निजी अस्पताल पर लग रहे गंभीर आरोप, फिर भी प्रशासन मौन
1 min read
उत्तर प्रदेश के जनपद अमेठी के औद्योगिक क्षेत्र जगदीशपुर में स्थित एक निजी अस्पता अपनी कारगुजारियों से अक्सर ही सुर्खियों में रहता है I आए दिन नए नए विवाद होता रहता है , फिर भी प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कोई कदम नहीं उठाया जाता है I इसी के चलते अस्पताल पर मनमानी करने का आरोप समय-समय पर मरीज के परिवार द्वारा लगाए जाते रहे हैं I अभी हाल के दिनों में एक परिवार ने अस्पताल पर आरोप लगाया कि उसके मृत्यु बच्चे का इलाज जानबूझकर करते रहे I जिससे कि अस्पताल के बिल को बढ़ाया जा सके I इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था I
परिवारजनों के हंगामे के बाद मौके पर पुलिस पहुंचकर मामले को शांत कराने का प्रयास किया था अभी यह मामला ठंडा भी नहीं पड़ा एक व्यक्ति ने आरोप लगाया कि उसकी पत्नी के ब्लड टेस्ट गलत ढंग से किया गया, जिसमें उसे एचआईवी पॉजिटिव दिखा दिया गया I जबकि बाद में मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराने के बाद वहां एचआईवी निगेटिव निकला I इसकी शिकायत पीड़ित ने जिलाधिकारी ,सीएमओ से की है और थाने में भी तहरीर दे दी है I बताते चलें कि थाना क्षेत्र कमरौली स्थित निजी अस्पताल पर पवन कुमार द्वारा अपनी पत्नी के इलाज के दौरान की गई अस्पताल में जांच से असंतुष्ट होने पर सूर्या अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाए हैं जिस पर उन्होंने कहा कि पिछले महीने मेरे पत्नी को बुखार था जिस के संबंध में मैंने पहले सीएससी जगदीशपुर मैं अपनी पत्नी का इलाज कराया और आराम नहीं होने पर उसे नजदीकी प्राइवेट अस्पताल सूर्या हॉस्पिटल में दिखाया जहां पर डॉक्टरों ने भर्ती के दौरान मेरी पत्नी के कुछ टेस्ट किए I जिसमें एचआईवी का भी टेस्ट किया सूर्या अस्पताल की रिपोर्ट के मुताबिक मेरी पत्नी एचआईवी पॉजिटिव दिखाई गई I जिससे मैं और मेरा परिवार काफी डर गया अस्पताल वालों ने मुझे जबरदस्ती लखनऊ के लिए रेफर कर दिया I प्रार्थी अत्यंत गरीब होने के कारण तंगहाली में किसी तरह लेकर लखनऊ के मेडिकल कॉलेज पहुंचा जहां पर इलाज के दौरान लखनऊ मेडिकल कॉलेज में मेरी पत्नी की जांच हुई और वह जांच में एचआईवी नेगेटिव पाई गई I सूर्या अस्पताल द्वारा ऐसे कृत्य के खिलाफ मैंने मुख्यमंत्री समेत तमाम चिकित्सा अधिकारियों को वह थानाध्यक्ष कमरौली को एक लिखित प्रार्थना पत्र देकर अस्पताल के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है , जिससे पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके I
आपको बता दें कि पीड़ित परिवार इस दौरान काफी हैरान व परेशान हुआ जहां पर मेरे कई रिश्तेदारों को पता चला कि मेरी पत्नी एचआईवी पॉजिटिव है तो वह लोग मुझे देखने तक नहीं आए I वही मुझे मानसिक प्रताड़ना का भी शिकार होना पड़ा I सूर्या अस्पताल की लिखित रूप से शिकायत मैंने इसलिए की कि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा किसी गरीब आदमी के साथ ना घटे I आपको बता दे सूर्या अस्पताल पर इससे पहले भी कई गंभीर आरोप मरीजों पर से दुर्व्यवहार करने पर लग चुके हैं I परंतु अभी तक जिले के अधिकारियों द्वारा इस अस्पताल के विरुद्ध कोई भी कानूनी कार्रवाई न किए जाने से अस्पताल संचालक मनमानी तरीके से हॉस्पिटल का संचालन कर रहे हैं I