Lok Dastak

Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest News in Hindi, Breaking News in Hindi.Lok Dastak

बालीवुड की अनसुनी ख़बरें __________

1 min read

REPORT BY KALI DAS PANDEY

MUMBAI NEWS ।

इम वीडियो ने किया ओरिजिनल क्राइम सीरीज़ ‘क्राइम सीरीज़ ‘पोचर’ का ट्रेलर रिलीज

शांताक्रुज (ईस्ट), मुंबई स्थित ग्रैंड हयात्त होटल में आयोजित एक भव्य समारोह में बॉलीवुड की चर्चित अदाकारा आलिया भट्ट की उपस्थिति में प्राइम वीडियो ने बहुप्रतीक्षित ओरिजिनल सीरीज़ ‘पोचर’ का प्रभावशाली ट्रेलर रिलीज़ किया। ट्रेलर हाथियों समेत अन्य वन्य प्राणियों की निर्मम हत्या की दिल दहला देने वाली हकीकत की एक झलक प्रदान करता है I

यह वन्यजीव संरक्षकों के एक विविध समूह का अनुसरण करता है जिसमें वन अपराध सेनानी, पुलिस कर्मी और अच्छे परोपकारी लोग शामिल हैं, जो भारतीय इतिहास के सबसे बड़े हाथी दांत का अवैध शिकार करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करने की अपनी निरंतर खोज में लगे हैं। लेकिन क्या इन आपराधिक कृत्यों के मूक पीड़ितों – असहाय हाथियों – को वह न्याय मिलेगा जिसके वे वास्तव में हकदार हैं ?

यह प्रश्न इस विचारोत्तेजक क्राइम सीरीज़ के मूल में गहराई से गूंजता है। सच्ची घटनाओं के आधार पर ‘पोचर’ कुशलता से व्यक्तिगत लाभ और लालच से प्रेरित मानव कार्यों के परिणामों पर प्रकाश डालती है और इससे होने वाले संभावित जोखिमों और जंगल में विचरण करने वाले पशु पक्षियों को सही तरीके से संरक्षण देने के लिए मानव जाति को सही दिशा में काम करने के लिए प्रेरित करती है।

एमी-पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता रिची मेहता द्वारा निर्मित, लिखित और निर्देशित इस सीरीज़ में निमिषा सजयन, रोशन मैथ्यू और दिब्येंदु भट्टाचार्य मुख्य भूमिकाओं में शामिल हैं। ‘पोचर’ अंग्रेजी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और हिंदी में भी उपलब्ध होगी । पोचर’ का निर्माण ऑस्कर विजेता प्रोडक्शन और फाइनेंस कंपनी क्यूसी एंटरटेनमेंट ने किया है ।

जिसने जॉर्डन पील की ‘गेट आउट’ और स्पाइक ली की ‘ब्लैकक्लांसमैन’ जैसी हिट फिल्में दी है।अदाकारा आलिया भट्ट इस सीरीज़ की एग्ज़िक्युटिव प्रोड्यूसर हैं। सच्ची घटनाओं पर आधारित क्राइम ड्रामा ‘पोचर’ भारतीय इतिहास के सबसे बड़े हाथी दांत का अवैध शिकार करने वाले गिरोह का खुलासा करता है ।

प्राइम मेंबरशिप की नवीनतम प्रस्तुति क्राइम सीरीज़ ‘पोचर’ आठ भागों में मुख्य रूप से मलयालम, हिंदी और अंग्रेजी में है और 23 फरवरी को भारत और दुनिया भर के 240 से अधिक देशों और क्षेत्रों में 35 से ज्यादा भाषाओं में उपशीर्षक के साथ विशेष रूप से प्राइम वीडियो पर इसका प्रीमियर किया जाएगा।

80 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर याद किये गए भारतीय सिनेमा के पितामह दादा साहेब फाल्के

