MAHAKUMBH2025 BREKING : भाई जरा रुकिए…. अगर महाकुंभ जाने की कर रहे हैं तैयारी !
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REPORT BY LOK REPORTER
MAHAKUMBH NAGAR PRAYAGRAJ।
#MAHAKUMBH2025
प्रयागराज में आयोजित हो रहे महाकुंभ में इस समय श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। संगम पर स्नान के लिए आने वाले लोगों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। जाम और भारी ट्रैफिक की वजह से प्रशासन ने लोगों से संयम बरतने की अपील की है। साथ ही, जनसाधारण के लिए सुरक्षा व्यवस्था और रास्तों की विशेष जानकारी भी दी है। प्रयागराज महाकुंभ में विशेष रूप से वीकेंड के दौरान श्रद्धालुओं की संख्या बहुत अधिक हो गई है। संगम के करीब पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को 8 से 10 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ रहा है। ट्रैफिक की स्थिति इतनी बिगड़ गई है कि कई प्रमुख सड़कों पर वाहनों का आवागमन रुक सा गया है। इसके चलते वाहन मालिकों को अपने वाहनों को संगम से 10 से 15 किलोमीटर पहले ही रोकने की सलाह दी जा रही है। प्रशासन ने सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए अस्थाई पुलों को भी बंद कर दिया है, ताकि भीड़ नियंत्रण किया जा सके। इसके बावजूद, श्रद्धालु अक्सर रास्ता भटकते नजर आते हैं, क्योंकि मार्गों पर जाम और ट्रैफिक की स्थिति अत्यधिक जटिल हो गई है।
प्रयागराज में हर तरफ जाम ही जाम
महात्मा गॉंधी मार्ग, सरदार पटेल मार्ग, सिविल लाइन बस अड्डा, रेलवे स्टेशन सिटी साईड, रेलवे स्टेशन सिविल लाइन साईड, चौक, राम बाग, नया पुल पुराना पुल शास्त्री पुल अलोपीबाग, सीएमपी कालेज, जार्जटाऊन, बालसन चौराहा, प्रयाग स्टेशन, दारागंज, सोहबतियाबाग, बैहरहना, रामबाग रामभवन, बहादुर गंज,जानसेनगंज हर तरफ आस्था का ज्वार हिलोरे ले रहा है।चारों तरफ केवल जाम ही जाम है।
एकादशी पर रात के 2 बजे भी वाहनों की लम्बी कतार लगी रही
कल एकादशी पर 1.32 करोड़ दर्शनार्थी प्रयागराज पहुंचे।
उसको लेकर काशी और अयोध्या की ओर भी वाहनों का काफी दबाव बना हुआ है। संभवतः अब 26 तक यही स्थिति रहेगी। नदियों को सागर में मिलते सुना होगा, अब तो ‘सनातनियों का महासागर’ नदियों से मिलने के लिए चला आ रहा है।
बनारस शहर में कल से ट्रैफिक का दबाव बहुत ज्यादा हो गया है। पुलिस आयुक्त ने कल यूपी 65 वाले वाहनों को छोड़ कर अन्य वाहनों को पुरानी व्यवस्था के अनुसार बाहर ही रोकने का आदेश दिया, तब जाकर स्थिति कुछ हद तक सामान्य हुई। हालांकि, इसके बावजूद कल शहर में वाहनों का भारी दबाव रहा। हाईवे की प्रयागराज से वाराणसी लेन तो कई जगह चोक रही।
प्रयागराज, काशी, अयोध्या, गया और नैमिषारण्य (सीतापुर) क्रमशः ओवरलोडेड हैं। इसके बाद ही चित्रकूट और मैहर में भी काफी दबाव दिख रहा है।
प्रयागराज शहर और कुंभ मेला क्षेत्र के सभी एंट्री प्वाइंट बंद कर दिए गए हैं। लाखों श्रद्धालु जहां है वही थम गए हैं। 20-20 किमी पैदल चलने के बाद भी कुंभ क्षेत्र में एंट्री नहीं हो रही। श्रद्धालुओं को जानकारी देने वाला कोई नहीं। किसी के पास कोई जानकारी नहीं की कौन सा रास्ता खुलेगा और कब तक बंद रहेगा।
प्रयागराज संगम स्टेशन बंद प्रयाग स्टेशन से पकड़नी होगी ट्रेन
प्रयागराज में महाकुंभ के कारण यात्रियों की बढ़ती भीड़ देखते हुए प्रयागराज संगम स्टेशन को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है। ये फैसला श्रद्धालुओं की भीड़ और उनकी सुरक्षा को देखते हुए लिया गया है। अगले आदेश तक प्रयागराज संगम स्टेशन को बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। सभी श्रद्धालुओं को प्रयाग स्टेशन से अपनी ट्रेन पकड़नी होगी।
राष्ट्रपति का महाकुंभ दौरा और सुरक्षा व्यवस्था
इस बीच, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के महाकुंभ में आगमन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है। 10 फरवरी को राष्ट्रपति प्रयागराज पहुंचेंगी और संगम तट पर त्रिवेणी स्नान करेंगी। उनके दौरे के दौरान संगम के प्रमुख घाटों पर सुरक्षा बल तैनात रहेंगे। साथ ही, नावों का संचालन भी रोक दिया गया है। राष्ट्रपति के मार्ग पर स्थित प्रमुख रास्तों पर वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बंद रहेगा।
