…..तो इसलिए पशु चिकित्सालय में नहीं हो पा रही चिकित्सक की नियुक्ति
1 min readअमेठी ।
राजकीय पशु चिकित्सालय में बीते चार साल से कोई पशु चिकित्सक नहीं है। ब्लाक मुख्यालय का पशु चिकित्सालय होने के बाद भी चिकित्सक का न होना किसी के गले नहीं उतरता। लेकिन गहराई से पता करने पर पता चला कि कागजी तौर पर यहां पर चिकित्सक की तैनाती है और उन चिकित्सक महोदय का सिंहपुर अस्पताल के नाम पर अमेठी के पशुपालन विभाग से वेतन भी निकल रहा है।यह अलग बात है कि सिंहपुर ब्लाक मुख्यालय के पशुचिकित्सालय पर तैनात चिकित्सक को किसी ने नहीं देखा है।यही नहीं जन प्रतिनिधि से लेकर पशुपालक तक कोई भी उस चिकित्सक का नाम भी नहीं जानता।
सिंहपुर पशु चिकित्सालय पर तैनात रहे चिकित्सक डा नरेश चंद्र वर्मा का स्थानांतरण होने के बाद रायबरेली जनपद के परसदेपुर से स्थानांतरित होकर आए पशु चिकित्सक डा सीपी सिंह की तैनाती हुई थी लेकिन उन्होंने सिंहपुर पशुचिकित्सालय न आकर अपने पद व रसूख का इस्तेमाल करते हुए पशु संवर्धन केंद्र रहमान खेड़ा लखनऊ में अपने आपको संबद्ध करा लिया। डा सीपी सिंह के रसूख का इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सिंहपुर चिकित्सालय में विना एक दिन आए ही अपने को पशु संवर्धन केंद्र रहमानखेड़ा में संबद्ध कराया।जानकारी के मुताबिक इसके जब डा सीपी सिंह रायबरेली के परसदेपुर पशु चिकित्सालय में तैनात थे तब भी रहमान खेड़ा में अपने को संबद्ध करा रखा था। यह अलग बात है कि लगभग चार साल से पशु चिकित्सक महोदय रहमान खेड़ा में संबद्ध हैं परंतु वेतन सिंहपुर पशु चिकित्सालय में पोस्टिंग से निकल रहा है।यही कारण है कि सिंहपुर पशुचिकित्सालय पर किसी चिकित्सक की तैनाती नहीं हो पा रही है।
जिला पशु चिकित्साधिकारी डा जे पी सिंह से सिंहपुर पशु चिकित्सालय में तैनात चिकित्सक डा सीपी सिंह के सिंहपुर में तैनाती के बावजूद रहमान खेड़ा में संबद्धिकरण के बारे में बात की गई तो उन्होंने बताया कि डा सीपी सिंह जून 2018 में रायबरेली से स्थानांतरित होकर आए थे लेकिन उनका संबद्धीकरण पशु संवर्धन केंद्र रहमान खेड़ा में हो गया था।चिकित्सकों की कमी के चलते मैने जिलाधिकारी महोदय से डा सीपी सिंह को पशु संवर्धन केंद्र रहमानखेडा लखनऊ से मुक्त किए जाने के निदेशक को पत्र लिखवाया था लेकिन उन्हें नहीं छोड़ा गया।
कहने को तो सिंहपुर में तीन पशु चिकित्सालय एवं एक पशुधन प्रसार अधिकारी केंद्र है।तीन पशु चिकित्सालयों में सिर्फ चिलौली पशु चिकित्सालय पर डा राज नारायण की तैनाती है सिंहपुर में तैनात चिकित्सक सीपी सिंह रहमान खेड़ा लखनऊ में संबद्ध हैं तो इन्हौना में तैनात रहे पशुचिकित्सक डा संतोष कुमार सिंह डेढ़ साल से छुट्टी पर हैं।फत्तेपुर स्थित पशुधन प्रसार केंद्र पर पशुधन प्रसार अधिकारी की तैनाती है।
छह गो आश्रय स्थल में पल रहे 1632 पशुओं के साथ ही पशुपालकों के हजारों पशुओं की जिम्मेदारी एक पशु चिकित्सक पर है जबकि सिंहपुर में बृहद गो आश्रय स्थल और महिया सिंदुरिया में गो आश्रय स्थल बनकर तैयार हैं ऐसे में आने वाले दिनों में छह के स्थान पर आठ पशु आश्रय स्थल की जिम्मेदारी एक ही चिकित्सक पर आने वाली है।