POLITICAL NEWS : एक राष्ट्र- एक चुनाव का विजन देश के लिए आवश्यक है-मनीषा अनुरागी
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REPORT BY LOK REPORTER
AMETHI NEWS।
विधायक मनीषा अनुरागी ने कहा कि एक राष्ट्र-एक चुनाव का विजन देश के लिए आवश्यक है। इससे समय और धन की बचत होगी।देश का विकास होगा।पहले भी लोकसभा और विधानसभा के चुनाव साथ-साथ हुए हैं। जनहित के लिए अब फिर साथ में चुनाव आवश्यक हैं। वह शनिवार को मऊ स्थित विद्यालय में एक राष्ट्र-एक चुनाव बिल के समर्थन में आयोजित महिला सम्मेलन को संबोधित कर रही थी।
आशा वाजपेई की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में ने कहा कि एक साथ चुनाव कराना कोई नई बात नहीं है।स्वतंत्र भारत में 1950 में संविधान लागू हुआ। उसके बाद 1951 से लेकर 1967 तक सभी राज्य की विधानसभाओं और लोकसभा के आम चुनाव साथ-साथ होते थे।लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के पहले आम चुनाव 1951-52 में एक साथ आयोजित किए गए थे।
यह परंपरा इसके बाद 1957, 1962 और 1967 के तीन आम चुनावों के लिए भी जारी रही।हालांकि, कुछ राज्य विधानसभाओं के समय से पहले भंग होने के कारण 1968 और 1969 में एक साथ चुनाव कराने में बाधा आई थी।पहली, दूसरी और तीसरी लोकसभा ने पांच वर्षों का अपना कार्यकाल पूरा किया।
उन्होंने कहा लोकसभा व विधानसभा का अलग-अलग चुनाव कराना चुनौतियां बन गए हैं।उन्होंने कहा सरकार एक राष्ट्र एक चुनाव के लिए कमेटी बनाकर,आम लोगों से,आधी आबादी से,विभिन्न संगठनों व राजनीतिक दलों से लगातार चर्चा कर माहौल बना रही है।
प्रवक्ता चन्द्रमौलि सिंह ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम की अध्यक्ष आशा बाजपेई ने सभी का धन्यवाद व आभार प्रकट किया।भाजपा जिलाध्यक्ष सुधांशु शुक्ला ने कहा बार-बार चुनाव होने से देश की प्रगति में बाधा उत्पन्न होती है।कार्यक्रम संयोजक प्रज्ञा त्रिपाठी रही।
संचालन जिला महामंत्री महिला मोर्चा गीता सिंह ने किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपमा सरोज, प्रतिमा त्रिपाठी, शकुंतला तिवारी, रेखा मिश्रा,नीरज पांडेय,शास्त्री सिंह,डॉक्टर मीना सिंह, पूनम चौहान,मीरा सहित सभी प्रमुख महिला उपस्थित रहीं।