बच्चों से खुलकर बात करे माता-पिता -अवनीश अवस्थी
1 min readआगामी मानसिक स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य में बच्चों, अभिभावकों व शिक्षकों को किया गया जागरूक।
न्यूरो साईकाइट्रिक सेंटर व चाइल्डलाइन लखनऊ ‘हम’ के सहयोग से कंफ़र्ट इन होटल, गोमतीनगर में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के लिए आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अवनीश अवस्थी अ० प्रा० आईएएस, मुख्य सलाहकार मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने उद्बोधन में कहा कि ” समय के साथ न सिर्फ बड़े ही बल्कि बच्चे भी मानसिक परेशानी का सामना कर रहे है; इसमें कई प्रकार के पारिवारिक वातारण या अन्य कारण हो सकते है। बच्चों से माता-पिता को खुलकर बात करनी चाहिए, बच्चे बहुत ही ईमानदार होते है और खुलकर बात करने पर वह आसानी से अपनी बात कह देते हैं । बच्चों से उनके दिनचर्या के बारे में पूछें अगर उनकी कोई परेशानी हो तो उन चीजों में सुधारने की कोशिश करें, साथ ही बच्चों के नकारात्मक खबरों और मोबाइल गेम के लिए उनके exposure को कंट्रोल करेमोबाइल गेम और नकारात्मक खबरें बच्चों के दिमाग पर गलत असर डालती है।” चाइल्ड लाइन निदेशक डॉ. संगीता शर्मा द्वारा चाइल्ड लाइन 1098 कि सेवाओं के बारे में बच्चों को जागरूक किया व बताया कि किसी भी तरह की परेशानी होने पर 24 घंटो में कभी भी इस पर सम्पर्क किया जा सकता है।
बाल शोषण के मुद्दों तथा लखनऊ चाइल्ड लाइन के आकड़ों से अवगत कराया। इस अवसर पर प्रो. पल्लवी भटनागर, लखनऊ विश्वविद्यालय के अवकाश प्राप्त हेड, मनोविज्ञान विभाग, द्वारा बच्चों को संवेदनशीलता से समझने की बात कि गयी। डॉ. शबरी दत्ता, नूरमंजिल के सीनियर मनोचिकित्सक ने महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य के बारे सभी को अवगत कराया ।
चन्दन हॉस्पिटल के डॉ. फ़ारुख अंसारी ने बताया कि खुद डॉक्टर होते हुये भी मानसिक स्वास्थ से अनभिज्ञ रहे और बताया कि बहुत बार डॉक्टर भी इसका सामना नही कर पाते और कम उम्र में ही मृत्यु का शिकार हो जाते है । डॉ. अभिनव पाण्डेय ने अपने क्लिनिकल अनुभवों को साझा करते हुये बताया कि किस प्रकार लोग छोटी सी चोट को लेकर डाक्टर के पास पहुँच जाते है परंतु मानसिक स्वास्थ को छुपते है जिस कारण जीवन कठिनाई से भर जाता है और इसका दूरगामी प्रभाव आस पास के लोगों व समाज पर भी पड़ता है । डॉ. आस्था शर्मा मनोचिकित्सीय सलाहकार द्वारा बताया गया की स्कूलो में बच्चों के मानसिक स्वस्थ का ध्यान रखते हुये NCERT ने स्कूलों के लिए निर्देश जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि शिक्षक, छात्राओं व उनके मानसिक स्वस्थ का ख्याल रखने के लिए एक Advisory प्लान बनाया जाए। इसके अलावा स्कूल प्रबन्धक, प्रधानाचार्य, शिक्षक व अन्य छात्रों सभी कर्मचारियों के लिए मानसिक स्वस्थ कार्यक्रम होने चाहिए।
इस कार्यक्रम का आयोजन प्रमुख स्कूलों के स्ट्डी हाल, सेंट एंजनीज़ पब्लिक स्कूल, सीएमएस गोमतीनगर ब्रांच, स्प्रिंग डेल कॉलेज, सेंट एन्स, वरदान इंटरनेशनल एकेडमी और लोरेटों कान्वेंट में विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं आयोजित करायी गयी थी जैसे नुक्कड़ नाटक, चित्रकला, निबंध प्रतियोगिताओं के विजेता बच्चों को पुरस्कार स्वरूप पदकों से सम्मानित किया गया साथ ही आए हुये मुख्य अतिथियों को डॉ. संगीता शर्मा व डॉ. अनुराधा विनायक द्वारा स्मृति चिन्ह व बूके देकर सम्मानित किया गया ।