गोरेगांव(मुम्बई) स्थित दादा साहेब फाल्के चित्र नगरी,फिल्म सिटी स्टूडियो में भारतीय सिनेमा के पितामह दादा साहेब फाल्के की 80 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर फिल्मसिटी स्टूडियो प्रबंधन द्वारा एक भव्य समारोह आयेजित किया गया।

इस समारोह में भारतीय फिल्म जगत से जुड़ी संस्थाओं के प्रतिनिधियों, बॉलीवुड के नामचीन शख्सियतों व महाराष्ट्र सरकार के प्रशाशनिक पदाधिकारियों के अलावा दादा साहेब फाल्के के ग्रैंडसन चंद्रशेखरपुसालकर, उनकी पत्नी मृदुला पुसालकर और दत्तक पुत्री नेहा बंदोपाध्याय भी अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और सभी ने दादा साहेब फाल्के की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।

इसके बाद दादा साहेब फाल्के की स्मृति में बॉलीवुड के चर्चित अभिनेता, सिंगर और उद्घोषक राजू टांक के द्वारा सन् 1989 से संचालित बैनर बॉम्बे एंटरटेनमेंट के तत्वाधान में निर्धारित दादा साहेब फाल्के चित्रनगरी(फिल्म सिटी)अवॉर्ड 2024 के लिए फिल्म विधा से जुड़े चयनित नवोदित प्रतिभाओं को दादा साहेब फाल्के के ग्रैंडसन चंद्रशेखर पुसालकर, फैशन डिजाइनर मूनमुन चक्रवर्ती और राजू टांक द्वारा संयुक्तरुप से अवार्ड दे कर सम्मानित किया गया।

फिल्मसिटी स्टूडियो प्रबंधन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में झारखंड के वरिष्ठ फिल्म पत्रकार काली दास पाण्डेय और पंडित अवधेश निर्मलेश पाठक की भी खास भागीदारी रही। दादा साहेब फाल्के के ग्रैंडसन चंद्रशेखर कुशेलकर ने कार्यक्रम के दौरान अपने संक्षिप्त भाषण में दादा साहेब फाल्के के संघर्ष काल की चर्चा करते हुए कहा कि भारतीय फिल्म इंडस्ट्री पूरी दुनिया मे हर साल सबसे ज्यादा फिल्में बनाने के लिए जाना जाता है।

देश का हर दूसरे नौजवान फिल्मों में काम करने की या फिर फिल्मों से जुड़ी अन्य विधाओं से खुद को जोड़ कर अपना कैरियर बनाना चाहता है। लेकिन देश में जब दादा साहेब फाल्के जी ने फिल्म निर्माण को शुरू किया होगा तो उनको कितनी मुश्किलों का सामना करना पड़ा होगा इसको हमेशा दिल और दिमाग में रखना होगा। आज सिनेमा उद्योग कई तरह के संकटों के दौर से गुज़र रहा है। इससे घबराना नहीं है।

आज धैर्य के साथ संघर्ष करने की आवश्यकता है। विदित हो कि दादासाहब फाल्के का असल नाम धुंडीराज गोविंद फाल्के था। उनका जन्म 30 अप्रैल, 1870 को महाराष्ट्र के त्रिम्बक (नासिक) में एक मराठी परिवार में हुआ था। उनके पिता गोविंद सदाशिव फाल्के संस्कृत के विद्धान और मंदिर में पुजारी थे। सन1910 में तब के बंबई के अमरीका-इंडिया पिक्चर पैलेस में ‘द लाइफ ऑफ क्राइस्ट’ दिखाई गई थी।

थियेटर में बैठकर फिल्म देख रहे धुंदीराज गोविंद फाल्के ने तालियां पीटते हुए निश्चय किया कि वो भी भारतीय धार्मिक और मिथकीय चरित्रों को रूपहले पर्दे पर जीवंत करेंगे। इसके बाद दादा साहेब ने फीचर फिल्म ‘राजा हरिश्चंद्र’ का निर्माण कार्य शुरू किया जो देश की पहली फीचर फिल्म के रूप में जानी जाती है। दादा साहेब अपनी इस फिल्म के सबकुछ थे। उन्होंने इसका निर्माण किया, निर्देशक भी वही थे, कॉस्ट्यूम डिजाइन, लाइटमैन और कैमरा डिपार्टमेंट भी उन्हीं ने संभाला था।

