समझ में नहीं आता, गड्ढे में सड़क या सड़क में गड्ढा
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सुलतानपुर I जिले से गुजरने वाली आज़मगढ़ बलिया राज मार्ग पर राहगीरों का चलना जानलेवा साबित हो रहा है। सड़क पर जगह जगह गड्ढों और टूटी सड़क से उठते गिट्टी से आये दिन साइकिल और मोटर साईकिल सवार से लेकर पैदल चलने वाले राहगीर चोट के शिकार हो रहे हैं। बरसात के दिनों में तो मुसाफिर बंद गाड़ी में भले ही साफ कपड़ो में अपने गंतव्य तक पहुंच गया हो लेकिन शरीर का कोना कोना गड्ढों के झटकों से जबाब दे देता है । एम्बुलेंस में जाने वाले मरीज अस्पताल पहुंचने से पहले शायद इस रोड से गुजरने पर खुद को ऊपर वाले बचाने की मन ही मन गुहार लगाता होगा। बरसात के दिनों में तो गड्ढो की गहराई का अंदाजा लगा पाना मुश्किल होता है, कुछ तो पैदल उतर कर खुद को भिगो कर गहराई का अंदाजा लगाकर ही सड़क पार करते हैं।
साइकिल और मोटरसाइकिल सवार का अनियंत्रित होकर गिर जाना आम बात है। टूटी सड़कों से उठती गिट्टी से चोटिल होता है। सुबह का निकला इंसान घर तक तक सुरक्षित पहुंच जाए तो ईश्वर की बड़ी कृपा मानते हैं।
आजमगढ़-बलिया मार्ग सुल्तानपुर जिला मुख्यालय से सूरापुर तक तकरीबन 65 किलोमीटर जिले से होकर गुजरता है। यह राजमार्ग सुल्तानपुर-आजमगढ़ समेत तीन जनपदों को जोड़ता है। इस मार्ग पर टाटिया नगर बाईपास से लेकर गोसाईगंज, उघड़पुर, बरौंसा, दियरा, मोतिगरपुर, पांडेयबाबा में जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। साथ ही सड़क में दरार बनने से वाहन अनियंत्रित होकर पलट रहे हैं। दूसरी तरफ प्रदेश में गड्ढा मुक्त अभियान चलाया जा रहा है इसके बावजूद ऐसी सड़कों पर प्राथमिकता के आधार पर ही कार्य होना चाहिए, जो हो नहीं है I
बोले जिम्मेदार अधिकारी
जब मामले में पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से वार्ता की गई तो उनका कहना है जल्द ही पैचिंग का काम कराया जाएगा और सड़क को गड्ढा मुक्त कर दिया जाएगा I