Women’s Respect : आसफपुर खरखड़ी की कुसुम चौहान बनी आदर्श भारतीय नारी का प्रतीक
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REPORT BY VIVEK JAIN
BAGPAT, UP।
इंसानियत को गौरवान्वित करने वाली शख्सियतों में शुमार भूदृष्टि फाउंडेशन की संस्थापक व राष्ट्रीय अध्यक्ष कुसुम चौहान को उत्तर भारत के प्रतिष्ठित नीरा अमृत सम्मान से सम्मानित किया गया। आसफपुर खरखड़ी निवासी सुप्रसिद्ध समाज सेविका कुसुम चौहान को यह सम्मान धार्मिक, सामाजिक व राष्ट्रहित में उनके द्वारा किये जा रहे उल्लेखनीय कार्यो के लिए प्रदान किया गया।
नीरा अमृत सम्मान समिति की ओर से प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता, इंटरनेशनल अवार्डी, महामहिम राष्ट्रपति महोदय व उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सम्मानित वरिष्ठ पत्रकार विपुल जैन द्वारा कुसुम चौहान को पगड़ी पहनाकर, पटका व चादर ओढ़ाकर, प्रतीक चिन्ह व उपहार भेंट कर सम्मानित किया गया।
विपुल जैन ने बताया कि नीरा अमृत सम्मान धार्मिक, शैक्षिक, सामाजिक आदि विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली शख्सियतों को प्रमुख समाजसेवी रामसेवक शर्मा जी व डाक्टर हिमांशु शर्मा टटीरी वालों के माध्यम से प्रदान किया जाता है। डाक्टर हिमांशु शर्मा ने बताया कि कुसुम चौहान महिला सशक्तिकरण का अनुपम उदाहरण है। कहा कि कुसुम चौहान समाज सेविका होने के साथ-साथ पशुप्रेमी और पर्यावरण प्रेमी भी है।
वह एक आदर्श भारतीय नारी की जीती-जागती मिसाल है। उनके पति अजीत कुमार चौहान पेशे से एक किसान है। कुसुम चौहान के दो बच्चे है। बेटी प्राची चौहान ने एमकॉम फाइनल किया है और टीचर है। प्राची चौहान बच्चों को फ्री में टयूशन देती है। बेटे वंश चौहान ने आईटीआई किया है। इस अवसर पर कुसुम चौहान ने कहा कि वे अपनी उपलब्धियों का श्रेय अपने माता-पिता, सास-ससुर, अपने पति, बच्चों, सहयोगियों व शुभचिंतकों को देती है।
डाक्टर हिमांशु शर्मा ने समाज में छुपी हुई प्रतिभाओं को देश व दुनिया के सामने लाने के लिए विपुल जैन की प्रशंसा की। इस अवसर पर कुसुम चौहान के पति अजीत कुमार चौहान, बेटी प्राची चौहान, उर्मिला देवी, सीमा देवी, विमलेश, कमलेश आदि उपस्थित थे।