इन रास्तों पर जाम से बचें
महाकुंभ के दौरान कई प्रमुख रास्तों पर जाम की स्थिति बनी रहेगी। खासकर हर के लाउदर रोड, अमरनाथ झा मार्ग, इंडियन प्रेस चौराहा, बालसन चौराहा, एसआरएन मोड़, झूंसी, नैनी और रीवा रोड पर अत्यधिक ट्रैफिक हो सकता है। इन रास्तों पर वाहन रेंगते हुए आगे बढ़ रहे हैं और श्रद्धालुओं को संगम तक पहुंचने के लिए 8 से 10 घंटे तक इंतजार करना पड़ सकता है।
माघ पूर्णिमा तक बढ़ेगा जनसैलाब
महाकुंभ का आयोजन 12 फरवरी तक जारी रहेगा, और इस दौरान श्रद्धालुओं की संख्या में और इजाफा होने की संभावना है। माघ पूर्णिमा के स्नान तक लाखों श्रद्धालु संगम पर पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। ऐसे में प्रशासन के लिए जाम को नियंत्रित करना बड़ी चुनौती बन गई है।
प्रशासन की अपील
प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें। निजी वाहनों का उपयोग करते समय बिना पास के संगम क्षेत्र की ओर न बढ़ें। प्रशासन ने पैदल श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग रास्तों का निर्माण किया है, लेकिन अत्यधिक भीड़ के कारण जाम की स्थिति बनी रहती है।
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से संयम रखने की अपील की है, क्योंकि भीड़ बढ़ने से जाम की स्थिति और भी खराब हो सकती है। साथ ही, वे सभी श्रद्धालुओं से यह भी अनुरोध कर रहे हैं कि वे धैर्य रखें और किसी भी प्रकार की आपत्ति से बचें। महाकुंभ में संगम स्नान का अवसर मिलना किसी के लिए भी एक अद्भुत अनुभव है, लेकिन अत्यधिक भीड़ के कारण कुछ समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।प्रशासन पूरी कोशिश कर रहा है कि श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के संगम तक पहुंच सकें और सुरक्षित रूप से स्नान कर सकें।
सोमवार को संगम में राष्ट्रपति लगाएंगी आस्था की डुबकी
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार (10 फरवरी, 2025) को कुंभ मेले में शामिल होने के लिए प्रयागराज जाएंगी। प्रयागराज की अपनी एक दिवसीय यात्रा के दौरान, राष्ट्रपति पवित्र संगम में स्नान करेंगी और पूजा करेंगी। इस दौरान यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी वहां मौजूद रहेंगी।
13 जनवरी से शुरू होने वाला महाकुंभ 2025 दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समागम है, जिसमें दुनिया भर से श्रद्धालु लगातार डुबकी लगा रहे हैं। महाकुंभ 26 फरवरी को महाशिवरात्रि तक जारी रहेगा।
डिजिटल कुंभ का भी करेंगी दौरा
एक अधिकारिक बयान में कहा गया है कि, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सुबह संगम नोज पहुंचकर डुबकी लगांएगी। भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सबसे पहले संगम में स्नान और पूजा करेंगी उसके बाद अक्षयवट और लेटे हनुमान मंदिर में पूजा और दर्शन करेंगी इसके अलावा राष्ट्रपति डिजिटल कुंभ अनुभव केंद्र का भी दौरा करेंगी। राष्ट्रपति के दौरे को देखते हुए प्रायागराज में सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद कर दी गई है।
डॉ राजेंद्र प्रसाद लगा चुके हैं डुबकी
ये दूसरा मौका होगा जब भारत के राष्ट्रपति ने महाकुंभ के दौरान संगम में डुबकी लगाएंगे। इससे पहले देश के प्रथन राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने महाकुंभ के दौरान संगम में डुबकी लगाया था। राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद आजादी के बाद हुए पहले कुंभ में प्रयागराज पहुंच कर संगम में डुबकी लगाई थी। अब भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संगम में डुबकी लगाएंगी।
पीएम मोदी भी लगा चुके हैं डुबकी
इससे पहले पीएम मोदी ने 5 फरवरी को प्रयागराज पहुंच कर संगम में डुबकी लगाई थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि, मां गंगा का आशीर्वाद पाकर मन को असीम शांति और संतोष मिला है। उनसे समस्त देशवासियों की सुख-समृद्धि, आरोग्य और कल्याण की कामना की। हर-हर गंगे!
