कल्याण सिंह ने राजनीति से ऊपर उठकर आस्था को स्थान दिया –बृजेश पाठक
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लखनऊ।
कल्याण सिंह ने मुख्यमंत्री का पद छोड़कर ,अखण्ड भारत एवं राष्ट्र हित को सदैव सर्वोपरि रखा। उक्त बात डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कल्याण सिंह सेवा स्मृति न्यास के तत्वावधान में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की द्वितीय पुण्यतिथि पर कही I उन्हें याद कर श्रीराममंदिर निर्माण में उनके त्याग की सराहना की गई।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि राष्ट्र हित और अखण्ड भारत की सोच के कारण कल्याण सिंह ने मुख्यमंत्री जैसे पद को त्यागकर आम लोगो की जन भावना और आस्था को प्रमुख स्थान दिया, साथ ही कल्याण सिंह को श्रद्धा सुमन भी अर्पित किए। इसी कड़ी में श्री अयोध्या से पधारे सन्त मिथिलेश नन्दिनी शरण ने कहा कि कल्याण सिंह ने सीएम रहते हुए राजनीति के ऊपर आस्था को स्थापित किया।
जिससे देश का कलंक समाप्त होकर आज श्री राम मंदिर उद्घाटन की ओर अग्रसर है। और शीघ्र ही कुछ माह बाद श्रीराम जी विराजमान हो जायेगे। कहा कि आस्था पद से ऊपर है यह सन्देश कल्याण सिंह ने पूरे देश को दिया। श्रीराम अयोध्या में जहां जलसमाधि लिए थे उस गुप्तार घाट से पधारे संत ने उदाहरण दिया कि जब श्रीराम ने जलसमाधि ली उस समय पूरी वैभवशाली अयोध्या रो रही थी।
अयोध्या के महल खड़े थे, भंडार भरे थी कोई अयोध्या की रखवाली करने वाला नहीं था उस समय माता सीता के पुत्र लवकुश ने आकर उस वैभवशाली रामराज्य को संभाला और पूरे ब्रह्मांड में अयोध्या का गौरव स्थापित किया। उसी तरह कलयुग में सीता देवी के पुत्र श्रद्धेय कल्याण सिंह ने युगों से चले आ रहे कलंक को मिटाकर पूरे राष्ट्र में अयोध्या को नई दिशा दी। उन्होंने ऐसे रत्न कल्याण सिंह को देश का गौरव कहा।
कैबिनेट मंत्री डॉ.संजय निषाद ने कल्याण सिंह को याद कर कहा कि वह हमेशा गरीबों,दलितों, वंचितों के हित के साथ भारतीय संस्कारों के प्रबल समर्थक थे। कहा कि श्रंग वेर पुर में जहा श्रीराम और निषादराज का मिलन हुआ था वहां भी श्रीराम का वैभव बढ़ाने के लिए निषादराज के भवन को भव्यता देनी होगी। भाजपा के प्रदेश महामंत्री अमरपाल मौर्य ने कल्याण सिंह के व्यक्तित्व का ही प्रभाव है कि आज अयोध्या में राम मंदिर पूर्णता की ओर है।
लखनऊ की पूर्व मेयर संयुक्ता भाटिया ने कल्याण सिंह के जीवन पर प्रकाश डालकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कहा कि कल्याण सिंह जैसे महापुरुष का जन्म लोक कल्याण के लिए ही होता है। कल्याण सिंह सेवा स्मृति न्यास के अध्यक्ष प्रशांत भाटिया ने कार्यक्रम का संचालन किया। और कहा कि कल्याण सिंह के त्याग और राष्ट्र के प्रति समर्पण के लिए उनको भारत रत्न के सम्मान से नवाजा जाना चाहिए।
न्यास के महामंत्री प्रशांत त्रिपाठी ने ने कहा कि कल्याण सिंह के जीवन आदर्शो एवं उनके क्रतित्यो से शिक्षा लेनी होगी कि कैसे आम जन मानस की आस्था के लिए उन्होंने सबकुछ छोड़ दिया। उनका त्याग ही है कि राम मन्दिर बनकर पूरे राष्ट्र को एक सूत्र में बांधने का कार्य पूरा हो रहा है।
अध्यक्ष प्रशान्त भाटिया ने कहा कि न्यास भविष्य में विद्यालयों में जाकर आगे आने वाली पीढ़ी के छात्रों में भी चरित्र, संस्कार एवं राष्ट्र के प्रति समर्पण का भाव पैदा करने का प्रयास करेगा। श्री भाटिया ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगो ने उपस्थिति दर्ज कराई।