वही फिल्म की पटकथा के लेखक भी थे। 3 मई 1913 को इसे कोरोनेशन सिनेमा बॉम्बे में रिलीज किया गया। यह भारत की पहली फिल्म थी। राजा हरिश्चंद्र की सफलता के बाद दादा साहेब फाल्के ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। इसके बाद दादा साहेब फाल्के ने देश की पहली फिल्म कंपनी ‘हिंदुस्तान फिल्म्स’ की स्थापना की। ‘राजा हरिश्चंद्र’ से शुरू हुआ उनका करियर 19 सालों तक चला।

राजा हरिश्चंद्र की सफलता के बाद अपने फिल्मी करियर में उन्होंने 95 फिल्म और 26 शॉर्ट फिल्में बनाईं। उनकी सफल फिल्मों में मोहिनी भस्मासुर (1913), सत्यवान सावित्री (1914), लंका दहन (1917), श्री कृष्ण जन्म (1918) और कालिया मर्दन (1919) के नाम उल्लेखनीय हैं।

उनकी आखिरी मूक फिल्म ‘सेतुबंधन’ थी और आखिरी फीचर फिल्म ‘गंगावतरण’ थी। उनका निधन 16 फरवरी 1944 को नासिक में हुआ था। उनके सम्मान में भारत सरकार ने 1969 में ‘दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड’ देना शुरू किया। यह भारतीय सिनेमा का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार है। सबसे पहले यह पुरस्कार पाने वाली देविका रानी चौधरी थीं। 1971 में भारतीय डाक विभाग ने दादा साहेब फाल्के के सम्मान में एक डाक टिकट भी जारी किया।

आज भले ही दादा साहेब फाल्के हमारे बीच नहीं है लेकिन आज भी उनका संदेश व उनके संघर्षों को बयां करते पदचिन्ह भारतीय फिल्म जगत के फिल्मकारों को कर्मपथ पर धैर्य के साथ अग्रसर रहने के लिए सदैव प्रेरित करता है और युगों युगों तक करता रहेगा।

दिल को छू लेने वाली पारिवारिक कॉमेडी फिल्म है ‘कुछ खट्टा हो जाए’

16 फरवरी को रिलीज हुई गुरु रंधावा एवं सई मांजरेकर की फिल्म ‘कुछ खट्टा हो जाए’ दिल को छू लेने वाली पारिवारिक कॉमेडी फिल्म है। इस कॉमेडी फिल्म का निर्माण मच फिल्म्स, लवीना भाटिया और अमित भाटिया ने किया है। जी. अशोक द्वारा निर्देशित इस पैन इंडिया फिल्म में गुरु रंधावा एवं सई मांजरेकर के अलावा अनुपम खेर, इला अरुण, अतुल श्रीवास्तव, परितोष त्रिपाठी, परेश गणात्रा एवं साऊथ के स्टार कॉमेडी एक्टर ब्रम्हानंद ने अभिनय किया है।

इसे राज सलूजा, निकेत पांडे, विजय पाल सिंह एवं शोभित सिन्हा ने मिलकर लिखा है।कुछ खट्टा हो जाए” की कहानी आई ए एस की तैयारी कर रही इरा मिश्रा (सई मांजरेकर) और उसी कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हीर अरोरा (गुरु रंधावा) पर बेस्ड है। हीर और इरा अच्छे दोस्त हैँ जबकि हीर इरा को रिझाने की कोशिश करता रहता है। लेकिन इरा है कि उसका एक ही फोकस रहता है उसे आईएएस क्लियर करना है। इसी के चलते हीर की तमाम कोशिशें नाकाम रहती है। बावजूद इसके दोनों अच्छे दोस्त हैं।

