सुल्तानपुर की बेटियों ने पीसीएस-जे में मारी बाजी,किसान की बेटी बनी सिविल जज
1 min read
सुल्तानपुर ब्यूरो।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा सिविल जज (जू० डि०) परीक्षा-2022 के बुधवार की देर शाम घोषित अंतिम परिणाम में सुल्तानपुर सिटी की बघराजपुर निवासी जान्हवी वर्मा को उत्तर प्रदेश में पांचवां स्थान मिला है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भादर में सुपरवाइजर पद से सेवानिवृत हुई शीला वर्मा की पुत्री है जान्हवी।
रामगंज कस्बे में पली-बढ़ी जान्हवी ने सुल्तानपुर स्थित महर्षि विद्या मंदिर ,योगीवीर से इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पांच वर्षीय एलएलबी में प्रवेश लिया था।वर्ष 2020 में जान्हवी ने एल एल बी की परीक्षा में भी टॉप किया था। लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में बीते 20 जून 2023 को घोषित नतीजे में जान्हवी का सहायक अभियोजन अधिकारी के पद पर चयन हुआ था। तब जान्हवी ने इस परीक्षा में यूपी में छठा स्थान प्राप्त किया था।
किसान की बेटी है जाह्नवी
किसान परिवार में जन्मी जान्हवी दोस्तपुर ब्लाक की खालिसपुर दुर्गा गांव की मूल निवासी है।जान्हवी के पिता जगदीश वर्मा खेती और किसानी का कार्य करते है। इसके पूर्व में वह अपने गांव के प्रधान भी रहे है। जान्हवी को अपने बड़े भाई आलोक वर्मा से सफलता की प्रेरणा मिली है।आलोक वर्तमान में बाराबंकी के फतेपुर ब्लाक में खण्ड विकास अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं ।
जान्हवी अपनी सफलता का श्रेय अपने माता -पिता को देती है। उन्होंने कहा कि उनकी बेहतर परवरिश के कारण ही आज उसके भाई और उसे भी यह गौरवपूर्ण सफलता मिली है। वहीं सुल्तानपुर की एक दूसरी बिटिया जज बन गई है I घोषित पी सी एस, जे परिणाम में गोल्ड मेडलिस्ट रुपाली सिंह ने हासिल किया 158 वी रैंक प्राप्त करके जिले का नाम रोशन किया किया है I
पीसीएस जे में १९वीं रैंक के साथ निवेदिता बनी जज
पीसीएस जे में १९वीं रैंक के साथ निवेदिता जज बन गई हैं I जिले के के बेलहरी गांव की मूल निवासी निवेदिता सिंह पुत्री डॉ. जय प्रकाश सिंह ने यूपी पीसीएस जे में १९वीं रैंक पर चयनित हुई है। नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी बैंगलोर से वर्ष २०२० में एलएलएम की पढ़ाई पूरी की।
बचपन से ही मेधावी रही निवेदिता के पिता जेपी सिंह सहारनपुर के एक विद्यालय में शिक्षक रहे I अतः वहीं के रैनबो स्कूल से हाईस्कूल-इंटरमीडिएट के बाद पंजाब विवि, चंडीगढ़ से बी.ए.एल.एल.बी. वर्ष 2016 में पूर्ण की । संप्रति वे चंडीगढ़ हाईकोर्ट में कार्यरत हैं।
स्थानीय निवासी परिवारीजनों व (चाचाद्वय) शिक्षक अशोक कुमार सिंह व अखिलेश सिंह अधिवक्ता को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।