सुर्खियों में है मध्यप्रदेश का पेशाब कांड______
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लखनऊ। मध्य प्रदेश के पीड़ित आदिवासी को सी एम हाउस में बुलाकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा उसके पांव धोने और शाल भेंटकर सम्मानित करने की घटना सोशल मीडिया पर सुर्खियों में हैं। भाजपा के कार्यकर्ताओं की ओर मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान का गुणगान किया जा रहा है। बसपा ने घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि मध्यप्रदेश प्रदेश के सी एम का कदम को सरकारी पश्चाताप से अधिक नाटकबाजी है और चुनाव और स्वार्थ की राजनीति से प्रेरित है।
मध्य प्रदेश में भाजपा विधायक के प्रति निधि द्वारा एक आदिवासी के ऊपर पेशाब करने और बसपा सुप्रीमो मायावती के ट्वीट के बाद सरकार की कार्रवाई सोशल मीडिया पर सुर्खियों में है। भाजपा के लोग मुख्यमंत्री कार्यालय में शिवराज सिंह चौहान द्वारा पीड़ित व्यक्ति के पांव पखारने और सम्मानित करने के फोटो शेयर करते हुए मुख्यमंत्री का गुणगान कर रहे हैं। भाजपाइयों का कहना है कि आरोपी युवक के विरुद्ध सरकार ने एन एस ए लगाने के साथ कडी कार्रवाई की है।
उधर बसपा नेताओं का कहना है कि चुनाव में आदि वासी वोटों की लालच में भाजपा और मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान नाटक कर रहे हैं।बसपा सुप्रीमो मायावती की ओर से गुरुवार को भी ट्वीट करके मध्य प्रदेश सरकार की आलोचना की गई है।
राष्ट्रीय महासचिव मेवालाल गौतम ने कहा कि मध्यप्रदेश के सीएम द्वारा सीधी ज़िले के पेशाबकाण्ड के पीड़ित आदिवासी युवक को लगभग 600 किलोमीटर दूर भोपाल बुलाकर सीएम हाऊस में कैमरा के घेरे में उसके पैर धोना सरकारी पश्चाताप कम तथा इनकी नाटकबाजी व चुनावी स्वार्थ की राजनीति ज्यादा लगती है।
ऐसा नुमाइशी कार्य क्या उचित है।मध्यप्रदेश में विधानसभा का आमचुनाव निकट है, इसलिए सरकार की ऐसी बेचैनी स्वाभाविक। किन्तु पूरे राज्य में खासकर एससी, एसटी, अतिपिछड़े व मुस्लिम समाज के साथ ही सर्वसमाज के लोगों का महंगाई व बेरोजगारी आदि से इनका जीवन जितना त्रस्त हुआ है उसका हिसाब वे जरूर ही माँगेगे।
रिपोर्ट-वीरेन्द्र यादव