मुख्यमंत्री ने मातृभूमि योजना का किया शुभारम्भ,उत्कृष्ट ग्राम पंचायतों को किया पुरस्कृत
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लखनऊ ब्यूरो।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रभु श्री राम ने लक्ष्मण जी से कहा था “अपि स्वर्णमयी लंका न मे लक्ष्मण रोचते। जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी।” मां और जन्मभूमि स्वर्ग से बढ़कर होती है। इनकी कोई तुलना नहीं की जा सकती है। इसलिए मातृभूमि योजना से सबको जुड़ने का सौभाग्य मिलना चाहिए। हमारी सरकार ने अभी इस योजना को ग्रामीण क्षेत्र में लागू किया है। मातृभूमि योजना को हम शहरी क्षेत्र में भी लागू करेंगे। इससे दो तरह के कार्य होंगे एक तो व्यक्ति अपनी जड़ों के साथ जुड़ेगा, दूसरा अपनी मातृभूमि के लिए कुछ कर पाएगा।
सीएम ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार योजनान्तर्गत 370 उत्कृष्ट ग्राम पंचायतों को पुरस्कार वितरण, राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान योजनान्तर्गत 3,145 ग्राम पंचायतों सचिवों को लैपटॉप वितरण और उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना का शुभारम्भ किया। उन्होंने कहा कि पंचायती राज विभाग एक ऐसा मैकेनिज्म विकसित करे जिसके माध्यम से पैसा देने वाले व्यक्ति को उसकी एक-एक पाई का हिसाब दिया जा सके। योजना में सरकार की तरफ से 60 फीसदी पैसा अपनी मातृभूमि के लिए कुछ करने की सोच रखने वाला व्यक्ति देगा और 40 फीसदी पैसा एवं जमीन राज्य सरकार उपलब्ध कराएगी।
सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से 10 नगर निगम स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित हो रहे हैं। वहीं सात नगर निगमों को हमारी सरकार राज्य स्मार्ट सिटी कार्यक्रम के अंतर्गत स्मार्ट नगर निगम के रूप में विकसित कर रही है। उन्होंने ग्राम प्रधानों से कहा कि प्रधानमंत्री ने ग्राम पंचायतों को विकास की धुरी बताया है।इसके विकास के लिए केंद्र और राज्य की दोनों सरकारें पैसा दे रही हैं। हमें विकास के कार्यक्रमों को समयबद्ध तरीके से आगे बढ़ाना है। इससे लोग आपके कार्यकाल को स्मरणीय मानेंगे।
योगी ने कहा कि ग्राम सचिवालय, ऑप्टिकल फाइबर, जल निकासी की व्यवस्था, एलइडी स्ट्रीट लाइट, अच्छी सड़कें, कंप्यूटर ऑपरेटर, बीसी सखी जैसी कई योजनाओं के माध्यम से हमारी सरकार प्रदेश के ग्राम पंचायतों को स्मार्ट बना रही है। उन्होंने कहा कि हमारे गांव स्मार्ट बनेंगे तो वह आत्मनिर्भरता की तरफ भी आगे बढ़ सकेंगे। हमें अपने ग्राम पंचायतों को इस तरह से विकसित करना है कि उन्हें किसी के सामने हाथ न फैलाना पड़े।
उन्होंने कहा कि अपनी ग्राम पंचायत को स्मार्ट और आत्मनिर्भर ग्राम पंचायत बनाने की दिशा में हमें कार्य करना है। पहले गांव-गांव में प्रतिस्पर्धा हो। उसके बाद गांवों और शहरों के बीच हम स्वच्छता की प्रतिस्पर्धा कराएंगे। अब ज्यादातर गांवों में पक्की नाली और अच्छी सड़कें बन चुकी हैं। इस बात का ध्यान रखिए किसी भी गांव की नाली का कूड़ा न रहे। 15 जून के बाद बरसात आ जाएगी, इस बात का ध्यान रखिए की नालियों में जल जमाव न होने पाए।
सीएम योगी ने कहा कि ग्राम सचिवों को लैपटॉप वितरित किया जा रहा है। इससे हमारी पंचायतें डिजिटल हो जाएंगी। इससे पंचायत सचिव मैनुअल नहीं बल्कि लैपटॉप के माध्यम से अपना कार्य संपन्न कर सकेंगे। ग्राम पंचायत के कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। इससे प्रधानमंत्री मोदी के ई गवर्नेंस के कार्यक्रम को आगे बढ़ा सकेंगे। टेक्नोलॉजी भ्रष्टाचार पर सबसे बड़ा प्रहार है लेकिन इसका उपयोग हो दुरुपयोग न होने पाए।
