PMFME : अमेठी की संगीता बनीं आत्मनिर्भर महिला उद्यमी
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रिपोर्ट – लोकदस्तक संवाददाता
अमेठी, उप्र ।
जिलाधिकारी संजय चौहान एवं मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल के मार्गदर्शन में जनपद अमेठी में कृषकों एवं ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना (PMFME) इसी प्रयास का एक सशक्त माध्यम बन रही है, जिसके अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना एवं उन्नयन हेतु वित्तीय सहायता व तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है।
इसी कड़ी में अमेठी तहसील के कायस्थ टोला मोहल्ला निवासी संगीता ने इस योजना का लाभ उठाकर अपने उद्यम की शुरुआत की। योजना अंतर्गत आवेदन कर उन्होंने ₹8.60 लाख का लोन प्राप्त किया तथा उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा 35% अनुदान भी प्रदान किया गया। इस वित्तीय सहयोग से संगीता ने आंवला एवं अन्य खाद्य पदार्थों के प्रसंस्करण हेतु आधुनिक मशीनरी एवं संसाधन स्थापित किए।
आज संगीता अपनी इकाई में आंवला से बने विभिन्न उत्पाद जैसे – अचार, मुरब्बा, लड्डू, बर्फी, कैंडी, जूस एवं पाउडर का उत्पादन कर रही हैं। इन उत्पादों की बिक्री न केवल स्थानीय बाजारों में, बल्कि आसपास के जनपदों तक भी हो रही है। इससे उन्हें निरंतर आर्थिक लाभ हो रहा है और साथ ही अन्य महिलाओं को भी रोजगार के अवसर प्राप्त हो रहे हैं।
PMFME का उद्देश्य कृषक उत्पादक संगठनों को मजबूत बनाना है – सीडीओ
मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना का उद्देश्य किसानों, महिला स्व-सहायता समूहों, उद्यमियों तथा कृषक उत्पादक संगठनों को सशक्त करना है। इस योजना के तहत जो भी कृषक शासनादेश की पात्रता शर्तों को पूरा करते हैं, उन्हें समयबद्ध ढंग से लाभ उपलब्ध कराया जाएगा।
सीडीओ ने जिला उद्यान अधिकारी, अमेठी को निर्देशित किया है कि अधिक से अधिक पात्र लाभार्थियों को योजना से आच्छादित किया जाए, उन्हें प्रशिक्षण एवं तकनीकी सहायता प्रदान की जाए तथा उनके उत्पादों के विपणन की भी उचित व्यवस्था की जाए।
प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के माध्यम से जनपद में कृषकों व ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर भारत अभियान की भावना के अनुरूप स्वावलंबी एवं सशक्त बनाने का कार्य निरंतर जारी है।