इधर इरा के घर में छोटी बहन है जो जल्दी से शादी करना चाहती है लेकिन चुंकि बड़ी बहन इरा अपने सपने पूरे करने के लक्ष्य के चलते शादी के बारे में बिल्कुल भी नहीं सोचती। जबकि उधर हीर के दादाजी (अनुपम खेर) जल्द ही अपने पोते की शादी कर देना चाहते हैँ ताकि उनके घर में वर्षों बाद नन्हा मेहमान आ सके। वे लगातार हीर पर दबाव बनाते हैं कि या तो उनकी बताई लड़की से शादी करे या कोई लड़की खुद बताये जिससे हम तुम्हारी शादी करवा सकें।

बस शादी कर ले। इसी बीच इरा के घर वाले बताते हैं कि उसकी बहन 2 महीने की प्रेग्नेंट है और अगर उसकी जल्दी से शादी नहीं की गयी तो बहुत बदनामी होगी तथा हीर के दादा जी का बढ़ती उम्र के चलते तबियत बिगड़ने लगता है और वे जल्दी से नन्हे मेहमान को देखना चाहते हैं। हीर और इरा कॉलेज में मिलते हैं और एक दूसरे को अपनी प्रॉब्लम बताते हैं और आपस में बात करते हैं कि जब दोनों की प्रॉब्लम एक सी है तो क्यों न एक दूसरे से शादी कर लें।

हालांकि प्रॉब्लम ज्यादा इरा की है फिर भी हीर इस बात के लिए राजी हो जाता है कि जब तक इरा का आईएएस नहीं हो जाता तब तक दोनों बच्चा पैदा नहीं करेंगे। दोनों घर में शादी के लिए हाँ कहते हुए अपनी – अपनी पसंद के बारे में बताते हैं जिस पर घर वाले हाँ करते हुए दोनो की शादी करवा देते हैं। उसके बाद शुरु होती है असली परेशानी। चूँकि दादाजी एवं परिवार के अन्य सदस्यों को नये मेहमान का इंतज़ार है इसलिए इन पर नज़र बनाये हुए हैं जबकि इरा का ध्यान पढ़ाई पर है।

इरा पहली ही रात से हीर को दूर रहने के लिए कहती है, जिसे वह स्वीकार कर लेता है। अब आगे की कहानी फिल्म में देखेंगे तो ज्यादा मजा आएगा। फिल्म “कुछ खट्टा हो जाए” का म्यूजिक ठीक है सारे गाने पंजाबी मिक्स हैं। कुल मिलाकर फिल्म ‘कुछ खट्टा हो जाए’ परिवारिक फिल्म देखने वालों को बहुत पसंद आएगी।

सस्पेंस थ्रिलर फिल्म में नजर आएगी अदाकारा श्रद्धा रानी शर्मा

बॉलीवुड की चर्चित अदाकारा, एंकर, डांसर और मॉडल श्रद्धा रानी शर्मा बिग बॉस 5 की एक्स कंटेस्टेंट रह चुकी हैं। बहुत जल्द ही श्रद्धा रानी शर्मा एक सस्पेंस थ्रिलर फिल्म में अहम किरदार निभाने वाली हैं। इन दिनों श्रद्धा स्टेज शो में भी काफी व्यस्त हैं। श्रद्धा बहुत अच्छी डांसर है देशों और विदेशों में इनके शो होते हैं। न्यू यॉर्क, पैरिस, शिकागो, श्रीलंका, दुबई जैसे कई शहरों में इनके शो होते रहते हैं।

इन्होंने बताया कि भारत के साथ साथ विदेशों में इन्हें इनके फैंस का ढ़ेर सारा प्यार और सपोर्ट मिलता रहता है। अब तक यह दो सौ से अधिक शो कर चुकी है। कई शो और इवेंट्स भी करती है साथ ही कई अवॉर्ड से भी सम्मानित हो चुकी हैं। बिग बॉस 5 में इन्होंने धमाकेदार प्रदर्शन किया है जिससे इनको अलग पहचान मिली। बिग बॉस सीजन 17 को इन्होंने बहुत एंजॉय किया उनके फेवरेट कंटेस्टेंट रहे विक्की जैन।

