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SPECIAL NEWS : पिता के कंधों पर उठी दो पुत्रों की अर्थी, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़ 

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REPORT BY MADHAV BAJPAYEE

AMETHI NEWS I 

कहते हैं कि मनुष्य के जीवन में सबसे बड़ा दुःख क्या होता है तो इसका उत्तर है पुत्र अपने सामने असमय जाना और जीवन सबसे बड़ा बोझ पुत्र की अर्थी I लेकिन एक अभागे पिता को एक नहीं दो पुत्रों की अर्थी दो दिनों के भीतर ही उठाना पड़ा I जी हाँ जिले के शुकुल बाजार में कुछ ऐसा ही हुआ है I

जब एक परिवार पर दुखों का पहाड़ उस समय टूट पड़ा है जब बड़े भाई की मौत के सदमे में छोटे भाई ने चौबीस घंटे के भीतर ही दम तोड़ दिया। घटना के बाद गांव में मातमी सन्नाटा पसरा है, जबकि परिवारीजनो का रो-रोकर बुरा हाल है।

चौबीस घंटे में दो सगे भाइयों की मौत से मचा कोहराम

घटना मवैया रहमतगढ़ पंचायत के पूरे शुकुलन गांव की है। तीन अक्टूबर को 45 वर्षीय प्रकाश शुक्ला करंट लगने से उसकी मौत के गम स्वजन डूबे ही थे कि इस बीच चौबीस घंटे की भीतर गुरुवार की देर रात उसके छोटे भाई 38 वर्षीय अभिषेक शुक्ला की मौत हो गई।

परिजनों के मुताबिक  बड़े भाई प्रकाश शुक्ला करंट लगने के कारण उसकी मौत हो गई थी। उसे लोग भूल भी नहीं पाए थे कि चौबीस घंटे के भीतर ही  अभिषेक की मौत, हो गई। उसकी मौत के बाद अभिषेक गुमशुम रह रहा था।

बड़े भाई के सदमे से छोटे भाई ने भी तोड़ा दम 

बताया जा रहा है कि अभिषेक अपने बड़े भाई की मौत के सदमे से उबर नहीं पा रहा था। गुरुवार से ही वह अपने भाई को याद कर रोए जा रहा था। बताया जा रहा है कि गुरुवार की रात्रि को हृदयगति रुकने के कारण उसकी मौत हो गई। गांव के पास ही उसका अंतिम संस्कार किया गया। गांव सहित आसपास के लोग मृतक के परिजनों को सांत्वना दे रहे थे।इस घटना से पूरे क्षेत्र में शोक कि लहर फैल गयी।

सहायक अध्यापक थे अभिषेक 

अभिषेक शुक्ला पड़ोसी जनपद  बाराबंकी के  प्राथमिक विद्यालय इमाम अली का पुरवा में सहायक पद पर तैनात थे।  परिवार का दायित्व भी निभाते थे। उनके निधन से क्षेत्र के शिक्षको में भी दुख है।

दो बच्चों के सिर से उठ गया पिता का साया 

38 वर्षीय अभिषेक शुक्ल की मौत से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। मृतक अभिषेक शुक्ल परिवार का सहारा थे। भरण पालन पोषण एवं परिवार के जीवकोपार्जन की संपूर्ण जिम्मेदारी मृतक अभिषेक शुक्ल के कंधों पर थी। अभिषेक की मौत से पत्नी कल्पना के सिर से जहां पति का साया उठ गया है वहीं पुत्री महक एवं पुत्र निमिष सहित दो बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है।

 

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