मार्ग विहीन है यूनानी अस्पताल, कैसे पहुँच पाए मरीज़
1 min readअमेठी।वीवीआइपी संसदीय क्षेत्र अमेठी के मुसाफिरखाना कस्बा स्थित नवनिर्मित राजकीय यूनानी अस्पताल बदइंतजामी का शिकार हो रहा है।हालत यह है कि अस्पताल आने जाने वाले स्टाफ व मरीजों को परिसर की पीछे बाउंड्री वॉल तोड़कर अंदर आना जाना पड़ रहा है। कभी गांधी नेहरू परिवार का गढ़ रहे केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के संसदीय क्षेत्र वीवीआइपी क्षेत्रों में शुमार होता है। बीते वर्षों में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार ने अति महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत मुसाफिरखाना कस्बे में रेलवे स्टेशन के उत्तर दिशा में राजकीय यूनानी अस्पताल का निर्माण कराया है।
15 बेड वाले अस्पताल में विभागीय स्तर पर जरूरी संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं।चिकित्सा अधिकारी डॉ मधुवन किशोर शासन की मंशा के अनुरूप हॉस्पिटल में प्रतिदिन मरीजों का बेहतर इलाज करते रहते हैं।इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि प्रतिदिन बड़ी संख्या में मरीज हॉस्पिटल पहुंचकर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।किंतु हॉस्पिटल पहुंचने के लिए एक अदद सड़क की दरकार अभी भी कायम है।बारिश की शुरुवात के साथ ही अस्पताल पहुंचने के लिए कोई मार्ग नहीं है।मुख्य गेट के सामने अतिक्रमण के साथ ही जलभराव लगातार बना हुआ है।विकल्प के तौर पर लोगों ने अस्पताल आने जाने के लिए परिसर की पीछे बनी बाउंड्री वॉल तोड़कर दीवार फांदकर आने जाने को मजबूर हैं ।चिकित्साधिकारी डाक्टर मधुवन किशोर बताते हैं कि पिछले कुछ महीनों से मुख्य रास्ते से आवागमन बंद है ।संपूर्ण समाधान दिवस में क्षेत्रीय लोगों ने सड़क बनवाने की मांग की थी किंतु उसका भी सार्थक हल नहीं निकल पाया है ।