अंकिता खंडेलवाल भी इनकी प्रिय कॉन्टेस्ट रही। श्रद्धा ने बिग बॉस शो के संरक्षक अभिनेता सलमान खान के बारे में बताया कि सलमान खान बेहद सुलझे, प्यारे और अच्छे इंसान है। वह बेहद अच्छे तरीके से अपने कंटेस्टेंट को समझते हैं वह न्यूट्रल रहते हैं। बिग बॉस की सारी बारीकियों को समझाते हुए सभी को मोटिवेट करते हैं। अदाकारा श्रद्धा रानी शर्मा ने धारावाहिक ‘सारथी’ से अपने अभिनय कैरियर की शुरुआत की थी।

इसके बाद कई टीवी शो और प्रादेशिक फिल्मों में अभिनय किया है। जिसमें ‘जीवा’ और ‘जय हो’ आदि है। इनका मशहूर टीवी सीरियल है स्टार टीवी पर ‘हर शाख पर उल्लू बैठा है’ जिसमें इन्होंने अपनी कॉमेडी से सबको हँसाया है। सहारा वन पर ‘सुनो हर दिल कुछ कहता है’, ‘कॉमेडी क्लासेस’ और ‘नीली छतरी’ जैसे कई सीरियल में इन्होंने काम किया है।

विज्ञापन फिल्मों में कई बड़े ब्रांडों में इन्होंने काम किया जिनमें नेरोलैक, लाइजोल, डेटॉल, मॉर्टिन, फिलिप्स, फिएट टायर, ताज, कंट्री क्लब आदि हैं। श्रद्धा रानी शर्मा की पसंदीदा अभिनेत्री मधुबाला है। बचपन से ही उन्हें फिल्मों से आकर्षण महसूस होता रहा और अभिनय का शौक जगा। उनकी किस्मत ने मौका दिया और उनके मुकाम तक पहुंचा ही दिया।

श्रद्धा शर्मा महिला प्रधान फिल्में करना चाहती है। वह ऐसी फिल्में करना चाहती हैं जिससे उनकी छाप सिनेदर्शकों के दिलों पर बनी रहे।

सनातन धर्म की अलख जगा रहा है भार्गव भक्ति यूट्यूब चैनल

भार्गव भक्ति यूट्यूब चैनल वर्तमान समय में भक्ति से ओतप्रोत गीत-संगीतों के माध्यम से सनातन धर्म की अलख जगा रहा है। भार्गव भक्ति यूट्यूब चैनल पर 52 शक्तिपीठ देवियों और बारह ज्योर्तिलिंग के विवरण गीत रिलीज किया जा चुका है। साथ ही 33 कोटि देवताओं (11 रुद्र, 12 आदित्य, 8 वशु 2 अश्वनी कुमार) के विवरण गीत निरंतर भार्गव भक्ति चैनल सभी सनातनी हिन्दू भाईयों-बहनों तक पहुंचा रहा है।

सनातन धर्म के प्रचार, प्रसार व संरक्षण के लिए जो भी संगीतमय प्रोडक्ट भार्गव भक्ति के माध्यम से रिलीज हो रही है और हुई है, उसे अभी तक ना ही किसी फिल्म में या ना ही म्युजिक वीडियो के माध्यम से दिखाया गया है। भार्गव भक्ति यू-ट्यूब चैनल का कॉमर्शियल बिंदु से कोई लेना देना नहीं है। इस चैनल पर प्रसारित होने वाले धार्मिक गीत-संगीत जिसे पसंद आते हैं वह लाइक, शेयर करते हुए सब्सक्राइब कर सकते हैं और कमेंट्स के माध्यम से अपनी सलाह भी दे सकते हैं।

