बेटी को सशक्त बनाने में माँ की भूमिका अहमः-डॉ.फूलकली
1 min readआज राजकीय बालिका इण्टर कालेज अमेठी में अन्तरराष्ट्रीय डाटर्स डे के उपलक्ष्य में विद्यालय की प्रधानाचार्या के नेतृत्व में खेल की विविध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिसमें दौड़,कबड्डी, चुप,बाटल प्रतियोगिताएँ प्रमुख रहीं, साथ ही विद्यालय की कक्षा सात की छात्रा दीक्षा तिवारी का जन्मदिन रोली टीका करके मिष्ठान्न खिलाकर सदैव स्वस्थ, सानन्द, यशस्वी रहने के आशीर्वचन के साथ मनाया गया,उसके उपरांत बेटियों को सम्बोधित करते हुए डॉ.फूलकली ने कहा कि स्त्रियाँ सृष्टि की प्रमुखतम वाहक होती हैं अब नारियों को ही कन्या भ्रूण हत्या, दहेज, यौन शोषण, घरेलू हिंसा के ख़िलाफ़ मोर्चा थामना होगा, आज मैं अपने विचारों को व्यक्त करने में कहीं भी असहज नहीं महसूस करती तो इसका एकमात्र कारण मेरी माँ की परिवरिश है । उन्होंने मुझे सदैव इंसान के रूप में पाला कभी भी लड़की होने पर कमतर महसूस नहीं कराया,साथ ही लड़के और लड़की के पालन पोषण में समान विचार रखने और व्यवहार करने की अनिवार्यता है।
इस कार्य में भी माँ की भूमिका अहम होती है बस उसे अपने कर्तव्यों के प्रति सचेत रहना होगा तभी वह समाज में व्याप्त स्त्री के प्रति दोयम दर्जे की मानसिकता को समझ पायेगी और जब वह उसे समझ पायेगी तभी वह उसे दूर करने में अग्रणी भूमिका निभाने हेतु अपने को सामर्थ्यवान बनायेगी।प्रतियोगिताओं में सराहनीय योगदान सुरेश बहादुर सिंह का रहा।