीकाकरण के अंतर्गत आने वाली वैक्सीन के रखरखाव, तापमान व उनके स्टॉक का मिलान स्टॉक रजिस्टर व इविन पोर्टल से किया गया, साथ ही सभी कार्यरत उपकरणों व वैक्सीन ट्रांसपोर्टेशन से संबंधित जानकारी प्राप्त की गयी। मूल्यांकन के समय डॉ संजय कुमार शर्मा जिला प्रतिरक्षण अधिकारी, डॉ पी.के. उपाध्याय अधीक्षक गौरीगंज, दीपक शुक्ल वैक्सीन कोल्ड चैन मैनेजर यू0एन0डी0पी0, डॉ जकारिया चौहान एस0एम0ओ0 डब्लू0एच0ओ0 व श्रीमती शीला सिंह कोल्ड चेन हैंडलर उपस्थित रहे।
ऐसे करती है काम
वैक्सीन कोल्ड चैन मैनेजर दीपक शुक्ला ने बताया कि वैक्सीन कोल्ड चेंज प्वाइंट पर वैक्सीन के स्टॉक की मात्रा का भंडारण ब्लॉक स्तर पर आईएलआर में व जनपद स्तर पर आईएलआर व डी प फ्रीजर में किया जाता है। जिसकी रियल टाइम तापमान की ऑनलाइन मॉनिटरिंग ई बिन प्रोग्राम के अंतर्गत मोबाइल एप व बेब पोर्टल के द्वारा की जाती है, इसके लिए जनपद के प्रत्येक ब्लॉक स्तरीय कोल्ड चेंज प्वाइंट पर रखे आईएलआर व जनपद स्तरीय कोल्ड चेंज प्वाइंट पर रखे आईएलआर व डीप फ्रीजर में टेंपरेचर लॉगर नाम की एक सेंसर युक्त डिवाइस फरवरी 2016 में स्थापित की गई थी, यह डिवाइस इंटरनेट के माध्यम से प्रोग्राम के बेब पोर्टल से जुड़ी रहती है एवं निश्चित समय अंतराल पर उपकरण का तापमान पोर्टल पर अपडेट करती है वैक्सीन के सुरक्षित भंडारण के लिए एक नियत तापमान की जरूरत होती है तापमान के कम या अधिक होने के कारण वैक्सीन के खराब होने की संभावना बढ़ जाती है इस ऐप के माध्यम से यह कार्य आसान हो गया है तापमान कम या अधिक होने पर होने पर अलार्म बजने लगता है साथ ही इसकी सूचना ऐप के जरिए जुड़े हुए अधिकारियों की मैसेज द्वारा तुरंत प्राप्त हो जाती है।
मोबाइल ऐप से वैक्सीन की जानकारी रहती है अपडेट
जिला प्रशिक्षण अधिकारी डॉ संजय कुमार ने बताया कि ऑनलाइन की मॉनिटरिंग के द्वारा वैक्सीन की उपलब्धता की जानकारी मिलती रहती है साथ ही कोल्ड चेंज प्वाइंट पर किस बीमारी के कितने टीके उपलब्ध हैं वह किस स्थिति में हैं और उनका कोल्ड चेन मेन टेन है या नहीं है वैक्सीन के स्टॉक में कमी होते ही इसकी पूर्ति तुरंत की जाती है वैक्सीन के एक्सपारी तिथि पास आते ही उसका मैसेज प्राप्त हो जाता है जिससे उसे सर्वप्रथम प्रयोग में लिया जाता है।