जेलेंस्की की प्रधानमंत्री मोदी से वार्ता, अमेरिका ने जताई खुशी
1 min readयूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच टेलीफोन वार्ता हुई I प्रधानमंत्री मोदी ने जेलेंस्की से रूस से वार्ता करने की अपील की I उन्होंने सैन्य संघर्ष किसी समस्या का कोई हल नहीं है I
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शांति आह्वान पर प्रतिक्रिया देते हुए यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने बुधवार को कहा कि वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत नहीं करेंगे। पीएम मोदी ने कल जेलेंस्की के साथ फोन पर बात की थी। उन्होंने कहा था कि रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच संभावित परमाणु खतरे से दुनिया की चिंता बढ़ गई है। अगर ऐसा होता है तो यह पर्यावरण के लिए विनाशकारी हो सकता है,प्रधानमंत्री मोदी ने जेलेंस्की के साथ बातचीत के दौरान यह भी कहा कि संघर्ष का कोई सैन्य समाधान नहीं हो सकता है। उन्होंने दोनों देशों के बीच शांति प्रयासों में योगदान करने के लिए भारत की तत्परता से अवगत कराया। उन्होंने फिर से दोनों देशों के बीच शत्रुता को खत्म करने और कूटनीति के मार्ग को आगे बढ़ाने की आवश्यकता का आह्वान किया।मोदी की अपील पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जेलेंस्की ने इस बात पर जोर दिया कि ऐसी परिस्थितियों में यूक्रेन रूस के वर्तमान राष्ट्रपति के साथ कोई बातचीत नहीं करेगा। उन्होंने यह दावा किया कि यूक्रेन हमेशा बातचीत के माध्यम से शांतिपूर्ण समाधान के लिए प्रतिबद्ध है। जेलेंस्की ने कहा, “रूस कभी बातचीत के लिए आगे नहीं आया। वह जानबूझकर इस प्रक्रिया को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र में अपने भाषण के दौरान मैंने शांति के लिए हमारे स्पष्ट सूत्र को रेखांकित किया। हम दोनों देशों के बीच शांति के लिए साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं।”इस बीच जेलेंस्की ने यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए भारत के समर्थन के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने पीएम मोदी के उस बयान को काफी महत्वपूर्ण करार दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि यह युद्ध का समय नहीं है।दोनों नेताओं ने वैश्विक खाद्य सुरक्षा के मुद्दे पर अलग-अलग चर्चा की। जेलेंस्की ने जोर देकर कहा कि यूक्रेन दुनिया की खाद्य सुरक्षा के गारंटर के रूप में काम करना जारी रखने के लिए तैयार है। उधर दोनों देशों के बीच हुई बातचीत से अमेरिका काफी खुशी जाहिर की है I व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन ज्यां पियरे ने मंगलवार को नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हम इस बात को लेकर पूरी तरह से स्पष्ट हैं और हम यह बात दुनिया भर के देशों से कह रहे हैं कि वे यूक्रेन पर रूस के हमले के बारे में सार्वजनिक तौर पर बोलें। इस जंग में कूटनीतिक रूप से शामिल होना जारी रखें। मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री (मोदी) यही कर रहे हैं।’ पियरे ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन और प्रधानमंत्री मोदी के बीच किसी हालिया वार्ता को लेकर उनके पास कुछ कहने के लिए नहीं है, लेकिन प्रत्यक्ष रूप से पुतिन को लेकर की गई उनकी सार्वजनिक टिप्पणियां बहुत स्पष्ट हैं। पियरे ने आगे कहा कि पुतिन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अलग थलग पड़ गए हैं I परमाणु संकट पर कहा कि इस मामले में नीति साफ है, किसी भी परमाणु हथियार या परमाणु प्रदर्शन के प्रति गंभीर हैं I फिलहाल जेलेंस्की ने बातचीत करने के लिए धन्यवाद अवश्य दिया है I लेकिन रूस के साथ वार्ता करने का सुझाव सिरे से नकार दिया है I सही भी है रूस वार्ता के लिए एकदम गंभीर नहीं दिख रहा है I उसे आज भी सैन्य बल पर ही विश्वास है I वहीं अमेरिका भारत के यूक्रेन के साथ बातचीत के इस रवैये काफी प्रसन्न है I क्योंकि भारत रूस के संबंधों को मजबूत बनाए रखा है I इसके बावजूद यूक्रेन से बातचीत करना अमेरिका एवं यूक्रेन कूटनीतिक जीत मान रहा है I