Religion-Spirituality : माता-पिता का आदर करने से जीवन की राह होगी आसान – कथा व्यास पूर्णिमा त्रिपाठी
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REPORT BY VIJAY YADAV
AMETHI NEWS।
अमेठी जिले के मुसाफिरखाना क्षेत्र के दादरा गांव में स्थित देवी हिंगलाज धाम पर चल रहे महायज्ञ महोत्सव के तीसरे दिन व बुधवार को कथा व्यास पूर्णिमा त्रिपाठी ने कहा कि हमारे जीवन में माता-पिता और बुजुर्गों का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण है। उनके आशीर्वाद से ही हमारी राह रोशन होती है और जीवन में सच्ची सुख-शांति का अनुभव होता है।
यदि आप बैठें हों और माता-पिता का आगमन हो, तो तुरंत खड़े हो जाइए, माता-पिता के चरणों में बैठकर उनके आशीर्वाद का लाभ उठाना चाहिए। यह छोटी सी बात, आपके जीवन में विनम्रता और आदर्श की नींव रखती है। हमारे बच्चों को शास्त्रों का गहन अध्ययन करना बेहद जरूरी है।
वेद, उपनिषद, भागवद गीता और अन्य शास्त्रों के दर्शन न केवल जीवन के सही मार्ग को समझने में मदद करते हैं, बल्कि यह उन्हें नैतिकता, धर्म और आदर्शों से भी जोड़ते हैं।
शास्त्रों का ज्ञान बच्चों के जीवन में अध्यात्मिक चेतना जागृत करता है और उन्हें सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है।उन्होंने आगे कहा कि जब हम इनसे झूठ बोलते हैं, तो हम न केवल अपनी आत्मा से दूर होते हैं, बल्कि अपने जीवन की शांति और आशीर्वाद भी खो बैठते हैं।
जब हम गुरु, गोविंद और धर्म के प्रति ईमानदार होते हैं, तब हमें उनके आशीर्वाद से जीवन में सच्चे सुख और समृद्धि का अनुभव होता है।इस मौके पर जनार्दन तिवारी, कृपाशंकर सिंह, अंजनी,विजय सिंह, सर्वेश सिंह, प्रशांत श्रीवास्तव सहित आदि रहे।