मुख्यमंत्री ने हेल्थ एटीएम सेंटर का किया शुभारंभ
1 min readप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने गृह जनपद गोरखपुर के चरगावां मैं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर हेल्थ एटीएम सेंटर का शुभारंभ किया। इसके उपरांत यहां आयोजित समारोह में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि स्वास्थ्य लोक हित से जुड़ा विषय है। इसे जनता तक त्वरित, सुलभ अत्याधुनिक चिकित्सा तथा इससे संबंधित जांच की सुविधा देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध हैं I लोक स्वास्थ को बेहतर बनाने के लिए सरकार प्रदेश के सभी 4600 प्राथमिक एवं सीएससी पर हेल्थ एटीएम सेंटर की हाईटेक सुविधा अगले 3 महीनों में उपलब्ध कराने जा रही है I ग्रामीण क्षेत्रों की हेल्थ सुविधाओं को सुदृढ़ बनाने में हेल्थ एटीएम सेंटर की निर्णायक भूमिका होगी I इस असुविधा से गांव में रहने वाला व्यक्ति प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर 5 मिनट में 50 से अधिक जांच कराने में सक्षम होगा बिना किसी भागदौड़ दौड़ के निशुल्क होगी I हेल्थ एटीएम की आज के समय में आवश्यकता भी है I उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा के अनुसार गोरखपुर में अगले 2 से 3 महीने में सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर हेल्थ एटीएम की व्यवस्था हो जाएगी I अपने संबोधन में मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हेल्थ एटीएम के तहत 3 से 5 मिनट के बीच में 59 जांचें हो जाएंगी I सभी जांचे एक जगह बैठकर ही हो जाएंगी I हेल्थ एटीएम से वजन पल्स रेट जैसी सामान्य जांच के साथ-साथ यूरिन डेंगू हेपिटाइटिस बी आर्थराइटिस कार्डियक प्रोफाइल प्रेगनेंसी टेस्ट तथा टाइफाइड जैसी बीमारी की जांच हो सकेगी I जांच रिपोर्ट आने के बाद टेली कंसल्टेंसी के माध्यम आनलाइन विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह लेकर अपना इलाज करा सकते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में अक्सर ही यह शिकायतें मिलती है कि डॉक्टर अस्पताल से नदारद हैं इन सभी समस्याओं के हल के लिए टेली कंसल्टेंसी से जुड़े हेल्थ एटीएम समस्या का समाधान करेंगे I इसके लिए सभी पीएचसी सीएचसी को वाईफाई से जोड़ा जा रहा है उन्होंने कहा कि हेल्थ एटीएम सीएसआर फंड उपलब्ध कराए जा रहे हैं सर्विस प्रोवाइडर से ही पैरामेडिक्स को हेल्थ एटीएम चलाने की ट्रेनिंग दिलाई जाएगी I योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के 64 जिलों में निशुल्क डायलिसिस की व्यवस्था करा दी गई है । शेष जिलों में यह सुविधा जल्द ही चालू की जाएगी।
श्री योगी ने कहा कि आरोग्य मेला से लाखों लोग लाभान्वित हो रहे हैं I मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा की डबल इंजन सरकार स्वास्थ्य को लेकर क्या कर रही है, इसकी एक झलक प्रत्येक रविवार को आयोजित होने वाले मुख्यमंत्री आरोग्य मेलों में देखी जा सकती है। इन आरोग्य मेलों में 2.5 से 4 लाख लोग निशुल्क जांच, परामर्श व दवा की सुविधा से लाभान्वित हो रहे हैं। सीएम आरोग्य मेले से ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ करने में मदद मिली है। स्वास्थ्य सुविधा सुदृढ़ होगी तो मातृ एवं शिशु मृत्यु दर भी कम होगी।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में आगे कहा कि वर्ष 2017 के बाद से पूर्वी उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र के कायाकल्प का भी उल्लेख किया। 1977 से 2017 तक 40 सालों में 50 हजार मासूमों की मौत इंसेफलाइटिस से हो गई थी। 2017 के बाद से धीरे धीरे इस पर नियंत्रण पाया गया। इस वर्ष जेई (जापानी इंसेफेलाइटिस) और एईएस (एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम) के कुल 40 मरीज मिले हैं। 7 मरीज जेई के हैं और सुखद बात यह है कि इनमें से एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है। जबकि पहले प्रतिदिन 15 से 20 मौतें हो जाती थीं। उन्होंने कहा कि 5 वर्ष पूर्व जिस बीआरडी मेडिकल कॉलेज की हालत खराब थी वही कोरोना काल में इलाज की निर्णायक भूमिका में दिखा। अब तो बीआरडी मेडिकल कॉलेज सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक शुरू हो चुका है और इसके साथ ही गोरखपुर में एम्स की सेवाएं भी शुरू हो गई हैं। जिला अस्पताल व अन्य स्वास्थ्य केंद्रों का भी उन्नयन हुआ है। उन्होंने अपील की कि हर पात्र व्यक्ति प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के तहत अपना कार्ड अवश्य बनवा ले ताकि उसे पांच लाख रुपये तक इलाज के लिए बीमा कवर का लाभ मिल सके। हेल्थ एटीएम का शुभारंभ करने से पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिव्यांग जनों में ट्राई साइकिल वितरित की और दिव्यांगजन हेतु शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिए यूनिक आईडी कार्ड बनवाने की अपील की। इस अवसर पर कार्यक्रम को सांसद रविकिशन, पिपरा मुख्य चिकित्सा अधिकारी आशुतोष दुबे ने भी संबोधित किया अलवर के सांसद महंत बालकनाथ, राज्यसभा सदस्य डॉ राधामोहन दास अग्रवाल, महापौर सीताराम जायसवाल, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष एवं एमएलसी डॉ धमेंद्र सिंह, गोरखपुर ग्रामीण के विधायक विपिन सिंह, कैम्पियरगंज के विधायक फतेह बहादुर सिंह, सहजनवा के विधायक प्रदीप शुक्ल, चरगांवा की ब्लॉक प्रमुख वंदना सिंह, कालीबाड़ी के महंत रविंद्रदास आदि मौजूद रहे।