गांवों व गलियों में खुलेआम और बिक रही अवैध कच्ची शराब
1 min read
लखीमपुर खीरी। थाना हैदराबाद की पुलिस चौकी अजान क्षेत्र में इन दिनों गांव गांव और गली गली में खुलेआम पुलिस के संरक्षण में बेची जारही अवैध कच्ची शराब सै सभ्य समाज में कानून व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लगना स्वाभाविक है। इस बात को लेकर पुलिस पर कोई भी प्रभाव पड़ता है नजर नहीं आ रहा है। इस जहरीली शरााब के सेवन से आए दिन क्षेत्र में जानलेवा घटनाएं प्रकाश मे आती रहती हैं किंतु पुलिस को इससे कोई सरोकार नहीं लगता बल्कि उनके लिए सताह मैं मोटी डाली मिलना आवश्यक है।
थाना हैदराबाद एवं पुलिस चौकी अजान क्षेत्र में शराब माफियाओं द्वारा अवैध कच्ची शराब खुलेआम बेची जाने से एक तरफ जहां गांव का माहौल दूषित हो रहा है वही दूसरी तरफ भविष्य की युवा पीढ़ी नशे के लत के आदी होकर अपने भविष्य को अंधेरे में डालकर अपने जीवन पर खिलवाड़ करते देखे जाते हैं। जिससें कई ऐसे परिवार है, जो उजडऩे की कगार पर पहुंच चुके हैं। क्षेत्र में जिस प्रकार से बेधड़क अवैध कच्ची शराब बेची जा रही है, इससे ऐसा प्रतीत होता है कि मानों पुलिस का भय न होकर उन्हें की सरपरस्ती में ही यहां का अवैध शराब कारोबार फलता फूलता जा रहा हो।
पुलिस अवैध कच्ची शराब की बिक्री एवं उत्पादन के धंधे को लेकर पुलिसिया कार्रवाई के जितने भी दावे कर ले लेकिन सभी दावे अभी तक हवा हवाई साबित हुए हैं। पुलिस पर इस धंधे को लेकर पडने बाले दबाव के चलते कभी कभार धरपकड़ का अभियान चलाकर अखबारों की सुर्खियों में बने रहने का प्रयास किया जाता रहा है किंतु अवैध कच्ची शराब का धंधे पर अंकुश लगना दूर की कौड़ी साबित होता है बल्कि पुलिस की देखी अनदेखी के चलते अवैध कच्ची शराब का धंधा पुनः अपनी राह पर दौड़ता हुआ दिखाई देने लगता है। इससे पुलिस की कार्यवाही पर सवाल उठना स्वाभाविक हो जाता है। बताया जाता है कि शहाबुद्दीनपुर ,रामपुर ,तकिया, किरतापुर ,उदयपुर ,बिहारी पुर ,अज़ान , देवापुर ,चढ़िया, मढिया सड़क, रम्मापुर ,मुगला खेड़ा, सुहेला , छिछोना ,परसेडिया सहित तमाम गांवों में कच्ची शराब बेचने का करोबार गांव गांव में अर्से से चल रहा है। जबकि चौकी व थाना से यह गांव काफी नजदीक है। जिस प्रकार से क्षेत्र में अवैध शराब का कारोबार फल-फूल रहा है। जिससे कई सवालों को जन्म देता है। तमाम नियम कायदों के बावजूद जिले की आबकारी महकमा व पुलिस से कोरी कृपा से नही बल्कि मोटी चढ़ोत्तरी के दम पर चल रहा है। चाहे जो भी हो ऐसे मामलों में शराब की अवैध बिक्री और पियक्कड़़ों की बढ़ती फौज से गांव-गांव का माहौल अराजक हो रहा है। युवा पीढ़ी बर्बादी के पथ पर अग्रसर हो रही हैं।