जन्मदिन पर विशेष–अभिनय के धनी थे अनुपम श्याम
1 min readकुछ ऐसे कलाकार होते हैं जिन्हें उनके नाम से नहीं उनके किरदार से उन्हें पहचाना जाता है I उन्हीं में से एक अनुपम श्याम थे जो अपनी अदाकारी से और अपने किरदार से पहचाने जाते थे I जी हां हम बात कर रहे हैं टीवी और फिल्म के कलाकार अनुपम श्याम ओझा जिन्हें सज्जन सिंह के किरदार के रूप में लोगों ने बहुत पसंद किया और उन्हें उसी नाम से जाने लगे I 2009 से 2021 तक चले सीरियल मन की आवाज “प्रतिज्ञा” से उन्हें एक अलग पहचान मिली । इसमें उनके द्वारा निभाए गए किरदार सज्जन सिंह की पापुलैरिटी बहुत अधिक थी। लोग इस सीरियल को इन्हीं के किरदार को देखने के लिए उत्सुक रहते थे I इन्होंने अनेक सीरियलों में काम किया और उनका जोरदार अभिनय लोगों को पसंद आया। आज यानी 20 सितंबर 1957 को उनका जन्मदिन करीब 01 वर्ष पूर्व 63 वर्ष की आयु में 08 अगस्त 2021 को उनकी लंबी बीमारी के चलते मौत हो गई थी I लेकिन उनकी दमदार आवाज आज भी लोगों के दिलों में बसी हुई है। अनुपम श्याम मूल रूप से उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के बेला प्रतापगढ़ के निवासी थे I उन्होंने 1987 में लखनऊ में भारतेंद्र एकेडमी आफ़ ड्रामेटिक आर्ट्स से ग्रेजुएशन किया I उसके बाद उन्होंने अभिनय को अपना कैरियर बना लिया और मुंबई चले आए I
1992 में उन्होंने सबसे पहले अमरावती की कथाएं सीरियल में काम किया I उन्होंने विभिन्न भाषाओं में अनेक फ़िल्मों में भी काम किया। जिसमे फ्रेंच फिल्म जया गंगा, हॉलीवुड की फिल्म ‘द लिटिल बुद्धा’ और ब्रिटिश फिल्म ‘थ्रेड’ शामिल थी। इसके अलावा उन्होंने कई बेहतरीन बॉलीवुड फिल्मो में अपने किरदार से लोगो का मन जीत लिया था I 1996 में इन्हें फ़िल्मों में पहला ब्रेक सरदारी बेगम में मिला I इनके द्वारा की गई अच्छी फिल्मे जैसे कच्चे धागे,लगान और राइजिंग: मंगल पांडेय, दुबई रिटर्न ,बैंडिट क्वीन, लज्जा, परजानिया ,हजारों ख्वाहिशें ऐसी, नायक, शक्ति: द पावर, शामिल हैं I अनुपम श्याम भले ही एक्टिंग के लिए घर से हजारों किलोमीटर दूर मुंबई में रहते थे लेकिन अपने को घर की माटी से रिश्ता वह बराबर जोड़े रखा था। मौका मिलने पर समय-समय पर अपने गांव प्रतापगढ़ जरूर आते रहते थे I अपने मिलने जुलने वालों से अवश्य मिलते थे उनके अंदर किसी प्रकार की नहीं था कि वह इतने बड़े कलाकार हैं I बड़ी सरलता से लोगों से मिलना उनका स्वभाव था I जिससे प्रतापगढ़ के लोग आज भी उन्हें बहुत याद करते हैं श्याम का अंतिम दौर बहुत कठिनाइयों भरा रहा I उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा। इसी बीच उनकी किडनी भी खराब हो गई जिससे उन्हें बार-बार डायलिसिस करना पड़ता था I इलाज के खर्च के कारण उनकी आर्थिक स्थिति और खराब हो गई I इतना होते हुए भी उन्होंने अपने नहीं छोड़ा और प्रतिज्ञा टू में अंतिम समय तक कार्य करते रहे । एक दिन डायलिसिस के दौरान बेड से नीचे गिर पड़े उसके कुछ दिनों बाद ही उनकी मौत हो गई और एक दमदार आवाज के धनी कलाकार की आवाज फिल्म इंडस्ट्री से गुम हो गई। अनुपम श्याम जाने के बाद आज भी उनकी आवाज उनका दमदार किरदार लोगों के बीच में मौजूद है ऐसे किरदार कभी-कभी आते हैं ।