Network Problem : टावर बना शो-पीस, नेटवर्क की गंभीर समस्या से जनता बेहाल
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रिपोर्ट- लोकदस्तक संवाददाता
अमेठी।
आज के डिजिटल युग में जहां मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट हमारी दैनिक जीवन की सबसे बड़ी ज़रूरत बन चुके हैं, वहीं अमेठी तहसील तिलोई के राजस्व ग्राम सभा पाकर गांव के लोग बुनियादी नेटवर्क सुविधा से ही वंचित हैं। गांव में वर्षों पहले एयरटेल कंपनी का टावर लगाया गया था, लेकिन वह टावर आज “शो-पीस” बनकर रह गया है।
गांव में टावर मौजूद होने के बावजूद नेटवर्क की हालत इतनी खराब है कि लोग मोबाइल से सामान्य बातचीत भी नहीं कर पा रहे। फोन कॉल अपने आप कट जाती है, नेटवर्क बार-बार गायब हो जाता है और इंटरनेट की सुविधा तो लगभग नदारद है। यह स्थिति ग्रामीणों की नाराज़गी और निराशा को और बढ़ा रही है।
दीपक तले अंधेरा” कहावत को सच कर दिखाया है, नेटवर्क कंपनी
पाकर गांव के लोग व्यंग्य करते हुए कहते हैं कि एयरटेल ने पुरानी कहावत “दीपक तले अंधेरा” को सच कर दिखाया है। गांव में ही टावर लगा हुआ है, लेकिन उसी गांव में नेटवर्क नहीं रहता। यह समस्या पिछले लंबे समय से बनी हुई है, लेकिन अब स्थिति इतनी बिगड़ गई है कि साधारण फोन कॉल करना भी मुश्किल हो गया है।
उपभोक्ताओं की बढ़ती परेशानियाँ
गांव और आसपास के ग्रामीण लगातार निम्न प्रकार से नेटवर्क की समस्या से जूझ रहे हैं….
1. सामान्य बातचीत मुश्किल: कॉल बार-बार कट जाती है, जिससे लोग महत्वपूर्ण वार्तालाप नहीं कर पाते।
2. ऑनलाइन शिक्षा प्रभावित: छात्र-छात्राएँ डिजिटल पढ़ाई से वंचित हो रहे हैं। ऑनलाइन कक्षाएँ और शैक्षिक सामग्री तक उनकी पहुँच नहीं हो पा रही।
3. व्यापार और रोजगार पर असर: कई लोग ऑनलाइन लेन-देन और व्यापारिक कार्य करते हैं, लेकिन नेटवर्क समस्या से वे कामकाज नहीं कर पा रहे।
4. आपात स्थिति में दिक्कत: नेटवर्क न होने के कारण किसी आपात स्थिति में समय से संपर्क करना भी असंभव हो जाता है।
5. सरकारी योजनाओं का लाभ अधूरा: आज अधिकांश सरकारी सेवाएँ और योजनाएँ ऑनलाइन माध्यम से संचालित हो रही हैं, लेकिन नेटवर्क न मिलने से ग्रामीण इसका पूरा लाभ नहीं उठा पा रहे।
नेटवर्किंग कंपनी उपभोक्ताओं की कर रही अनदेखी
ग्रामीणों का कहना है कि इस गंभीर समस्या की शिकायत कई बार स्थानीय स्तर पर और कस्टमर केयर नंबर पर की गई, लेकिन न तो समस्या का समाधान हुआ और न ही कंपनी की तरफ से कोई संतोषजनक जवाब मिला। एयरटेल जैसी बड़ी कंपनी का इस तरह ग्राहकों की समस्या की अनदेखी करना बेहद गंभीर सवाल खड़े करता है।
डिजिटल इंडिया पर उठ रहे सवाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया “डिजिटल इंडिया” अभियान देशभर के लोगों को ऑनलाइन सुविधाओं से जोड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। लेकिन अमेठी जैसे क्षेत्र में जब गांव में टावर होते हुए भी नेटवर्क नहीं है, तो यह सीधे-सीधे सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं पर प्रश्नचिह्न खड़ा करता है।
जनता की मांग – तुरंत सुधारे जाए नेटवर्क
पाकर गांव ही नहीं, आसपास के गांवों के लोग भी इसी टावर पर निर्भर हैं। सभी की मांग है कि एयरटेल कंपनी तत्काल इस समस्या का समाधान करे और टावर को पूरी क्षमता के साथ चालू करे। यदि कंपनी ने जल्द कार्रवाई नहीं की तो जनता मजबूर होकर बड़े स्तर पर अन्य नेटवर्क कंपनियों की ओर रुख कर लेगी।
अमेठी तहसील तिलोई के पाकर गांव में लगा एयरटेल का टावर सिर्फ “शो-पीस” बनकर खड़ा है। गांव के लोग बुनियादी मोबाइल नेटवर्क जैसी सुविधा से वंचित हैं। यह केवल असुविधा ही नहीं बल्कि ग्रामीण विकास में बाधा भी है।
कंपनी को चाहिए कि वह अपनी जिम्मेदारी समझते हुए तुरंत इस टावर की तकनीकी खामियों को दूर करे और ग्रामीणों को सही नेटवर्क उपलब्ध कराए। अन्यथा यह समस्या न केवल कंपनी की साख पर असर डालेगी बल्कि दूसरी कंपनी में पोर्ट करने का बड़ा कारण भी बनेगी ।