MANGESH ENCOUNTER : पुलिस एनकाउंटर पर अखिलेश ने उठाए सवाल बोले देखकर हुआ एनकाउंटर !
1 min read
REPORT BY NEWS DESK
LUCKNOW UTTAR I
सुल्तानपुर में 28 अगस्त को सर्राफा दुकान लूट कांड का जौनपुर निवासी मंगेश एनकाउंटर का मामला तूल पकड़ता जा रहा है I देश प्रदेश में इसे लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं वहीं राजनीतिक स्तर पर भी बयान बाजी तेज हो गई है जहां विपक्ष एक तरफ इस एनकाउंटर को फर्जी मान रही है, वही दूसरी तरफ इस एनकाउंटर को लेकर पुलिस व सरकार अपनी पीठ थपथपा रही है I
प्रदेश की एसटीएफ ने जौनपुर निवासी ₹100000 का इनामी अपराधी मंगेश यादव को एक एनकाउंटर में 5 सितंबर की भोर सुबह ढ़ेर कर दिया I हर तरफ अपराधी के मारे जाने की खबरें चल ही रही थी कि अचानक देर शाम 7.40 पर एनकाउंटर को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने X पर पोस्ट डाला जिसने सियासी हलचल मचा दिया और एनकाउंटर पर सवाल उठने लगे और एक नई बहस को जन्म दे दिया की एनकाउंटर असली था या फर्जी और बयान बाजी तेज हो गई है I
भरत ज्वैलर्स लूट कांड जिसका आरोपी था मंगेश
जिले के नगर स्थित चौक ठठेरी बाजार स्थित भरत जी सर्राफ की दुकान में नकाबपोश बदमाशों ने दिनदहाड़े लूट को अंजाम दिया और फरार हो गए I घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया I
हो भी क्यों न लूट एक या दो नहीं लगभग एक करोड़ का मामला था I
जो लूट हुई है जिसमें तीन किलो सोना,करीब 30 किलो चांदी की लूट होने की बात की जा रही है I एसपी सुमन वर्मा मौके पर जांच किया और अनेक टीम अपराधियों को पकड़ने के लिए गठित की I लूट की घटना का लाइव वीडियो दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया I
आइए जानते हैं कैसे हुआ मंगेश का एनकाउंटर
पुलिस के मुताबिक उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में भरत ज्वैलर्स में दिनदहाड़े हुई डकैती में वांछित गैंगस्टर और मुख्य आरोपी को गुरुवार, 5 सितंबर की सुबह राज्य स्पेशल टास्क फोर्स (#STF) के साथ मुठभेड़ में मार गिराया गया। मंगेश यादव, जिसके सिर पर 1 लाख रुपये का इनाम था I STF के डिप्टी एसपी धर्मेश शाही के नेतृत्व वाली एक टीम के साथ मुठभेड़ में मारा गया। मुठभेड़ सुल्तानपुर के कोतवाली देहात के मिसिरपुर पुरैना इलाके में हुई I
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुठभेड़ के दौरान मंगेश घायल हो गए और उन्हें इलाज के लिए सीएचसी भदैया ले जाया गया। पुलिस ने घटनास्थल से 32 बोर की पिस्टल, कारतूस और एक मोटरसाइकिल बरामद की है I जौनपुर के मूल निवासी मंगेश यादव पर पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज थे।
घटना में शामिल मुख्य आरोपी सहित 5 जेल में ,9 फरार
सुल्तानपुर के चौक ठठेरी बाजार स्थित भरत जी ज्वैलर्स की दुकान में हुई लूट का मास्टरमाइंड विपिन सिंह निवासी मोहनगंज जिला अमेठी नहीं रायबरेली कोर्ट में सरेंडर कर दिया जबकि तीन अन्य को पुलिस ने एक एनकाउंटर में गिरफ्तार किया है वहीं एक को लखनऊ की STF टीम ने गुरुवार की भोर सुबह एनकाउंटर कर दिया अभी भी 9 अपराधी फरार हैं, जिनकी खोज में पुलिस लगी है I