यह चैनल सनातनियों के लिए है, यह आय प्राप्त करने का साधन नहीं है। सनातन धर्म में चार वेद होते हैं और चारों वेदों से संदर्भित विवरण गीतों को एस के तिवारी अपने भार्गव भक्ति म्यूजिक चैनल के माध्यम से लोगों तक पहुंचाने जा रहे हैं। इनके इस कार्य के पीछे एक बड़ी सोच, विश्वास और सकारात्मक निर्णय करने की उनकी भूमिका स्पष्ट रूप से दिखलाई दे रही है। तिवारी प्रोडक्शन के बैनर तले बने चारों वेदों के विवरण गीत का एक ऐसा धार्मिक और अनोखा गीत है जिसको जितना जानने की कोशिश करेंगे उतना ही ज्ञान के अथाह सागर में समाते जाएंगे।

वेद ज्ञान की ऐसी सिद्धि है जहाँ पर यह ज्ञात होता है कि यह नश्वर संसार सनातन धर्म के प्रति अटूट आस्था के स्तंभ पर टिका हुआ है। सनातन धर्म के अलावा कोई और दिखाई नहीं देता। सर्वत्र केवल सनातन धर्म ही दृष्टिगोचर होता है।इन्हीं सभी बातों को तिवारी प्रोडक्शन के एस के तिवारी अपने गीतों के माध्यम से सम्पूर्ण विश्व की जनता तक पहुँचाना चाहते हैं। वह ऐसे व्यक्ति हैं जिनके मन में सनातन धर्म के प्रति अथाह श्रद्धा और प्रेम है।

तिवारी प्रोडक्शन के सीईओ और फाउंडर एस के तिवारी गीतों के एक-एक शब्दों पर विशेष ध्यान देकर अपने चैनल के माध्यम से प्रसारित करते हैं। तिवारी प्रोडक्शन अभी तक सनातन धर्म से जुड़ी कई अहम जानकारियों को प्रदान कर चुके हैं तथा अपने बेहतरीन रिसर्च द्वारा और शब्दों की बारीकी पर ध्यान देते हुए सनातन धर्म से जुड़े रोचक तथ्यों और जानकारियों को गीत के माध्यम से सभी सनातनियों तक पहुंचा चुके हैं और यह प्रक्रिया अनवरत जारी है।

आगे भी सनातन धर्म से जुड़ी जानकारियां और ज्ञान की धारा यूं ही अनवरत भार्गव भक्ति चैनल के माध्यम से लोगों तक पहुंचती रहेगी।

वरिष्ठ फिल्म पत्रकार काली दास पाण्डेय को मिला’अखंड भारत गौरव अवॉर्ड’

संवाद प्रेषक : अभिषेक कुमार पाण्डेय

मॉडल टाउन, अंधेरी (वेस्ट) मुम्बई स्थित मुक्ति फाउंडेशन के प्रेक्षागृह में पिछले दिनों ‘मुंबई ग्लोबल’ और ‘मयूरी मीडिया वर्क’ के संयुक्त तत्वाधान मेंआयोजित भव्य समारोह में वरिष्ठ फिल्म पत्रकार/ अधिवक्ता काली दास पाण्डेय को भारतीय फिल्म जगत के चर्चित गायक पद्मभूषण उदित नारायण और विजय बेनेडिक्ट (डिस्को डांसर फेम) के द्वारा ‘अखंड भारत गौरव अवॉर्ड’ दे कर सम्मानित किया गया।

बॉलीवुड के चर्चित फिल्म पत्रकार काली दास पाण्डेय ने अपना करियर 1981 में स्वतंत्र पत्रकार के रूप में जमशेदपुर (झारखंड) से प्रकाशित हिंदी दैनिक समाचार पत्र ‘उदित वाणी’ से किया था। 80 के दशक से वर्तमान समय तक बतौर फिल्म पत्रकार बॉलीवुड में उनकी सक्रियता जारी है।

हजारीबाग (झारखंड) बार एसोसिएशन की सदस्यता ग्रहण कर 1992 से वकालत के पेशे में क्रियाशील काली दास पाण्डेय को यह सम्मान फिल्म पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Copyright ©2022 All rights reserved | For Website Designing and Development call Us:-8920664806
Translate »