Flood in River : गाजीपुर में गंगा उफान पर, प्रशासन ने संभाली कमान – राहत कार्य जारी
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REPORT BY PRADEEP KUMAR PANDEY
GAJIPUR NEWS।
बढ़ते जलस्तर से गाजीपुर में खतरा, 160 बाढ़ चौकियाँ सतर्क मोड में
जिलाधिकारी अविनाश कुमार के निर्देश के क्रम में जनपद में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए सदर, सेवराई, मोहम्मदाबाद, सैदपुर एवं जमानियॉ क्षेत्र के उपजिलाधिकारी द्वारा गॉव प्रभावित गॉवों का निरंतर स्थलीय निरीक्षण किया जा रहा है। इसी क्रम में उपजिलाधिकारी मुहम्मदाबाद द्वारा गॉव सेमरा से प्रभावित गॉवों का निरीक्षण किया जिसमें बनाये गये बाढ़ चौकी प्राथमिक विद्यालय सेमरा प्रथम में 10 परिवारों को सुरक्षित पुर्नवासित किया गया।
इसी क्रम में व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए बाढ़ से गॉव प्रभावित क्षेत्रो का पैदल/नाव द्वारा निरीक्षण करते हुए गॉव के आने जाने वाले रास्तो, ग्रामीणो एवं पशुओ की सुरक्षा पुख्ता इंतेजाम, चारा, पानी, दवाईयो, आदि की जानकारी ली तथा सम्बन्धित मातहतों को आवश्यक निर्देश दिये।
उन्हाने बताया कि समस्त बाढ़ प्रभावित क्षेत्रो में 160 बाढ़ चौकी सक्रिय है जिसमें 44 बाढ़ शरणालयों बनाये गये है जिसमें सैदपुर तहसील में 30 नावो ,जमानियॉ में 80 नाव, सेवराई में 61 नाव, मोहम्मदाबाद में 30 नाव, सदर में 132 नाव एवं कासिमबाद में कुल 07 नावे स्थापित किये गये है। कंट्रोल रूम नम्बर-05482224041, 9454417103 पर तत्काल सूचना दे सकते है।
उन्होने ने अपील किया कि बाढ़ से प्रभावित गॉवो के बच्चो को पानी में न जाने दिया जाय तथा किसी प्रकार की समस्या हो तो बनाये गये व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से सीधे संपर्क कर अपनी समस्याओं को अवगत करा सकते है।
मुख्य राजस्व अधिकारी आयुष चौधरी ने जनपद में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए बताया कि 07 बाढ़ राहत केन्द्र बनाये गये है जिसमें 40 नॉवों की व्यवस्था लगातार गॉवों के किनारे भ्रमण लगातार सुरक्षा हेतु की जा रही है। जिसमें सब्बलपुर कला में बढ़ते जल स्तर को देखते हुए सभी पशुओं एवं व्यक्तिों को पूर्व से ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है।बढ़ते जल स्तर से जानवरों एवं लोगो को सुरक्षति रखने हेतु शरणालय पूरी तरह से तैयार है।
सभी तहसीलो में बाढ़ से प्रभावित व्यक्तियों एवं जानवरों को सुरक्षित स्थानो पर रखने हेतु तैयारियॉ पूरी की जा चुकी है। सम्भावित प्रभावित आबादी, परिवार की सूची, प्रभावित क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं की सूचना एकत्रित की जा चुकी है। सभावित फसल हानि का भी चिन्हित किया जा चुका है ताकि सूचनाओं का सत्यापन के उपरान्त तत्काल सहायता वितरण में विलम्ब न हो।
गंगा कटान से प्रभावित सेमरा के परिवारों का सुरक्षित पुनर्वास, प्रशासन ने दिखाई तत्परता
जनपद के तहसील मुहम्मदाबाद अंतर्गत ग्राम सेमरा में गंगा नदी के कटान से उत्पन्न संकट पर प्रशासन ने तेज़ी से कार्रवाई करते हुए राहत कार्यों को अंजाम दिया। जलस्तर में तेजी से वृद्धि और संभावित खतरे को देखते हुए उपजिलाधिकारी हर्षिता तिवारी ने गंगा तटीय क्षेत्र का निरीक्षण कर कटान प्रभावित परिवारों के सुरक्षित विस्थापन की व्यवस्था सुनिश्चित की।
निरीक्षण के पश्चात, स्थिति की गंभीरता को देखते हुए 10 परिवारों को तत्काल प्रभाव से प्राथमिक विद्यालय सेमरा में स्थानांतरित किया गया। प्रशासन द्वारा इन पुनर्वासित परिवारों के लिए बुनियादी सुविधाएं जैसे पीने का पानी, बिजली, शौचालय, चिकित्सा सहायता व साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था की गई है।
उपजिलाधिकारी ने राजस्व व पुलिस विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए स्पष्ट किया कि “जनमानस की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।” उन्होंने ग्रामीणों से भी अफवाहों से बचने और प्रशासन के संपर्क में बने रहने की अपील की।
प्रभावित परिवारों ने सरकार द्वारा त्वरित कार्रवाई और सहानुभूतिपूर्ण रुख की सराहना की। उनका कहना था कि आपदा की इस घड़ी में प्रशासनिक सक्रियता ने उन्हें राहत और विश्वास दोनों प्रदान किया है। सेमरा गांव में शासन-प्रशासन की तत्परता ने यह प्रमाणित कर दिया कि संकट के समय सरकार नागरिकों के साथ खड़ी है — सजग, संवेदनशील और पूरी तरह जिम्मेदार।