बताया जाता है कि करीब एक महीने से दुकान की रेकी की गई थी I घटना में शामिल कई अपराधियों पर 1 लाख तक के इनाम घोषित हैं इस घटना में शामिल सर्वाधिक अपराधी अमेठी जनपद से हैं मुख्य आरोपी विपिन सिंह भी अमेठी जिले का ही है, जिस पर दर्जनों केस पहले से ही लगे हुए हैं, वहीं बाकी अपराधी आसपास के जिलों के हैं I
यह है घटना में शामिल फरार आरोपियों की लिस्ट
#STF जिन फरार आरोपियों को खोज रही है उनमें फुरकान उर्फ गुज्जर पुत्र मो.सैफ निवासी पूरे चन्दई चिलौली थाना मोहनगंज जनपद अमेठी, अनुज प्रताप सिंह पुत्र धर्मराज सिंह निवासी जनापुर थाना मोहनगंज जनपद अमेठी, अरबाज पुत्र शान मोहम्मद निवासी अशापुर रूरु थाना मोहनगंज, अमेठी, विनय शुक्ला पुत्र राम तीर्थ शुक्ला निवासी ग्राम सहमेऊ थाना मोहनगंज जिलाअमेठी, अंकित यादव उर्फ शेखर निवासी ग्राम हरिपुरा थाना आसपुर देवसरा जिला प्रतापगढ, अजय यादव उर्फ डीएम पुत्र बाबूलाल निवासी लारपुर थाना सिगरामऊ जिला जौनपुर, अरविन्द यादव उर्फ फौजी पुत्र स्व. श्रीदेव यादव निवासी ग्राम चमराडीह थाना फूलपुर आजमगढ, विवेक सिंह पुत्र सामेन्द्र सिंह निवासी भवानी नगर थाना मोहनगंज जनपद अमेठी, दुर्गेश प्रताप सिंह पुत्र शत्रुघ्न सिंह निवासी मकान 1135डी नया पुरवा निकट फायर स्टेशन रायबरेली शामिल हैं।
अखिलेश यादव ने पुलिस एनकाउंटर पर उठाए सवाल
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने एक हैंडल पर लिखते हुए पुलिस एनकाउंटर पर गंभीर सवाल उठाए हैं उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा है कि दो दिन पहले जिसको उठाया और एनकाउंटर के नाम पर बंदूक़ सटाकर गोली मारकर हत्या की गयी। अब उसकी मेडिकल रिपोर्ट बदलवाने का दबाव डाला जा रहा है। इस संगीन शासनीय अपराध का सर्वोच्च न्यायालय तुरंत संज्ञान ले, इससे पहले की सबूत मिटा दिये जाएं।
अपने दूसरे पोस्ट पर अखिलेश यादव ने लिखा है कि लगता है सुल्तानपुर की डकैती में शामिल लोगों से सत्ता पक्ष का गहरा संपर्क था, इसीलिए तो नक़ली एनकाउंटर से पहले ‘मुख्य आरोपी’ से संपर्क साधकर सरेंडर करा दिया गया और अन्य सपक्षीय लोगों के पैरों पर सिर्फ़ दिखावटी गोली मारी गयी और ‘जात’ देखकर जान ली गयी।
जब मुख्य आरोपी ने सरेंडर कर दिया है तो लूट का सारा माल भी पूरा वापस होना चाहिए और सरकार को मुआवज़ा अलग से देना चाहिए क्योंकि ऐसी घटनाओं का जो मानसिक आघात होता है उससे उबरने में बहुत समय लगता है, जिससे व्यापार की हानि होती है, जिसकी क्षतिपूर्ति सरकार करे।
नक़ली एनकाउंटर रक्षक को भक्षक बना देते हैं। समाधान नक़ली एनकाउंटर नहीं, असली क़ानून-व्यवस्था है। भाजपा राज अपराधियों का अमृतकाल है। जब तक जनता का दबाव व आक्रोश चरम सीमा पर नहीं पहुँच जाता है, तब तक लूट में हिस्सेदारी का काम चलता रहता है और जब लगता है जनता घेर लेगी तो नक़ली एनकाउंटर का ऊपरी मरहम लगाने का दिखावा होता है। जनता सब समझती है कि कैसे कुछ लोगों को बचाया जाता है और कैसे लोगों को फँसाया जाता है। घोर निंदनीय!
