अब डीजीपी-यूपी को लापता नीशू तोमर का बताना होगा ठिकाना
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लखनऊ। पूछताछ के लिए महिला थाने में जाने के बाद 69 दिन से लापता इंस्पेक्टर नीशू तोमर से जुड़े मामले में जस्टिस रमेश सिन्हा व रेणु अग्रवाल की डबल बेंच ने सख्त रवैया अपनाते हुए हाईकोर्ट डीजीपी को व्यक्तिगत हलफनामा दाखिल करने का निर्देश देते हुए रेप केस में पूंछताछ के बाद नीशू को जाने की अनुमति क्यों और कैसे दी गई I हाईकोर्ट की डबल बेंच ने डीजीपी को व्यक्तिगत हलफनामा दाखिल करने का निर्देश देते हुए मामले में जवाब-तलब किया है I अपर शासकीय अधिवक्ता को हाईकोर्ट ने अनुपालन हेतु आदेश की प्रति भिजवाने का निर्देश दिया I डीजीपी के प्रति आदेश से पुलिस महकमे में हड़कम्प मच गया है I बताते चलें कि कांस्टेबल से रेप एवं उत्पीड़न के मामले में सुलतानपुर पुलिस अफसरों की लापरवाही के चलते हाईकोर्ट के निशाने पर,डीजीपी आ गए हैं I डीजीपी विभागीय अधिकारियों की लापरवाही पर संज्ञान ले सकते है Iजिन जिम्मेदारो की वजह से डीजीपी के लिए आई यह नौबत उन्हें बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है I नीशू तोमर का मामला लगातार गरमाता जा रहा है I प्रदेश के पुलिस महानिदेशक से जवाब-तलब होने से जिले के अधिकारियों पर भी मामले में गाज गिर सकती है I अब मामले की बृहद स्तर पर जांच हो सकती है ,क्योंकि जिले के पुलिस अफसरों की चूक की वजह से डीजीपी को हाईकोर्ट में जवाब देना पड़ रहा हैI सुलतानपुर पुलिस गजब कारनामा है I नीशू तोमर की पत्नी कुसुम की तरफ से दाखिल बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर आज सुनवाई थी ,हाईकोर्ट ने मामले के विवेचक सीओ नगर को पर्सनल एफिडेविट दाखिल करने का निर्देश दिया गया था I पुलिस पक्ष ने रितेश राणा के 164 बयान व नीशू को पूछतांछ के लाने सम्बन्धी बीते 22 सितम्बर की जीडी दाखिल कर अपने बचने का रास्ता निकाला था I पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक महिला थाने से पूछताछ के बाद कुड़वार थाना क्षेत्र के रितेश राणा को नीशू तोमर ने बुलाया जिसके साथ नीशू दूबेपुर इलाके में गया और रितेश राणा के जरिये पहुँचाने के बाद वहां वाहन सहित पहले से मौजूद एक व्यक्ति के साथ नीशू चला गया I इस सम्बंध में बीते 25 नवम्बर को पुलिस ने रितेश राणा का कोर्ट में 164 दण्ड प्रक्रिया संहिता के अन्तर्गत बयान दर्ज कराया था I फिलहाल पुलिस की इस कहानी से हाईकोर्ट नहीं सन्तुष्ट हुई ,हाईकोर्ट ने माना जब रेप केस में नीशू अभियुक्त रहा तो उसे पुलिस के जरिये जाने की इजाजत क्यों दी गई Iपुलिस की कहानी हाईकोर्ट में नहीं सटीक बैठी I रितेश राणा के साथ इतना कुछ करने की बात सामने आने के बाद भी सारी मंशा पर पानी फिर गया I वैसे भी हाईकोर्ट में पेश पुलिस की इस कहानी पर मानवाधिकार आयोग एवं एससी-एसटी आयोग समेत अन्य जगहों पर अपने साथ हुए पुलिसिया जुल्म व थर्ड डिग्री की शिकायत कर रितेश राणा सवाल उठा चुका है I कई पुलिस अधिकारियों पर रितेश ने गम्भीर आरोप लगाया है I रितेश राणा के मुताबिक उसे शाहगंज चौकी व अन्य जगहों पर ले जाकर पुलिस ने जमकर पिटाई किया है I पानी मांगने पर उसे पिलाया पेशाब गया ,अपनी बात कहवाने के लिए हीटर तक पर उससे पेशाब कराया गया I रितेश ने हाईकोर्ट के वकील को सारी जानकारी देकर तैयार कराये अपनी बातों