वहीं हर दिन आम लोगों के साथ-साथ बड़ी संख्या में VIP लोग भी कुंभ मेले में डुबकी लगा रहे हैं। गृह मंत्री अमित शाह, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल, गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल समेत कई राज्यों के सीएम और डिप्टी सीएम ने कुंभ में डुबकी लगा चुके हैं।
अभिनेत्री और पूर्व सांसद जया प्रदा ने बेटे संग लगाई पावन डुबकी
प्रयागराज में महाकुम्भ 2025 का भव्य आयोजन जारी है और इसमें श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ रही है। अभिनेत्री और पूर्व सांसद जया प्रदा ने रविवार को अपने बेटे संग त्रिवेणी संगम में पावन डुबकी लगाई। उन्होंने कुम्भ मेले में पहुंचकर अपनी खुशी जाहिर की और केंद्र एवं राज्य सरकार की व्यवस्थाओं की सराहना की।
श्रद्धालुओं की आस्था का अद्भुत नजारा
जया प्रदा ने कहा, “मैं बहुत खुश हूं। लाखों श्रद्धालु जिस भक्ति और श्रद्धा के साथ त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाने आ रहे हैं, वह देखने लायक है।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए कहा, “सरकार ने जिस तरह से सभी भक्तों के लिए शानदार व्यवस्थाएं की हैं, वह काबिल-ए-तारीफ है।”
प्रयागराज में एकादशी पर करोड़ो लोगो ने किया स्नान
प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी संख्या में स्नान किया गया। दोपहर 2 बजे तक: प्रयागराज के संगम में 1.09 करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई।
कल्पवास —-
10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने महाकुंभ में कल्पवास किया। स्नान की कुल संख्या कल तक 42 करोड़ से अधिक श्रद्धालु कुंभ मेले में स्नान कर चुके हैं।
श्रद्धालुओं के लिए सुव्यवस्थित इंतजाम
महाकुम्भ 2025 में सुरक्षा, सफाई, परिवहन और अन्य सुविधाओं को लेकर इस बार विशेष ध्यान दिया गया है। राज्य सरकार द्वारा जगह-जगह कैंप, स्वास्थ्य सुविधाएं, सुरक्षा बलों की तैनाती और ट्रैफिक प्रबंधन के इंतजाम किए गए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो। महाकुम्भ के आयोजन को लेकर देश ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज आ रहे हैं। इसमें फिल्मी सितारों की साथ ही राजनीति से जुड़े लोगों की भी बड़ी संख्या है।
महाकुंभ में सिक्किम के मुख्यमंत्री का आगमन, सनातन संस्कृति की दिव्यता को बताया अद्भुत
धर्म, आस्था और अध्यात्म के महासंगम महाकुंभ 2025 में सम्मिलित होने के लिए सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग महाकुंभ पहुंचे। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने उनका आत्मीय स्वागत किया।
मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग महाकुंभ की दिव्यता, भव्यता और आध्यात्मिक ऊर्जा से अभिभूत हुए। उन्होंने कहा कि यह आयोजन सनातन परंपराओं की अखंड श्रद्धा और भारत की आध्यात्मिक चेतना से जुड़ने का अनुपम अवसर है। त्रिवेणी तट पर संतों, कल्पवासियों और असंख्य श्रद्धालुओं की उपस्थिति ने इस माहौल को और भी दिव्य बना दिया है।
उन्होंने इस ऐतिहासिक आयोजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि महाकुंभ सनातन संस्कृति के गौरव का प्रतीक है और इसकी दिव्यता विश्वभर के श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान कर रही है।