बारिश से सब्जियों को हुआ भारी नुकसान
1 min readआचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज, अयोध्या से संचालित कृषि विज्ञान केंद्र, कठौरा के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ आर के आनंद ने बताया कि पिछले 24 घंटे में जिले में 100 मिलीमीटर से अधिक वर्षा हुई जिस कारण अधिकतर खेत पानी से लबालब भर गए। इस बारिश से धान की लंबी अवधि की प्रजातियां को काफी फायदा हुआ है क्योंकि इन प्रजातियों की फसल मे किसान सिंचाई कर रहे थे। धान की कम अवधि की प्रजातियां जिसमें बालियां आ गई थी तथा फसल लगभग पक चुकी थी उसमें इस बारिश से नुकसान होगा। कुछ जगहों पर धान की फसल गिरने की भी शिकायत है। इसके अतिरिक्त जिन किसानों ने तिल, उर्द, मूंग आदि फसलों की अभी तक कटाई नहीं की थी उन फसलों को काफी ज्यादा नुकसान होने की संभावना है। जिले के विभिन्न क्षेत्रों में किसान सब्जियों की खेती करते हैं और कई किसानों ने अगेती फूलगोभी, पत्ता गोभी, टमाटर आदि सब्जियां लगा रखी थी, इस बारिश से अगेती सब्जियों की फसल एवं नव रोपित सब्जियों की पौध को भारी नुकसान हो सकता है। बहुत से किसानों ने काफी मात्रा में सब्जियों की नर्सरी भी डाली हुई थी जिसमें पानी लगने से नर्सरी भी खराब होने की संभावना है। जिले के काफी किसानों ने खाली खेत में तोरिया की बुवाई की थी तथा कुछ किसानों ने खेत में पर्याप्त नमी को देखते हुए पिछले चार-पांच दिनों के अंदर सरसों की बुवाई कर दी थी, लेकिन इस बारिश से इन दोनों फसलों को काफी नुकसान होने की खबर है। केंद्र के अध्यक्ष ने किसानों को सुझाव दिया कि सब्जियों, उर्द, मूंग, तिल तथा धान की अगेती प्रजातियों मे यदि पानी लग गया हो तो तत्काल पानी को निकाल दें तथा अगले दो-तीन दिन के लिए भी जल निकास की उत्तम व्यवस्था रखें। पानी के कारण सब्जियों की जो फसल खराब हो गई हो उसमें मौसम खुलने के बाद किसी अच्छे फफूदनाशी का छिड़काव करके कुछ हद तक फसल को बचाया जा सकता है। इस बारिश का आगामी रबी की फसलों पर अच्छा प्रभाव पड़ेगा क्योंकि बुवाई के लिए खेत में पर्याप्त नमी मिलेगी, इसलिए बारिश निकलने के बाद जैसे ही खेत तैयार होने लायक हो जाए उसी समय खेत की तैयारी करके सरसों, चना, मटर, मसूर आदि फसलों की बुवाई की जा सकती है।
कृषि विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ सीताराम मिश्रा ने बताया कि कुमारगंज एवं उसके आसपास पिछले 24 घंटे में 142 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। अमेठी जिले में भी लगभग ऐसे ही बारिश हुई है। शुक्रवार को भी ऐसे ही मौसम खराब रहने की संभावना है तथा 9 अक्टूबर तक छिटपुट बारिश होती रहेगी।