मन मेरो यार लगा फकीरी में -कृष्णनन्द महराज
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अमेठी। श्री राम कथा में भगवान के तप का वर्णन किया। तथा उमा के जन्म की कहानी सुनाई। ब्लाक भादर के गांव पूरे तेजई पाण्डेय रतापुर मे श्री राम संगीतमय कथा चल रही। मुख्य यजमान पंडित माता प्रसाद पाण्डेय-पडित राम करन पाण्डेय है। कथा व्यास अयोध्या धाम से पधारे कथा ब्यास कृष्ण नन्द महराज ने श्री राम कथा मे भगवान शिव की कथा सुनाई।
माता पर्बती के ब्रत और उपवास पर कथा सुनाई। भजन सुनाई कि” मन लगा यार फकीरी मे,जो सुख सति संगित मे ” ” भला बुरा सबकी सुन लीजिए,मन लगा मेरो यार फकीरी मे!
प्रेम नगर मे रहन हमारी भल बन सकुरी मे !अखिर तन कहा मिले!
कथा व्यास आचार्य कृष्ण नन्द महराज ने आगे कहा कि भगवान प्रकट हो गए। भगवान ने भोले बाबा से कहा कि हे भोले प्रेम करते है। कि पर्बती से बिबाह करो। यह कह भगवान अन्तर्ध्यान हो गये।
श्री राम कथा जीवन जीने की कथा बताती है। जीवन मे माता की बात,पिता की बात,गुरु की बात को माने। इधर भोलेनाथ ने सप्तऋषि को महराज हिमांचल के पास भेजा। सप्तऋषि महराज हिमांचल के पास गये। लेकिन पर्बती कहती है कि भगवान शिव से बिबाह करूंग। महराज हिमांचल ने पर्बती देबी को समझाया। और देवी मान गयी। यह खबर सप्तऋषि ने भगवान भोलेनाथ को दिए। भगवान भोलेनाथ खबर सुनकर खुश हुए। कामदेव ने सब को बस मे कर लिए है।
श्री राम कृपा जिस पर है। उस पर कामदेव का प्रभाव नही रहा। भूत भवन भगवान ने देखा कि कामदेव को तीसरे नयन से देखा। तो कामदेव भष्म हो गया। हाहाकार मच गया। जलकर राख हो गया। रती मै कामदेव की पत्नी हूं। कब कामदेव मिलेगे। तब भगवान भोलेनाथ ने कहा कि शरीर बिहीन रहेगे। कृष्ण के रूप मे अवतार लेगे। तब कृष्ण के पुत्र प्रदन्द के रूप मे जन्म लेगे। सब के शरीर मे कामदेव का असर दिखेगे।
इस अवसर पर ब्लाक प्रमुख भेटुआ आकर्ष शुक्ल,ओम प्रकाश द्विवेदी किसान कांग्रेस जिलाध्यक्ष,पवन दूवे,संजय सिंह,अशोक सिंह हिटलर,सुनील कुमार सिंह,शीतला प्रसाद शुक्ल,राम कुमार शुक्ल,बजरंगी दूबे,प्रेम कुमार उपाध्याय,रविन्द्र सिंह,दिवाकर पाण्डेय,कमलेश सिंह आदि मौजूद रहे।