सीएम ने प्रवासियों से किया संवाद
सीएम योगी ने मातृभूमि योजना से जुड़ने वाले प्रवासी भारतीयों से भी संवाद किया। 21 वर्ष से कैलिफोर्निया, यूएसए में रहने वाले संजीव रौजारा से बातचीत की। संजीव ने कहा कि वह बुलंदशहर के रहने वाले हैं। उन्होंने सीएम योगी से कहा कि विदेशों रह रहे लोगों में आपको लेकर बहुत भरोसा है। उन्हें विश्वास है कि आपकी सरकार के साथ सहयोग करेंगे तो उनका पैसा सही जगह लगेगा और हमारे गांवों का विकास होगा। संजीव ने सीएम से इस योजना से जुड़ने की इच्छा जताई।
23 वर्ष से कैलिफोर्निया में रह रहे विवेक चौधरी कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से जुड़े। उन्होंने सीएम योगी को बताया की वह मोदीनगर के रहने वाले हैं। विवेक ने कहा कि सरकार की इस योजना से जुड़ने के लिए वो काफी उत्साहित हैं। विवेक ने कहा कि हम प्रवासियों के लिए यह एक अच्छा अवसर है जिसके माध्यम से हम अपनी मातृभूमि के लिए कुछ कर पाएंगे। उन्होंने हेल्थ एटीएम, शिक्षा आदि में निवेश की इच्छा जताई।
पंचायतों को पांच श्रेणियों में मिली पुरस्कार राशि
– प्रथम आने वाली पंचायत को 11 लाख रुपए।
– द्वितीय आने वाली पंचायत को 9 लाख रुपए।
– तृतीय आने वाली पंचायत को 6 लाख रुपए।
– चतुर्थ आने वाली पंचायत को 4 लाख रुपए।
– पंचम आने वाली पंचायत को 2 लाख रुपए।
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, वित्त एवं संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना, ग्राम्य विकास एवं समग्र ग्राम्य विकास तथा ग्रामीण अभियंत्रण की राज्य मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम और मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री पंचायत पुरस्कार प्रोत्साहन योजना से सम्मानित हुई ग्राम पंचायत हलियापुर
बल्दीराय,सुल्तानपुर विकास के पैमाने पर खरा उतरने वाली बल्दीराय ब्लाक की ग्राम पंचायत हलियापुर को मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार योजना के तहत जिले में प्रथम स्थान मिला है। चयनित पंचायत हलियापुर को 11 लाख रुपये नकद राशि बतौर पुरस्कार भी मिली।प्रदेश सरकार द्वारा खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) हो चुकी ग्राम पंचायतों के लिए मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार योजना शुरू की गई थी।
आवेदन के दौरान ओडीएफ के साथ-साथ साफ-सफाई के बेहतर इंतजाम,गांव प्रत्येक बच्चे व गर्भवती का शत-प्रतिशत टीकाकरण, सरकारी विद्यालयों में नियमित एमडीएम (मध्याह्न भोजन), आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चे नियमित पोषाहार पाते हो समेत 32 बिदुओं पर रिपोर्ट भरना था।इसमें हलियापुर ग्राम पंचायत खरी उतरी है।
हलियापुर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अखंड प्रताप सिंह उर्फ गब्बर ने बताया कि प्रमाण पत्र के साथ पुरस्कार की धनराशि खाते में भेजी गई है। खंड विकास अधिकारी सत्य नारायण सिंह ने बताया कि प्रधानों के बीच विकास कार्य को लेकर प्रतिस्पर्धा हो और वह बेहतर काम करें।
इसके चलते यह योजना चलाई जा रही है। प्रथम स्थान पाने वाली ग्राम पंचायत हलियापुर को मुख्यमंत्री पंचायत पुरस्कार प्रोत्साहन योजना के तहत 11 लाख रुपये पुरस्कार मिला है।
कपिल देव सिंह- (यूपी हेड)