ऐसा क्या हुआ तीन दिन तक रखा रहा शव
1 min read
अमेठी I
मोहनगंज कोतवाली क्षेत्र के चेतरा बुजुर्ग गांव में बीमारी के कारण एक युवक की हुई मौत के मामले में चिकित्सकों पर आरोप लगाने पर कोई कार्यवाही न होने पर परिजनों ने 3 दिन बाद शव का अंतिम संस्कार एसडीएम व सीओ के पहुंचने पर आश्वासन के बाद करने को तैयार हुए ।पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम को भेज दिया है। वही तीन दिनों से प्रशासन पूरी तरीके से हलाकान रहा। जानकारी के मुताबिक उपरोक्त गांव के निवासी मो0 वसीम पुत्र यूनुस ने मोहनगंज कोतवाली में दिए गए तहरीर में आरोप लगाया है कि गत 5 जून 2022 को मैं अपने छोटे भाई नदीम को लेकर के सरकारी अस्पताल तिलोई गया था उस समय मेरे भाई के पेट में बेहद तकलीफ थी काफी देर तक इंतजार करने के बावजूद भी जब वहां कोई चिकित्सक नहीं मिला तो मैं एंबुलेंस वाले से कहता रहा कि रायबरेली ले चलो लेकिन उसने यह कहा कि जब तक डॉक्टर रेफर नहीं करेंगे तब तक हम आपको नहीं ले जा सकते। फिलहाल मृतक के भाई का आरोप है कि चिकित्सक 2 घंटे बाद आए तब उन्होंने मेरे भाई को जिला अस्पताल रेफर किया तब तक हालत नाजुक हो गई थी जिला अस्पताल से भी ट्रामा सेंटर रेफर किया गया जहां मेरे भाई के आंत का ऑपरेशन किया गया । जिनका फिलहाल 3 दिन पूर्व घर पर निधन हो गया। मृतक के भाई का आरोप है कि जब तक दोषी चिकित्सक के खिलाफ मुकदमा नहीं दर्ज किया जाता है जब तक हम अंतिम संस्कार नहीं करेंगे I
लेकिन एसडीएम फल्गुनी सिंह, सीओ डॉ0 अजय कुमार सिंह, नायब तहसीलदार ए0के0 कुशवाहा तथा 3 दिनों से लगातार मामले पर अपनी कड़ी निगरानी रखने वाले कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ज्ञानचंद शुक्ला पहुंचे। परिजनों की बात सुनने के पश्चात एसडीएम व सीओ ने परिजनों को समझा-बुझाकर शांत किया तब जाकर शव पंचनामा भरकर के पीएम को भेजा गया । उप जिलाधिकारी फाल्गुनी सिंह ने बताया कि मृतक के दी बच्चे हैं सरकार की तरफ से परिवार को जो भी आर्थिक सहायता होगी वह दिलाई जाएगी उन्होंने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी अमेठी उक्त मामले के लिए जांच कमेटी गठित कर चुके हैं और जांच रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी वही। जिस चिकित्सक पर आरोप लगाया जा रहा है उनका कहना है कि मृतक का इलाज मेडिकल कॉलेज लखनऊ से चल रहा था इस पर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद और निराधार है।