रेडियो सुनने के जुनून ने सात समुन्दर पार तक दिलाई पहचान..
1 min read

13 फरवरी को “विश्व रेडियो दिवस” पर विशेष
यूपी के अमेठी जिले के विकासखंड सिंहपुर क्षेत्र के कैथन पुरवा गाँव निवासी प्रमोद कुमार श्रीवास्तव को रेडियो सुनने का ऐसा जुनून है कि उन्हें रेडियो का दीवाना कहा जाय तो अतिशयोक्ति नही होगी|भारतीय रेडियो सेवाएं ही नही विश्व स्तर की हिंदी रेडियो सेवाओं में भी प्रमोद कुमार श्रीवास्तव ने सर्वश्रेष्ठ श्रोता होने का झंडा गाड़ा है इसके लिए उन्हें विदेशी दूतावासों तक पुरस्कार लेने का सौभाग्य मिल चुका है |
आकाशवाणी लखनऊ सेवा को सुनने की शुरुवात प्रमोद कुमार श्रीवास्तव ने 1988 में उस समय शुरू की थी जब वह हाई स्कूल के छात्र थे और तेज बुखार के चलते मानसिक व शारीरिक रूप से अक्षम हो गए I इसी दौरान प्रमोद के पिता ने किंग जार्ज मेडिकल कालेज के प्रख्यात मनोचिकित्सक डा.एस.सी.तिवारी को दिखाया और श्री तिवारी ने जब प्रमोद से सवाल किया कि तुम्हे क्या अच्छा लगता है तो जबाब में कहा रेडियो और दवा के साथ डा.तिवारी ने एक रेडियो भी लिखा I
धीरे-धीरे रेडियो सुनते-सुनते प्रमोद को आश्चर्यजनक लाभ मिला शारीरिक व मानसिक रूप से अक्षमता कुछ ही दिनों में काफी कम हो गयी और दो वर्ष बाद पुनः पढाई शुरू करते हुए प्रमोद ने मास्टर डिग्री के साथ ही बी.एड.की डिग्री हासिल कर ली I
रेडियो कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए पत्र लिखने से प्रमोद की पहचान भारत के रेडियो सेवाओं में बन गयी और अपना नाम रेडियो पर सुनने के बाद बढे हौसले ने विश्व की हिंदी रेडियो सेवाओं जैसे बी.बी.सी.,वायस ऑफ़ अमेरिका ,रेडियो डायचे वेले ,तक प्रमोद का पत्राचार शुरू हो गया और कार्यक्रमों के दौरान इनके समीक्षात्मक पत्रों को शामिल किया जाता रहा आकाशवाणी लखनऊ की कार्यक्रम अधिशाषी मीनू खरे के द्वारा प्रमोद कुमार श्रीवास्तव को शामिल करते हुए एक रूपक “ कैथन पुरवा में रेडियो थेरापी”तैयार किया गया जिसे प्रसारण के बाद रेडियो का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला बाद में इसी कार्यक्रम को रेडियो तेहरान से भी पुरस्कार मिला रेडियो डायचे वेले द्वारा सर्वश्रेष्ठ श्रोता का पुरस्कार जर्मन दूतावास द्वारा मिल चुका है |
प्रमोद कुमार श्रीवास्तव ने भारतीय रेडियो श्रोता संघ बनाकर दूर-दराज के तमाम अन्य श्रोताओं को अपने साथ जोड़ते हुए अलग-अलग रेडियो सेवाओं में पत्र भेजकर इस कदर पहचान बनायीं कि सभी जगह भारतीय रेडियो श्रोता संघ का पंजीयन हो गया|एक आंकड़े के मुताबिक प्रमोद कुमार श्रीवास्तव के पंद्रह हजार से अधिक पत्र अलग-अलग रेडियो सेवाओं में शामिल हो चुकें हैं|
भारतीय रेडियो श्रोता संघ द्वारा प्रत्येक वर्ष किंग जार्ज मेडिकल कालेज के चिकित्सकों द्वारा प्रख्यात मनोचिकित्सक डा.एस.सी.तिवारी के सहयोग से चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाता है|इसके अलावा प्रत्येक वर्ष श्रोता संघ का वार्षिकोत्सव किसी विशेष विषय पर परिचर्चा के साथ संपन्न होता है जिसमे रेडियों श्रोताओं के साथ ही आकाशवाणी के कर्मी भी शामिल होतें हैं|
बी.बी.सी.की हिंदी सेवा बंद होने पर श्रोता संघ द्वारा विरोध प्रदर्शन कर बी.बी.सी.प्रबंधन की पत्रकारिता विभाग की अध्यक्ष डा.निकी क्लार्क तथा हिंदी विभाग के प्रमुख अमित बरुआ तथा उत्तर प्रदेश संवाददाता रामदत्त त्रिपाठी के साथ श्रोता संघ के द्वारा आयोजित विचार गोष्ठी जो सिंहपुर ब्लाक में 15 अप्रैल 2011 को आयोजित हुई थी में शामिल हुए थे|
भारतीय रेडियो श्रोता संघ के अध्यक्ष प्रमोद कुमार श्रीवास्तव के पास दर्जन भर से अधिक रेडियो हैं और कौन सा कार्यक्रम कब होता है उसकी जानकारी प्रमोद कुमार को हर समय रहती है|रेडियो की एसी दीवानगी शायद ही किसी में देखने को मिले|प्रमोद कुमार की माने तो रेडियो नही सुनते है तो ऊबन होने लगती है |