BOLLYWOOD NEWS : केसरी वीर _ लेजेंड्स ऑफ सोमनाथ’ का पोस्टर जारी,16 मई को रिलीज होगी फिल्म
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REPORT BY KALI DAS PANDEY
MUMBAI NEWS।
चौहान स्टूडियोज के बैनर तले कनु चौहान द्वारा निर्मित और प्रिंस धिमान द्वारा निर्देशित पीरियड एक्शन फिल्म ‘केसरी वीर : लेजेंड्स ऑफ सोमनाथ’ का पोस्टर जारी कर दिया गया है। इस ऐतिहासिक महागाथा में अभिनेता सूरज पंचोली वीर हमीरजी गोहिल के रूप में नज़र आएंगे, एक ऐसा साहसी योद्धा,जो आक्रमणकारियों से पवित्र सोमनाथ मंदिर की रक्षा करने के लिए संकल्पबद्ध है।
इस फिल्म में अभिनेता सूरज पंचोली इस बार बिल्कुल नए और चुनौतीपूर्ण किरदार में नजर आएंगे। इस ऐतिहासिक महागाथा में सुनील शेट्टी निडर योद्धा वेगदा जी की भूमिका निभा रहे हैं, वहीं विवेक ओबेरॉय खूंखार खलनायक जफ़र के किरदार में नज़र आएंगे।
फिल्म में अकांक्षा शर्मा की डेब्यू भी देखने को मिलेगी, जो सूरज पंचोली के साथ एक महत्वपूर्ण भूमिका में नजर आयेंगी। यह फिल्म 16 मई को पैनोरमा स्टूडियोज द्वारा वर्ल्डवाइड रिलीज़ की जाने वाली है।
बॉलीवुड में दस्तक देने वाली है अभिनेत्री अंजली शर्मा
पंजाबी फिल्म ‘डबल दी ट्रबल’, ‘दिलदारियां’, ‘मुंडा पंगेबाज’, वेब सीरीज ‘द लास्ट कोम्प्रोमाईज़’, शॉर्ट फिल्म ‘लॉटरी’ और कई म्यूजिक वीडियो में अपनी अभिनय प्रतिभा कौशल का प्रदर्शन करने के बाद बॉलीवुड में दस्तक देने वाली है। बहुत जल्द ही एक बड़े बैनर के तहत उनकी फिल्म की घोषणा होने वाली है।
साथ ही साथ जल्द ही उनकी हिंदी वेब सीरीज आने वाली है जिसमें वह एक अमीर महिला का किरदार निभा रही हैं। इस सीरीज में उनकी भूमिका बड़ी दिलचस्प है। हर तरह के रोल निभाने की चाहत रखने वाली नवोदित हँसमुख बिंदास अभिनेत्री अंजली शर्मा एशियन पेंट, सोनालिका ट्रैक्टर, परंपरा होम डेकॉर, मेमसाहब एथनिक वीयर, दिवा ब्यूटी आदि के एड फिल्मों में भी वह अपनी कला का जौहर दिखा चुकी है।
अंजली शर्मा पंजाब के छोटे से शहर फाजिल्का में पैदा हुई हैं और चंडीगढ़ में वह पली बढ़ी और शिक्षित हुई हैं। अंजली को बचपन से एक्टिंग का शौक रहा, इस शौक को पूरा करने के लिए शुरुआत में उन्होंने छुपकर डांस क्लास जॉइन की और पंजाब दूरदर्शन के लिए ऑडिशन दिया। उन्हें पंजाब दूरदर्शन में ‘फूल कलियां’ कार्यक्रम में काम करने का मौका मिला।
इस प्रकार उन्होंने अभिनय की पहली सीढ़ी चढ़ी और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। ‘तू पतंग मैं डोर’ में उन्होंने नकारात्मक किरदार निभाया जो दर्शकों को बेहद पसंद आई। अंजली शर्मा कहती हैं कि उन्हें क्राइम थ्रिलर और मिस्ट्री फिल्मों में अभिनय करने का बेहद शौक है। सस्पेंस, थ्रिल, ट्विस्ट और जटिल किरदारों को निभाना उन्हें बेहद पसंद है।
वह आगे कहती हैं कि ऐसी भूमिका जो बेहद चैलेंजिंग हो और जो उनकी कम्फर्ट जोन से बाहर हो, ऐसे किरदार करने के लिए वह सदा उत्साहित रहती है। वह कहती हैं कि ‘मिर्ज़ापुर’, ‘कोहरा’, ‘द फैमिली मैन’ जैसे शोज की कहानी ऐसे ही जोनर में बनी है। इन शोज़ ने एक नया लेवल सेट किया है और ऐसे अलग जोनर की शोज़ का हिस्सा बनने को वह उत्साहित हैं।
