State Women Commission : उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ. प्रियंका मौर्या ने रात्रि भ्रमण कर महिला सुरक्षा की जानी हकीकत
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REPORT BY LOK REPORTER
AMETHI NEWS।
उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ. प्रियंका मौर्या ने बुधवार देर रात अमेठी कस्बे में रात्रि भ्रमण कर महिला सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने अंबेडकर चौराहा से लेकर सागर तिराहा तक पैदल भ्रमण किया और राह में मिलने वाली महिलाओं व बालिकाओं से सीधे संवाद स्थापित किया।
इस अवसर पर पुलिस क्षेत्राधिकारी अमेठी, थानाध्यक्ष अमेठी समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारी एवं पुलिसकर्मी भी उनके साथ मौजूद रहे। रात्रि भ्रमण का उद्देश्य प्रदेश सरकार द्वारा महिला सुरक्षा के लिए किए जा रहे प्रयासों की जमीनी हकीकत को समझना और आम महिलाओं की राय जानना तथा लोगों को सड़क सुरक्षा के नियमों की जानकारी देना था।
डॉ. मौर्या ने महिलाओं से सीधे बात कर यह जाना कि क्या वे रात के समय घर से बाहर निकलने में सुरक्षित महसूस करती हैं या नहीं। बातचीत के दौरान महिलाओं और बालिकाओं ने यह बताया कि सरकार द्वारा जो सुरक्षा उपाय किए गए हैं, उनसे उन्हें काफी राहत मिली है। अब वे रात में भी निःसंकोच कहीं आने-जाने में समर्थ हैं।
महिलाओं ने बताया कि पुलिस की नियमित गश्त, एंटी रोमियो स्क्वॉड की सक्रियता, महिला हेल्पलाइन नंबरों की उपलब्धता और जागरूकता अभियानों के चलते अब उन्हें डर का अनुभव नहीं होता। खासकर कामकाजी महिलाओं और छात्राओं के लिए यह बहुत बड़ा बदलाव है। उन्होंने यह भी कहा कि अब परिवार के पुरुष सदस्य भी उन्हें अकेले बाहर भेजने में सहज महसूस करते हैं।
डॉ. प्रियंका मौर्या ने महिलाओं की प्रतिक्रिया को काफी सकारात्मक बताया और कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह गंभीर है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महिला सुरक्षा, सशक्तिकरण और सम्मान को लेकर कई ठोस कदम उठाए गए हैं, जिनके परिणाम अब धरातल पर नजर आ रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे महिला सुरक्षा को लेकर सतत निगरानी बनाए रखें तथा समय-समय पर जनता से संवाद स्थापित करते रहें।
उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी महिला को कोई समस्या होती है, तो वह बेहिचक 1090, 181 या स्थानीय पुलिस से संपर्क करे। हर शिकायत को गंभीरता से लिया जाएगा और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। इस दौरान उन्होंने लोगों को सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति जागरूक किया तथा नियमों का पालन करने की अपील की साथ ही लोगों को वाहन चलाते समय हेलमेट व सीट बेल्ट लगाने के लिए भी प्रेरित किया।
अंत में, डॉ. मौर्या ने अमेठी पुलिस की सक्रियता और संवेदनशीलता की सराहना की और कहा कि इस प्रकार के रात्रि भ्रमण आगे भी जारी रखें ताकि महिलाओं को एक सुरक्षित और विश्वासपूर्ण वातावरण उपलब्ध कराया जा सके। यह भ्रमण न केवल महिलाओं की सुरक्षा को लेकर प्रशासन की तत्परता का परिचायक है बल्कि यह विश्वास भी जगाता है कि प्रदेश सरकार महिलाओं को सुरक्षित, सम्मानजनक और सशक्त वातावरण प्रदान करने हेतु पूरी तरह समर्पित है।
राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ. प्रियंका मौर्या ने अमेठी में किया विभिन्न संस्थानों का निरीक्षण
उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ. प्रियंका मौर्या ने बुधवार को जनपद अमेठी में विभिन्न सरकारी संस्थानों का औचक निरीक्षण कर महिला और बाल कल्याण से जुड़ी योजनाओं की जमीनी स्थिति का जायज़ा लिया। इस दौरान उन्होंने राजकीय बालिका इंटर कॉलेज अमेठी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अमेठी, प्राथमिक विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र धनी जलालपुर का भ्रमण किया।
निरीक्षण के दौरान डॉ. मौर्या ने बालिकाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएं, पोषण व्यवस्था, महिला सुरक्षा और योजनाओं के लाभों की उपलब्धता की समीक्षा की। उन्होंने शिक्षकों, चिकित्सकों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और विद्यार्थियों से सीधे संवाद कर जमीनी स्तर की समस्याओं को समझा और उनके उचित समाधान के लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज अमेठी में उन्होंने छात्राओं से बातचीत कर उनकी पढ़ाई, पुस्तकें, शौचालय की सुविधा, पेयजल व्यवस्था और सुरक्षा से संबंधित जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि “बालिकाओं की शिक्षा को बाधित नहीं होने दिया जाएगा और उन्हें एक सुरक्षित एवं सहयोगी वातावरण देना हम सबकी जिम्मेदारी है।” सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अमेठी के निरीक्षण के दौरान उन्होंने महिला वार्ड, प्रसव कक्ष, टीकाकरण कक्ष और दवाओं की उपलब्धता की समीक्षा की। उन्होंने अस्पताल में मौजूद गर्भवती महिलाओं से बात कर उनकी स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति जानी। डॉ. मौर्या ने कहा कि प्रसव पूर्व और प्रसव उपरांत देखभाल में कोई लापरवाही न हो, और महिलाओं को समय पर पोषण व दवाएं उपलब्ध कराई जाएं।
उन्होंने अस्पताल परिसर में व्यापक साफ सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। प्राथमिक विद्यालय व आंगनबाड़ी केंद्र पर उन्होंने बच्चों को मिलने वाले मध्याह्न भोजन, पोषण आहार, साफ-सफाई की व्यवस्था, खेल सामग्री एवं बाल विकास से जुड़ी गतिविधियों की जानकारी ली। उन्होंने बच्चों से संवाद करते हुए वातावरण को अधिक शिक्षाप्रद और प्रेरणादायी बनाए जाने पर बल दिया। आंगनबाड़ी केंद्र के निरीक्षण के दौरान उन्होंने दो महिलाओं की गोद भराई तथा 6 माह के दो बच्चों को प्रथम बार अन्नप्राशन कराया।
डॉ. मौर्या ने कहा कि महिला आयोग का उद्देश्य न केवल शिकायतों का समाधान करना है, बल्कि योजनाओं की वास्तविक स्थिति की निगरानी कर आमजन को उनका हक दिलाना भी है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, मिशन शक्ति, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना जैसी योजनाओं का लाभ सही पात्रों तक पहुंचे — यह सुनिश्चित करना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।
उन्होंने अधिकारियों से स्पष्ट शब्दों में कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। “सरकारी योजनाओं की सफलता केवल कागज़ों में नहीं, बल्कि ज़मीन पर दिखनी चाहिए।” इस अवसर पर जिला प्रोबेशन अधिकारी अनिल कुमार मौर्य, जिला कार्यक्रम अधिकारी संतोष श्रीवास्तव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय तिवारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।