पुस्तक लोकार्पण व काव्योत्सव का शानदार आयोजन
1 min readबेंगलुरु ।
श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथ सभा भवन बेंगलुरु में 03 सितंबर की शाम ए. एस. जन कल्याण ट्रस्ट के तत्वाधान में जिया साहित्य परिवार के बैनर तले एक भव्य सम्मान समारोह, पुस्तक लोकार्पण व काव्योत्सव का शानदार आयोजन किया गया| दीप प्रज्वलन के बाद रेनू कुकरेती ने सरस्वती वंदना से कार्यक्रम का शुभारम्भ किया |
मुख्य अतिथि डॉ. आलोक कुमार श्रीवास्तव ( उपनिदेशक इसरो ) की गरिमामयी उपस्थिति ने कार्यक्रम की विशेषता प्रदान की | डॉ. आलोक कुमार श्रीवास्तव एक उत्कृष्ट वैज्ञानिक होने के साथ साथ उत्कृष्ट साहित्यकार भी हैं | उन्हें चंद्रयान-1 अंतरिक्ष यान के लिए ‘इसरो टीम पुरस्कार’ और अंतरिक्ष यान संबंधी प्रौद्योगिकियों में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए वर्ष 2007 के लिए ‘एस्ट्रोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया पुरस्कार’ दिया गया है।
उन्होंने पिछले 25 वर्षों में पूरे देश में अंग्रेजी के साथ-साथ हिंदी में 260 से अधिक तकनीकी वार्ताएँ दी हैं। कार्यक्रम का आयोजन दो सत्रों में हुआ | प्रथम सत्र में कर्नाटका रत्न शिरोमणि सम्मान के लिये अलग अलग क्षेत्रों से 15 सदस्यों को सम्मनित किया |
जिसमें डॉ प्रभा शंकर प्रेमी ( वरिष्ठ साहित्यकार ) डॉ आलोक कुमार श्रीवास्तव ( उपनिदेशक इसरो ) डॉ आशु शाह (संस्थापिका – डॉ. आशु शाह कैंसर फाउंडेशन ) लेफ्टिनेंट किशोर सिंह राठौर, डॉक्टर इस्पाक अली ( शिक्षाविद ) तेजमल सिंघवी ( अध्यक्ष – श्रीजैन श्वेताम्बर तेरापंथ भवन ) डॉ रवि राजहंस ( संस्थापक – विजय संभव फाउंडेशन ) ज्ञानचंद मर्मज्ञ ( वरिष्ठ साहित्यकार ) डॉ निर्मला बी ( वरिष्ठ साहित्यकार ) धर्मेश कोठारी ( महामंत्री – श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथ सभा भवन) ,
अनुराधा विक्रांत ( संस्थापिका – दृष्टि आर्ट सेंटर ) प्रीति योगिनी ( संस्थापिका – प्रीति वैलनेस सेंटर ) अभिजीत के शेनोय ( शास्त्रीय संगीतकार ) विनय यादव ( शिक्षाविद ) नन्द सारस्वत ‘स्वदेशी’ ( वरिष्ठ साहित्यकार ) को शाल, माला, अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह व मैसूर पेटा पहना कर सम्मानित किया गया |
उसके बाद सैनिक सम्मान के लिये ” सूबेदार रामस्वरूप ” कर्नल अरविन्द मोहन उनियाल को शाल, माला, अंगवस्त्र, व मैसूर पेटा एवं स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया |विशिष्ट अतिथि के लिये अशोक कुमार अकेला, सुरेन्द्र कोहली ‘सूरी ‘ गजलकार, राधे श्याम यादव वरिष्ठ कवि प्रतीक्षा तिवारी, भूपेंद्र सिंह, का सम्मान किया गया |
एशिया के स्ट्रांगेस्ट मैन मनोज चौपड़ा का भी मैसूर पेटा, शाल, माला, अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह से सम्मान किया गया |
उसके बाद जिया साहित्य मंच की संस्थापिका रीता सिंह की पुस्तक ” वीरांगनायें ” का लोकार्पण मुख्य अतिथि डॉ आलोक कुमार श्रीवास्तव के कर कमलों से हुआ |
पुस्तक का परिचय कवि भूपेंद्र सिंह ने दिया | उनके बाद डॉ. विनय यादव, डॉ. इस्पाक अली, डॉ. रवि राजहंस, ज्ञान चंद मर्मज्ञ, डॉ. जी. टी. प्रभा शंकर प्रेमी, तेजमल सिंहवी ने पुस्तक के विषय में अपने विचार प्रस्तुत किये | पहले सत्र की अध्यक्षता डॉ. प्रभा शंकर प्रेमी ने की |
जलपान के बाद दूसरे सत्र काव्योत्सव का आयोजन हुआ | मुख्य अतिथि डॉ. आलोक कुमार श्रीवास्तव ने बहुत ही शानदार रचना प्रस्तुत की | प्रतीक्षा तिवारी, रचना उनियाल, डॉ. मल्काप्पा इलियास, डॉ कविता सिंह प्रभा, राही राज, प्रीति राही, कविता झा, सुरेन्द्र कोहली, नन्द सारस्वत, भूपेंद्र सिंह, निर्मला बी.लेफ्टिनेंट किशोर सिंह राठौर, जिया साहित्य मंच की संस्थापिका रीता सिंह ने सुन्दर काव्य प्रस्तुति दी |
अभिजित के शेनोय ने शास्त्रीय संगीत की शानदार प्रस्तुति दी | ज्ञान चंद मर्मज्ञ ने सुन्दर काव्य प्रस्तुति व दूसरे सत्र की अध्यक्षता की | जिया साहित्य मंच की अध्यक्ष रेणु कुकरेती , उपाध्यक्ष माधुरी क्षीरसागर, सचिव मेघना दवे ने दोनों सत्रों का बहुत ही उत्कृष्ट मंच संचालन किया |
मान्या ने मंच संचालन में पूरा सहयोग किया | कार्यक्रम में तेरापंथ युवक परिषद अध्यक्ष अंकुश बैद, मंत्री राजीव हीरावत, महिला मंडल मंत्री मीनाक्षी देरासरीया, सतपाल सिंह, अभिषेक सिंह, शिवानी सिंह व अन्य कई लोग उपस्थित थे | सभी कवि जनों का अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह से सम्मान किया गया |