Lok Dastak

Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest News in Hindi, Breaking News in Hindi.Lok Dastak

त्याग और बलिदान के प्रतीक हरिश्चंद्र और भगवान श्रीराम गांधी जी के आदर्श थे

1 min read
Spread the love

अमेठी। जिले के रानी सुषमा देवी बालिका इंटर कॉलेज मुंशीगंज के परिसर में प्रधानाचार्या नीरज सिंह एवं उप प्रधानाचार्य विनोद कुमार तिवारी के निर्देशन में राष्ट्र के दो महान सपूतों, महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती को विश्व अहिंसा दिवस के रूप में मनाया गया। झंडारोहण ,राष्ट्रगान के उपरांत गांधीजी व शास्त्री जी को नमन करते हुए सहायक अध्यापक रवि शंकर पांडे ने कहा कि गुजरात के पोरबंदर में एक वैष्णव अनुयाई परिवार में जन्मे गांधी जी के जीवन पर कठिन सिद्धांत वाले जैन धर्म का गहरा प्रभाव था। इस कारण सत्य, अहिंसा और आत्म शुद्धि के लिए उपवास आदि महान गुण इन्होंने आसानी से प्राप्त कर लिया। त्याग और बलिदान के प्रतीक हरिश्चंद्र और भगवान श्रीराम जैसे पौराणिक नायक इनके आदर्श थे। इसीलिए गांधी जी के अंग्रेजों के विरुद्ध आंदोलनों में सत्याग्रह, अहिंसा और शांति का दर्शन होता है और अंततः अंग्रेज भारत छोड़ने को मजबूर हो गए, ऐसा उदाहरण विश्व के किसी भी देश के इतिहास में नहीं मिलता है। महात्मा गांधी को दुनिया ने सराहा। उन्होंने जीवन जीने का जो अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया, उसके लिए अल्बर्ट आइंस्टीन ने कहा था कि आगे आने वाली पीढ़ियां बहुत मुश्किल से विश्वास कर पाएंगी कि कोई हड्डी मांस का ऐसा व्यक्ति भी इस धरती पर पैदा हुआ था। उनके सम्मान में संयुक्त राष्ट्र संघ ने 2 अक्टूबर को विश्व अहिंसा दिवस घोषित कर दिया। छात्रा काव्या पांडे ने बताया कि महान देशभक्त लाल बहादुर शास्त्री जी का जन्म उत्तर प्रदेश के मुगलसराय में ,एक कायस्थ परिवार में हुआ था। ये गांधीजी के कई आंदोलनों के अहम हिस्सा रहे, जेल भी गए तथा बाद में स्वतंत्र भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री बने। इन्होंने कठिन समय जैसे 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में देश का उचित मार्गदर्शन किया और भारत को विजयश्री प्राप्त हुई। प्रधानाचार्या ने कहा कि वर्तमान में देश में पिछले कुछ दशकों में आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप नेताओं, मंत्रियों आदि पर लगते रहे हैं परंतु इसी देश में, एक ऐसे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री भी हुए, जिन्होंने निर्धनता में भी ईमानदारी, त्याग वह सादगी की मिसाल कायम की ऐसा हमारे बुजुर्ग व किताबें बताती हैं। कार्यक्रम के अंत में उप प्रधानाचार्य विनोद कुमार तिवारी ने सभी अध्यापक ,अध्यापिकाओं व छात्राओं को सड़क पर चलने के नियमों का पालन, नशा मुक्त रहने और अपने आसपास की स्वच्छता के संदर्भ में शपथ दिलाई और अपील करते हुए कहा कि विश्व के सभी लोगों को एक परिवार के रूप में एकजुटता के साथ गांधी व शास्त्री जी के बताए मार्ग पर चलना चाहिए जिससे विश्व जिन समस्याओं से जूझ रहा है, उनका समाधान हो सके। कार्यक्रम का संचालन शारदा प्रसाद द्विवेदी जी ने किया।श्री रणवीर इंटर कॉलेज, अमेठी में अहिंसा के पुजारी, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं माटी के लाल, लाल बहादुर शास्त्री का हर्षोल्लास से जन्मदिन मनाया गया I अहिंसा के पुजारी, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं माटी के लाल, सादगी के प्रतिमूर्ति एवं विश्व को देश की शक्ति प्रदर्शित करने वाले स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री की जयंती हर्षोल्लास से मनाई गई l इस अवसर पर प्रधानाचार्य राजेश सिंह ने ध्वजारोहण किया l छात्रों तथा छात्राओं ने निबंध लेखन, चित्रकला, कबड्डी, 100 मीटर दौड़,तथा वॉलीबॉल प्रतियोगिता में भाग लिया तथा एन.सी.सी. कैडेट्स एवं स्काउट प्रशिक्षणार्थियों के द्वारा विद्यालय परिसर की साफ- सफाई की गई lइस अवसर पर प्रधानाचार्य राजेश सिंह ने बताया गाँधी जी जब 1915 में आजादी की लड़ाई में शामिल हुए तब से उनके विभिन्न आंदोलनों ने अंग्रेजो को कई बार घुटने टेकने को मजबूर कर दिया l शास्त्री जी की नैतिकता का उदहारण देते हुये प्रधानाचार्य ने बताया की एक बार बार शास्त्री जी जब रेल मंत्री थे तब उनके कार्यकाल में रेल दुर्घटना हुई जिसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने इस्तीफा दे दिया l अतः हमे भी उनके जीवन से नैतिकता सीखनी चाहिए l

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Copyright ©2022 All rights reserved | For Website Designing and Development call Us:-8920664806
Translate »