से जुड़े कागजात,हाईकोर्ट के सामने भी रितेश को टार्चर करने सम्बन्धी तर्क रखा गया I इन आरोपो को लेकर भी पुलिस के सामने बड़ी मुसीबत आ सकती I कुसुम के अधिवक्ता अवधेश मिश्र ने दमदारी से हाईकोर्ट में रखे अपने तर्क के सामने पुलिस की सारी कहानी फेल हो गई I अधिवक्ता अवधेश मिश्रा ने पुलिसिया कहानी पर सवाल उठाते हुए सारी कार्यवाहियों को साजिशन महज बचाव के लिए बताया I उन्होंने कहा पुलिस नीशू को बीते 22 सितम्बर की तारीख को खुद बुलाने या ले जाने की बात को स्वीकार कर रही है तो यदि नीशू रेप केस का अभियुक्त था कैसे पुलिस अभिरक्षा से निकलकर बाहर गया I ऐसे ही कई मुद्दों पर रखा तर्क,हाईकोर्ट ने इन तर्को को सुनकर लिया संज्ञान और कहा अब एसपी सुलतानपुर नहीं डीजीपी यूपी बताएंगे कि सुलतानपर में क्या हो रहा और कहां गया नीशू,हाईकोर्ट ने मामले में की सख्त टिप्पणी,हाईकोर्ट के कड़े रुख से पुलिस अधिकारियों की नींद उड़ा दी है I किसी तरीके से मामला बनाने के प्रयास में जुटी पुलिस लेकिन पुलिस की कोई कहानी नहीं सटीक बैठ रही है I अब नीशू के बारे में सही जानकारी जुटाना व उसे ढूंढना ही एकमात्र रास्ता बचा I
वहीं इंस्पेक्टर नीशू तोमर के अपहरण व साजिश रचकर गायब कराने के आरोप में महिला थाना प्रभारी मीरा कुशवाहा व रेप पीड़िता सिपाही समेत अन्य के खिलाफ एफआईआर का आदेश हुआ है I जल्द ही इस केस की जांच भी शुरू हो जाएगी I एक के बाद एक पुलिस के लिए मुसीबत बढ़ती जा रही है I हाईकोर्ट व सीजेएम कोर्ट के आदेश से पुलिस अफसरों की धड़कनें तेज हुई है और महिला थाना प्रभारी मीरा कुशवाहा की गलती पर पर्दा डालने वाले जिले के जिम्मेदार पुलिस अफसर भी धीरे-धीरे कोर्ट कार्यवाही की जद में आ रहे हैं I मीरा कुशवाहा व अन्य जिम्मेदारो की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही है I लापता इंस्पेक्टर नीशू तोमर की पत्नी कुसुम ने हाई कोर्ट लखनऊ बेंच में अपने अधिवक्ता और इस वर्ष के माध्यम से पुलिस अधीक्षक कोतवाल समेत अन्य पुलिस अधिकारियों के खिलाफ याचिका दाखिल की है I जिस प्रकार नीशू तोमर की पत्नी ने गंभीर आरोप लगाए है I जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ाना लगभग तय है I पुलिस के पास झूठी कहानी के अलावा कोई सटीक रास्ता नहीं बचा है I महिला थाना यशो मीरा कुशवाहा व अन्य जिम्मेदारों की लापरवाही पर पर्दा डालने के लिए मीडिया सेल के माध्यम से नीतू के बारे में सूचनाएं प्रसारित कर बुरे फंस चुकी है I जिले की पुलिस मेरठ की गलती ने अपने विभाग के लिए परेशानी खड़ी कर दी है I अब नीशू कहीं छुपाया कहां भाग गया कोई अनहोनी हुई हो इन सभी के बारे में नीशू के मौजूदा ठिकाने का पता लगाने की जिम्मेदारी अब डीजीपी को जवाब देना होगा I 7 दिसंबर तक नीशू के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी आ सकती है यह मामला पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन चुकी है I इतना बड़ा कदम किसके इशारे पर यह किस वजह से इतनी बड़ी चूक हुई चर्चा का विषय बना हुआ है I
फिलहाल सच्चाई क्या है जल्दी सबके सामने आ जाएगा बड़े अफसर की कारगुजारी चर्चित पुराने ड्राइव में कैन वीडियो क्योंकि राज खुलने भी बाकी है I धीरे-धीरे सब कुछ सामने आना बाकी है I अगली पेशी तक कुछ नया ताजा इस केस आ जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगी I
रिपोर्ट-अंकुश यादव