राजभर का अखिलेश यादव के आरोप पर पलटवार
ओम राजभर ने कहा कि “जब वो गोली चला रहा था तो इधर से गोली चली, अब इसमें जाति चीरकर तो गोली नहीं लगी। चार बजे सुबह भागने का क्या मतलब है। क्यों भाग रहा था। जब आपको पता था कि ये हमारी बिरादरी का है उसे मार दिया जाएगा तो उसे सरेंडर करवा देना चाहिए। सजातीय मारा गया है तो फिर उसे सरेंडर करवा देना था।” फर्जी एनकाउंटर पर उन्होंने कहा कि उनकी सरकार में नकली एनकाउंटर हुए होंगे इसलिए वो ऐसा कह रहे हैं।
सपा का प्रतिनिधि मंडल पहुंचा मंगेश यादव के घर
गुरुवार की शाम को ही अखिलेश यादव ने घोषणा की थी कि मंगेश यादव के घर सपा का एक प्रतिनिधिमंडल पहुंचेगा I इसी क्रम में आज सुबह शुक्रवार की सुबह विधान परिषद सदस्य लाल बिहारी यादव के नेतृत्व में सपा का प्रतिनिधिमंडल मंगेश यादव के घर पहुंचा और घटना का विस्तार से परिवार वालों से जानकारी ली और शोक संवेदना प्रकट की I इस मौके पर एमएलसी लाल बिहारी यादव ने प्रेस को बताया कि मंगेश का एनकाउंटर फर्जी है I जाति को देखकर एनकाउंटर किया गया है I
उनके घर वालों ने बताया है कि जिस समय लूट की घटना हुई थी उस समय वह अपनी बहन के स्कूल की फीस जमा करने उसके स्कूल गया हुआ था I उस के पिता ने बताया कि दो दिन पहले ही मंगेश को घर से पुलिस ले गई थी जबकि एनकाउंटर गुरुवार की सुबह हुआ था I उन्होंने मामले की रिपोर्ट अपने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को सौपने की बात कहीI
फ़िलहाल राजनीतिक बहस बाजी से दूर होकर पुलिस व एसटीएफ की टीम में बाकी बचे आरोपियों को ढूंढने में लगी हुई है पुलिस को उम्मीद है जल्द ही सभी आरोपी जेल की सलाखों में होंगे वही पुलिस के आला अधिकारी एनकाउंटर को लेकर अपने दावे में सही ठहरा रहे हैं I लेकिन कहीं ना कहीं मंगेश यादव के परिजनों ने जो आरोप लगाए हैं उस पर भी जांच की आवश्यकता है I
मंगेश एनकाउंटर का मामला पहुंचा मानवाधिकार अधिकार आयोग
भरत ज्वैलर्स की दुकान में हुई लूट कांड में आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर का मामला अब मानवाधिकार आयोग तक पहुंच गया है इलाहाबाद हाई कोर्ट के वकील जीएस यादव ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए शिकायत दर्ज कराई है I उनका कहना है कि जिस परिस्थितियों और घटनाक्रम में एनकाउंटर हुआ है I
ऐसा लगता है कि यह फर्जी एनकाउंटर है I जीएस यादव ने मंगेश एनकाउंटर की जांच यूपी पुलिस के बजाय किसी स्वतंत्र एजेंसी से करने की मांग भी की है उनका कहना है कि मंगेश आदतन अपराधी नहीं था,जो एक लाख इनाम घोषित किया गया I
फर्जी एनकाउंटर से पुलिस को भी बचने की आवश्यकता है, नहीं तो पुलिस से लोगों का विश्वास उठ जाएगा I गौर करने वाली बात है कि अपराधियों की कोई जाति नहीं होती है और अपराध को जातिवाद व धर्म में बांटना कहीं ना कहीं समाज की सुरक्षा और व्यवस्था दोनों को नुकसान पहुंच सकता है I राजनीति से उठकर इस बात पर अवश्य सो सोचने की जरूरत है I