अंजली शर्मा ने अपने फिल्मी कैरियर की शुरुआत और अपने जीवन के अनुभवों के बारे में बताया कि सोलह साल की उम्र में ही उन्होंने एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा। पंजाब में अपने गांव से चंडीगढ़ और चंडीगढ़ से मुम्बई तक पहुंचने के उनके सफर में कई पड़ाव आये पर उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और अपने सपनों को साकार करने की दौड़ में आगे बढ़ती रही।
उन्होंने बताया कि इस लंबे सफर में काफी कुछ सीखा और अनुभव बटोरे। मायानगरी मुंबई ने उन्हें नए अवसर और चुनौतियाँ दी। वह अपने काम के प्रति समर्पित है और अपनी योग्यता और मेहनत करने में विश्वास रखती हैं। उनका मानना है कि जुनून और मेहनत से कुछ भी हासिल किया जा सकता है।
वर्तमान समय में बॉलीवुड में अभिनेत्री अंजली शर्मा कई प्रसिद्ध फिल्म निर्देशकों के साथ बड़े बड़े बैनरों की फिल्मों में अपनी अभिनय कौशल का प्रदर्शन करने के लिए बेकरार है।
चर्चाओं के बीच : फिल्म निर्माता सुरेंद्र श्रीवास्तव
‘जुर्माना’, ‘सूरज’, ‘कहानी किस्मत की’, ‘आज का रावण’ जैसी सफल फिल्मों के निर्माता सुरेंद्र श्रीवास्तव इन दिनों अपनी पुस्तक ‘संगम से सागर तक’, ‘साउंड कैमरा एक्शन’ और ‘आउट डोर शूटिंग : खट्टे मीठे अनुभव’ को ले कर काफी चर्चा में हैं। भारत सरकार द्वारा प्रगति मैदान दिल्ली में आयोजित विश्व पुस्तक मेला (2025) में उनकी उपरोक्त सभी पुस्तकों को अच्छा रेस्पॉन्स मिला।
सुरेंद्र श्रीवास्तव ने अपनी पुस्तक ‘संगम से सागर तक’ में अपनी जीवन यात्रा को चित्रित करते हुए संदेश देने का प्रयास किया है कि सेवा, समर्पण और सदभाव सफलता के मूल मंत्र हैं। साथ ही साथ लगन में सच्चाई हो तो सफलता सदैव कदम चूमती है। प्रयागराज (इलाहाबाद) से मुंबई तक के अपने सफर को बड़े ही हृदयस्पर्शी भाव के साथ कागज पे उतारा है सुरेंद्र श्रीवास्तव ने।
‘साउंड कैमरा एक्शन’ में सुरेंद्र श्रीवास्तव ने बतौर फिल्म प्रचारक और फिल्म प्रबंधन का कार्य करते हुए जो देखा सुना और समझा व अनुभव हासिल किया उसे फिल्म विधा में रुचि रखने वालों के लिए बड़े ही सरल शब्दों में चित्रित किया है। यह पुस्तक फिल्मप्रेमियों को फिल्म निर्माण से संबंधित प्रत्येक विभाग की छोटी से बड़ी बातों को जानने और समझने का अवसर प्रदान करेगा, दूसरे शब्दों में उनकी पुस्तक ‘साउंड कैमरा एक्शन’ को फिल्म निर्माण कला का संपूर्ण गाइड कहा जा सकता है।
तीसरी पुस्तक ‘आउट डोर शूटिंग : खट्टे मीठे अनुभव’ में सुरेंद्र श्रीवास्तव ने दबे स्वर में बॉलीवुड के काला सच को भी महसूस करने का अवसर पाठकों को प्रदान किया है। फिल्म निर्माण के क्षेत्र में क्रियाशील अथवा फिल्म निर्माण में रुचि रखने वाले के लिए ये पुस्तक काफी उपयोगी साबित होगी।
विदित हो कि 9 वर्षों तक एसोसिएशन ऑफ सिने एंड टीवी /एड प्रोडक्शन एग्जिक्यूटिव्स के अध्यक्ष रह चुके सुरेंद्र श्रीवास्तव फिलवक़्त भी एसोसिएशन के प्रशासनिक प्रबंधन से जुड़े हैं।