जिया साहित्य मंच पर काव्य संगोष्ठी का आयोजन
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गणतंत्र दिवस पर और बसंत पंचमी पर 26 जनवरी की शाम को जिया साहित्य मंच पर पर ऑनलाइन राष्ट्रीय काव्य संगोष्ठी का आयोजन हुआ | 26 जनवरी को परम पूज्य जिया माँ (रामाश्रम सत्संग ) जन्म जयंती पर भजन जयपुर से भजन गायिका व रामाश्रम सत्संगी संतोष पारीक ने जिया मां के चरणों में अपने भाव पूर्ण भजन से श्रद्धा सुमन अर्पित किए | उसके बाद ओटावा कनाडा से रश्मि सिन्हा ने जिया मां के चरणों में अपनी सुंदर कविता अर्पित की | अयोध्या से मनोरमा मिश्रा ने काव्य गोष्ठी का शुभारंभ सरस्वती वंदना से किया | सबसे पहले बेंगलुरु से रीता सिंह ने स्वागत उद्बोधन दिया |
इस काव्य गोष्ठी में गोष्ठी में भारत के साथ-साथ विदेशों से भी प्रसिद्ध कविगण जुड़े थे | मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य वरिष्ठ साहित्यकार प्रकाशक संपादक व पत्रकार मोहन शर्मा ने अपनी उपस्थिति से काव्य गोष्ठी की गरिमा बढ़ाई | 2 दर्जन से अधिक सम्मान पत्रों से सम्मानित मनमोहन शर्मा ‘शरण’ जी को(वर्ष 2009), में दिल्ली की तत्कालीन मुख्यमंत्री ‘शीला दीक्षित’ जी से नैतिक सम्मान प्राप्त हुआ था |
ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधान मंत्री टोनी ब्लेयर जी से प्रशंशा पत्र प्राप्त कर चुके हैं | वर्ष 2019 में परम पूज्य संत मोरारी बापू जी से ‘उत्कर्ष मेल’ तथा अनुराधा प्रकाशन की एक पुस्तक का लोकार्पण जिसका आस्था चैनल पर लाइव प्रसारण हुआ था, इसी पुस्तक का लोकार्पण सम्मान में भारत के राष्ट्रपति महामहिम राम नाथ कोविंद जी से मिलना हुआ , अभी हाल ही में 23 फरवरी 2021 को भारत की वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण जी से भेंट हुई , उन्होंने उत्कर्ष मेल तथा अनुराधा प्रकाशन की 2 पुस्तकों को अपना आशीर्वाद दिया तथा लोकार्पित किया | आपने एक शोर्ट फिल्म ‘आरक्षण की बलि’ का भी निर्माण किया है. 28 जून को स्पाइस रेडियो कनाडा में मनमोहन शर्मा ‘शरण’ का योग दिवस पर साक्षात्कार प्रसारित हुआ |
मंडी हाउस में हुए नाटक ‘ये मौत क्यों रात भर नहीं आती’ में विशिष्ट अतिथि के रूप में भागीदारी, इसके अतिरिक्त अनेक नाटकों के आयोजन अथवा साहित्यिक आयोजनों में मुख्य अतिथि तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में भागीदारी . पत्रकारिता में उल्लेखनीय योगदान के निमित्त चेन्नई में आयोजित विशाल दीक्षांत समारोह में मानद डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित हो चुके हैं | मनमोहन शर्मा ने जिया साहित्य मंच की शान में अपनी शानदार पंक्तियां व सुंदर काव्य पाठ भी प्रस्तुत किया | कानपुर से कवित्री नीलम खेमका ने सैनिकों को समर्पित एक सुंदर कविता प्रस्तुत की |
कतर दोहा से एम डी एस रामालक्ष्मी, जौनपुर से सागर सिंह, बड़ौदा गुजरात से गिरीश गुप्ता , दिल्ली से राजेश श्रीवास्तव, शिमला हिमाचल प्रदेश से पवन भारद्वाज, औरैया से रचना शर्मा , मुंबई से चंद्रमोहन नीले, बेंगलुरु कर्नाटका से उषा कंसल, बेंगलुरु से ही अजिता सरन आदि सभी कवि व कवियित्रीयों ने भारत देश व बसंत पंचमी पर सुन्दर रचनाएं प्रस्तुत की | बेंगलुरु से रीता सिंह ने काव्य गोष्ठी का संचालन किया सैनिकों को समर्पित एक मार्मिक कविता प्रस्तुत की | अयोध्या से मनोरमा मिश्रा ने सभी कवियों की कविताओं को ध्यान से सुन कर उनकी सुंदर समीक्षा की व देश के ऊपर एक सुंदर कविता प्रस्तुत की |