RURAL DEVELOPMENT : पंचायत भवनों में ताले बंद : प्रधान के घर से चल रही ग्राम पंचायत की सरकार…..
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REPORT BY BRIJESH YADAV
AMETHI NEWS I
जिलों के विकास के लिए विकास भवन की स्थापना होती है जिसमें सभी तरह की योजनाओं का संचालन किया जाता है और एक ही भवन में जनता को सारी सुविधाएं प्राप्त हो जाती हैं I उसी तर्ज पर सरकार द्वारा ग्राम पंचायत स्तर पर सभी ग्रामों में पंचायत भवन का निर्माण गया I जिससे विकास संबंधित एवं सभी सरकारी योजनाओं की जानकारी के लिए जनता को इधर-उधर भटकना पर ना पड़े I
ग्राम पंचायत अधिकारी एवं ग्राम प्रधान पंचायत भवन में बैठकर जनता की समस्याओं का निस्तारण करें और उनके कार्यों को जिला शासन तक पहुंचाएं I इसीलिए सरकार ने इस मंशा को पूर्ण करने के लिए ग्राम पंचायत को कंप्यूटर, लैपटॉप एवं इंटरनेट की सुविधा से लैस किया l लेकिन सरकार के मंसूबो पर पानी फेरने का काम ग्राम प्रधान व ग्राम सचिव कर रहे हैं I पड़ताल में मिली जानकारी के अनुसार जिलेभर में अधिकांश ग्राम पंचायत भवन पर ताले ही लटकते ही मिलें I
गांव वालों की माने तो प्रधान अपने घर से सरकार चला रहे हैं और ग्राम सचिव इस भवन पर बैठना मुनासिब नहीं समझते हैं I कभी कभार ताला खुलता है लेकिन कुछ समय के लिए और फिर बंद हो जाता है I लाचार जनता कभी प्रधान जी के दरवाजे पर तो कभी पंचायत भवन या फिर ब्लॉक व तहसील का चक्कर अपने कार्यों के लिए लगाते मिलेंगी I सुविधाओं की उपलब्धता के बावजूद सरकारी कर्मी गांवों की ओर रूख करना ही नहीं चाहते।
जनता बेचारी लाचार। काम के लिए कभी मुखिया के घर तो कभी पंचायत सचिव की तलाश में कार्यालय की दौड़ ग्रामीण लगा रहे हैं। यह बड़ी समस्या है। सुविधाओं की उपलब्धता के बावजूद सरकारी कर्मी गांवों की ओर रूख करना ही नहीं चाहते। नतीजा सरकार के लाख प्रयासों के बावजूद पंचायत भवन सपना साकार होने पर ग्रहण लगा है। पंचायत भवन का कब ताला खुलता है और कब बंद होता है, यह स्थानीय लोगों को पता नहीं है।
बानगी के तौर पर जिले के विकास खंड शुकुल बाजार में 02 अक्टूबर को इस गंभीर मुद्दे पर संवाददाता द्वारा ग्राउंड पड़ताल किया तो कई पंचायत भवनों में ताला लगा हुआ था I स्वच्छता पखवाड़ा होने के बावजूद भी कई ग्राम पंचायत के आसपास गंदगी का अंबार लगा हुआ था I
रिपोर्टर ने ग्राउंड पड़ताल किया जिसमें यह चौकाने वाले सच सामने आई की निम्न ग्राम पंचायत पर ताले लटक रहे थे स्वच्छता पखवाड़ा होने के बावजूद भी कई ग्राम पंचायत के आसपास गंदगी का अंबार लगा हुआ था I निहालगढ़ सदा पट्टी आशीशपुर भटमऊ गयासपुर ब्यारायमऊ बलापुर आदि ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन बंद थे ग्रामीणों द्वारा पूछे जाने पर पता चला कि कहीं-कहीं माह में एक बार खोल दिया जाता है, लेकिन जनता का काम करने के लिए नहीं। बल्कि आपस में बात करने के लिए।
ग्रामीणों को काम के लिए के प्रधान जी के घर के चक्कर काटना पड़ता है I विकासखंड का एक ग्राम पंचायत निहालगढ़ सदा पट्टी ऐसा है जहां पर ग्रामीणों द्वारा पूछे जाने पर पता चला कि ग्राम पंचायत भवन कभी कबार ही खोला जाता है और यहां पर जनता की सुविधाओं को तो छोड़िए परिसर में लगा हैंडपंप काफी दिन से खराब पड़ा हुआ है। भवन के आसपास सिर्फ लोग मौज मस्ती करते देखे गए हैं I
पंचायत की सरकार प्रधान जी के घर से चलती है। पंचायत सचिव प्रधान जी के घर के ब्लाक तक हीं काम करते हैं। कई ग्राम पंचायत पर पंचायत सहायक रोजगार सेवक, अन्य सारे पंचायत कर्मी प्रखंड में नजर आते हैं I पंचायत सचिव किसी भी ग्राम पंचायत में नजर नहीं आए। जबकि पंचायत भवन में जनता की आवश्यकता के लिए बहुत सारी सुविधाएं दी गई है ताकि गांव का काम गांव में ही को हो सके और बाहर न जाना पड़े लेकिन पड़ताल में पता चला की जनता की कोई सुनने वाला इस पंचायत भवन में नहीं बैठता है I
कई पंचायत का तो बहुत बुरा हाल है जनता सचिव को ढूंढने के लिए ब्लॉक जाती है ब्लॉक पर पता चलता है कि पंचायत भवन में है पंचायत भवन में पता चलता है ब्लॉक पर है जनता चक्कर काट काट जनता परेशान है। जाति-आवास समेत अन्य सरकारी काम के लिए जाना पड़ता है। इस संबंध में खंड विकास अधिकारी अंजलि सरोज ने बताया कि ऐसी शिकायत अगर प्राप्त होती है तो सचिव के विरुद्ध के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी I
पंचायत भवन का उदेश्य-
पंचायत भवन ग्राम पंचायत का कार्यालय है I सरकार की मंशा के अनुरूप पंचायत जनता की सहुलियत के लिए ये भवन निर्माण हुए जिसमें ग्राम पंचायतों के कार्यालयों और उनकी बैठकों का आयोजन हो। ग्राम स्तर पर पंचायत सचिव समेत हर पंचायत कर्मी की उपलब्धता सुनिश्चित हाे।
यही नहीं नियम है कि पंचायत के सारे कर्मी का उपस्थित प्रधान द्वारा बनाया जाएगा। प्रधान जी के ही उपस्थित विवरणी पर इनका वेतन भुगतान किया जाएगा, लेकिन सब गोलमाल चल रहा है I